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दुनिया
बाढ़ और सूखा वन-विनाश के दो पहलू
Posted on 09 Mar, 2024 03:41 PMआज आधुनिकता की अन्धी सड़क और बढ़ती आबादी के अन्धे स्वार्थ ने पेड़ों का पीछा कर रही है। मूक और अचल जंगल भाग नहीं सकते। मनुष्यों की क्रूरता के कारण वे नष्ट हो रहे हैं। रोज लाखों-करोड़ों वृक्षों का जीवन समाप्त कर देता है मनुष्य ! पेड़ प्रतिशोध नहीं लेते, किन्तु प्रकृति का अदृश्य सन्तुलन चक्र वन-विनाश के भावी परिणामों का हल्का संकेत तो देता ही है-प्रलयकारी बाढ़ों और भयावह सूखे के रूप में।
![बाढ़ और सूखा वन-विनाश के दो पहलू](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-03/OIG4.dU%20%281%29.jpeg?itok=lVhVAetW)
मानव द्वारा निर्मित गतिविधियों ने की जंगलों की हालत गंभीर
Posted on 09 Mar, 2024 01:50 PMकभी ईंधन के नाम पर, कभी इमारतों के नाम पर, कभी खेती के नाम पर तो कभी आबादी के नाम पर, हमारे बहुमूल्य जंगलों का लगातार सफाया होता जा रहा है। कितनी गम्भीर है जंगलों की यह समस्या ? प्रस्तुत है एक विचारोत्तेजक सर्वेक्षण ।
![बहुमूल्य जंगलों का लगातार सफाया](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-03/OIG4.K1t.jpeg?itok=DtTC7TbN)
गर्माती धरती पर पक्षियों के पैर लंबे होने की संभावना
Posted on 25 Jan, 2024 01:34 PMपक्षियों के पंख उनके शरीर की ऊष्मा को बिखरने से रोकते हैं जिससे वे गर्म रहते हैं। चोंच उन्हें ठंडा रखती है, जब शरीर बहुत अधिक गर्म हो जाता है तो चोंच से ही ऊष्मा बाहर निकालती है। जब ज़्यादा संवेदी ताप नियंत्रक की ज़रूरत होती है, तो वे अपनी टांगों से काम लेते हैं।
![गर्माती धरती पर पक्षियों के लंबे पैर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/OIG%20-%202024-01-25T145240.442.jpeg?itok=xypH-ZT5)
रोशनी पक्षियों के जीवन में अंधकार लाती है
Posted on 24 Jan, 2024 04:50 PMभारत और दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियां और पक्षियों की संख्या तेज़ी से कम हो रही है। मानव गतिविधि जनित जलवायु परिवर्तन के अलावा, प्रदूषण, कीटनाशकों का उपयोग, सिमटते प्राकृतवास और शिकार इनकी विलुप्ति का कारण है। और अब इस बारे में भी जागरूकता काफी बढ़ रही है कि रात के समय किया जाने वाला कृत्रिम उजाला पक्षियों की कई प्रजातियों का बड़ा हत्यारा है।
![तेज़ी से कम होती पक्षियों की संख्या](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/OIG%20-%202024-01-24T172523.353.jpeg?itok=6D0hfFN2)
आज बचा लें अपना कल
Posted on 05 Jan, 2024 01:32 PMवाटर इज क्लाइमेट एंड क्लाइमेट इज वॉटर की बात आज पूरी दुनिया मान रही है। बिना जल के जलवायु की बातचीत संभव ही नहीं है। दुनिया ने पहले तो इन दोनों के रिश्ते को मानने से इंकार किया, किंतु नवंबर-दिसंबर 2015 में पैरिस में दुनियाभर के देश इकट्ठा हुए तो उनकी चिंता इन्हीं दोनों के इर्द-गिर्द घूमती रही। पेरिस समझौते के बाद संयुक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया की सरकारों को पानी और कृषि की जोड़कर जलवायु परिवर्त
![सूरज की लाल गर्मी समुद्र के खारे पानी को मीठे पानी में बदलती है](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/OIG.faqOWHlGz3dF.jpeg?itok=D2oY4mUe)
जलवायु के बदलाव से घट रहा कृषि उत्पादन|Reduced Agricultural Productivity Due To Climate Change
Posted on 03 Jan, 2024 12:17 PMभारत की आबादी तकरीबन डेढ़ अरब है। अब यह दुनिया की सब से बड़ी आबादी वाला देश हो चुका है. इस से प्राकृतिक संसाधनों के दोहन का दबाव भी बढ़ रहा है. बढ़ी हुई आबादी ने देश में खाद्यान्न की मांग में भी बढ़ोतरी की है।
![जलवायु परिवर्तन से प्रभावित कृषि](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2024-01/OIG%20-%202024-01-03T132403.083.jpeg?itok=uA4GuF9d)
ऐतिहासिक रहा कॉप 28 शिखर सम्मेलन, पर जलवायु वित्त अब भी समस्या
Posted on 30 Dec, 2023 03:31 PM30 नवंबर को, दुबई ने एक ऐतिहासिक कदम के साथ जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन के लिए पार्टियों का 28वां सम्मेलन (COP28) लॉन्च किया: हानि और क्षति कोष का संचालन। इस फंड का उद्देश्य कमजोर देशों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने में मदद करना है। COP28 के अध्यक्ष सुल्तान अहमद अल जाबेर ने इस निर्णय को एक "ऐतिहासिक" अवसर घोषित किया, यह पहली बार है कि किसी COP के उद्घाटन दिव
![कॉप 28 शिखर सम्मेलन](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-12/OIG.t0hWd44Mej5sQ0y.jpeg?itok=ZBfDVPCV)
2023-चिकित्सा/फिजियोलॉजी नोबेल पुरस्कारः कोविड-19 वैक्सीन के विकास की कहानी
Posted on 16 Dec, 2023 12:49 PMइस वर्ष का चिकित्सा/ फिजियोलॉजी का नोबेल पुरस्कार कैटालिन कैरीको और ड्यू वीजमैन को दिया गया है। यह उन्हें कोविड-19 के विरुद्ध एक प्रभावी mRNA वैक्सीन विकसित करने के लिए दिया गया है। कैटालिन कैरीको हंगरी की बायोकेमिस्ट हैं। इनका जन्म 1955 में सुजॉलनॉक, हंगरी में हुआ था। यह अनेक विश्वविद्यालयों में रहीं। इस समय यह स्जीगेड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर, पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन, पेंसिल्वेनिया विश्वविद
![कोविड-19 वैक्सीन के विकास की कहानी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-12/Covid.jpeg?itok=Mu24D-hJ)
पर्यावरण पेट्रोलियम का उपयोग : वरदान या विनाश
Posted on 07 Dec, 2023 04:58 PMआज के परिप्रेक्ष्य में यह विचारणीय है कि आधुनिक सभ्यता का अग्ग्रदूत पेट्रोलियम वरदान है अथवा विनाश। इसके उपयोग से भारी प्रदूषण हो रहा है और धरती पर जीवन जीना चुनौती पूर्ण हो गया है।
![पर्यावरण पेट्रोलियम का उपयोग : वरदान या विनाश](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-12/ship%20and%20oil%20.jpeg?itok=rOJrXEdE)
तम्बाकू का ज़हरीला सफर
Posted on 29 Nov, 2023 03:38 PMएक हुरोन इण्डियन कबीले में तम्बाकू की उत्पत्ति को लेकर एक रोचक दंतकथा है। इस दंतकथा के मुताबिक, "बहुत समय पहले, धरती बंजर थी और लोग भूख से मर रहे थे। उस समय पवित्र आत्मा ने मानव जाति की रक्षा के लिए एक स्त्री को धरती पर भेजा। धरती पर टहलते हुए जब उसका दायां हाथ मिट्टी को छूता तो वहां आलू पैदा होने लगते थे और जब उसका बायां हाथ मिट्टी को छूता तो मक्का लहलहाने लगती थी। आखिरकार जब दुनिया में भरपूर
![तम्बाकू का ज़हरीला सफर](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/2023-11/history%20of%20tobacco%5D.jpeg?itok=LKtSMbGp)