Posted on 14 Jun, 2013 12:13 PMकलेक्ट्रेट सभागार में रविवार को मप्र आदिवासी विकास आयुक्त ने किसानों को पानी की उपयोगिता बताते हुए अपना तालाब बनाने को प्रेरित किया।
Posted on 19 Apr, 2013 10:40 AMखेतों का सुधार मसलन भूमि समतलीकरण, मेड़बंदी आदि सूखा से निपटने में एक बेहतर कदम साबित हो सकता है और यही मानते हुए तिंदौली के किसानों ने मृदा व नमी संरक्षण कार्य को प्राथमिकता दी।
Posted on 15 Apr, 2013 10:48 AMसूखे से लड़ने में असफल पुरूष तो बाहर चला जाता है परंतु घर पर अकेली रह रही महिला को अनेक सामाजिक वंचनाओं एवं अपमानों का सामना करना पड़ता है। इसे संज्ञान में लेते हुए चरखारी में तालाबों को पुनर्जीवित किया गया।
Posted on 13 Apr, 2013 03:52 PMबुंदेलखंड विगत दो दशकों से सूखे का पर्याय बन चुका है। बावजूद इसके दृढ़ इच्छा शक्ति रखने वाले किसानों ने अपने ज्ञान व कौशल का उचित उपयोग कर सूखे में भी अपने लिए बेहतर आजीविका के विकल्प तैयार किये और क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बने।
Posted on 11 Apr, 2013 12:14 PMजाति-विशेष से संबंधित दोना, पत्तल बनाने को व्यवसाय के रूप में अब छोटी जोत के किसानों ने महंगी होती खेती लागत के विकल्प के तौर पर भी अपनाना प्रारम्भ कर दिया है।