उत्तर प्रदेश

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भारत को 450 साल पहले भी थी अलनीनो की जानकारी
Posted on 16 Apr, 2015 12:01 PM कवि घाघ की कहावतों में छिपा है अलनीनो का सच
10 जिलों में लागू होगी नीर निर्मल योजना
Posted on 16 Apr, 2015 10:34 AM हर ग्रामीण को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकताओं में एक है। 10 जनपदों गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, गाजीपुर, बलिया, इलाहाबाद, सोनभद्र बहराइच तथा गोंडा में राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन उप्र द्वारा विश्व बैंक सहायतीत ग्रामीण पेयजल आपूर्ति एवं स्वच्छता विषयक नीर निर्मल परियोजना संचालित की जा रही है।
गंगा मुक्ति आन्दोलन के भावी संघर्ष का केन्द्र अब होगा बनारस
Posted on 12 Apr, 2015 10:19 AM सम्मेलन में यह तय किया गया कि गंगा को लेकर मौजूदा केन्द्र सरकार की
Polluted Ganga
गंगा माई को कमाई का ज़रिया नहीं बनने देंगे
Posted on 11 Apr, 2015 03:18 PM गंगा बेसिन : संरक्षण एवं चुनौतियों पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय समागम आरम्भ
Ganga
वाराणसी में बनेगी गंगा पर निर्णायक रणनीति
Posted on 07 Apr, 2015 04:06 PM तारीख : 10-11-12 अप्रैल 2015
स्थान : सर्वसेवा संघ, राजघाट,वाराणसी

ganga river
बारह सौ साल पुराने तालाब पर भूमाफिया का कब्जा
Posted on 06 Apr, 2015 04:30 PM

सपा सरकार में माफियाओं की चाँदी है। हाथ में सपा का झण्डा लेकर एक भूमाफिया ने बारह सौ साल पुरा

गोमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का सपनीला सच
Posted on 26 Mar, 2015 11:05 AM रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट के लिये नदी के स्वाभाविक और पर्यावरणीय प्रवाह का सटीक आकलन जरूरी है। सबसे जरूरी है कि इसके आस-पास की ज़मीन पर किसी तरह का निर्माण न हो, नदियों के मूल स्वरूप में किसी तरह की छेड़छाड़ न की जाए।

गोमती नदी से शहर के करीब बीस लाख लोगों को पानी की आपूर्ति की जाती है। ऐसा पहली बार हुआ है कि गोमती नदी की सफाई के लिये लखनऊ में कुडिया घाट के पास सिंचाई विभाग के द्वारा नदी की धारा को रोककर पानी का डायवर्सन किया गया है। गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट के तहत नदी की धारा को नियन्त्रित करने के लिये एक बाईपास बनाया गया है। जो पिछले महीने पानी के तेज बहाव के चलते बह गया था। दस मीटर चौड़े इस बाईपास पर बोल्डर, सैंड-बैग्स और बल्लियों से बाँधकर नियन्त्रित मात्रा में पानी निकालने का इन्तजाम किया गया है।
प्रयाग में गंगा-यमुना को रेगिस्तान बनाने की तैयारी
Posted on 24 Mar, 2015 11:21 AM

विश्व जल दिवस पर विशेष


विन्ध्य क्षेत्र में दैत्याकार पाँच ताप बिजली घरों से होगी भारी तबाही

. स्वराज की लड़ाई के दौरान महात्मा गाँधी एक बार इलाहाबाद आए हुए थे। उन्हें दातून करना था। वह एक लोटा पानी लेकर एक पेड़ के पास चले गए। जिससे दातुन करते समय जो भी पानी गिरे वह पेड़ की जड़ में चला जाए। यह देखकर जवाहर लाल नेहरू ने कहा-ये आप क्या कर रहे है? यहाँ तो पानी की कोई कमी नहीं है। पास में ही गंगा-यमुना का संगम है। तब गाँधी ने कहा गंगा-यमुना का पानी हम लोगों के लिये नहीं है, उसे अविरल बहने दो।

इस बात पर विचार करने की जरूरत है कि 70 साल पहले गाँधी एक लोटा पानी भी बर्बाद नहीं करना चाहते थे और आज, उसी प्रयाग में ताप बिजली घरों के लिये करोड़ो लीटर पानी गंगा-यमुना से खींचकर प्रयाग को बंजर बनाने की तैयारी चल रही है। अफसोस होता है कि आज नई-नई टेक्नोलॉजी विकसित होने के बाद भी कोयले से बिजली बनाने की होड़ मची हुई है।
32 हजार साल के मौसम का अध्ययन, सुलझेंगे रहस्य
Posted on 21 Mar, 2015 10:39 AM

समुद्र में आने वाले पदार्थों के आधार पर ये पता लगाया गया कि परिवर्तन किस प्रकार आ रहा है और आगे

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आगरा में आर्सेनिक-फ्लोराइड अधिक
Posted on 21 Mar, 2015 10:22 AM भू-गर्भ जल का दोहन चिन्ताजनक, गाजीपुर व बलिया से शुरू होगी आर्सेनिक मुक्त पेयजल योजना सफलता पर पूरे देश में होगा लागू, शौचालय सफाई में तेजाब के प्रयोग पर जल्दी गाइड-लाइन
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