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केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड की योजना
Posted on 02 Feb, 2012 12:35 PM

हमारी तकनीक, आपके द्वार


केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड द्वारा वर्ष 2012-13 के दौरान अपने कार्यक्रमों के अंतर्गत अनुदान पाने के इच्छुक स्वैच्छिक संगठनों से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। बोर्ड के कार्यक्रमों में शामिल हैं – परिवार परामर्श केंद्र, जिसके तहत संकटग्रस्त महिलाओं को परामर्श, रेफरल और पुनर्वास सेवाएं प्रदान की जाती हैं; महिलाओं के लिए शिक्षा के संक्षिप्त पाठ्यक्रम, जिसके तहत उन महिलाओं और लड़कियों को शिक्षा प्रदान की जाती है जिन्होंने पढ़ाई बीच में छोड़ दी हो या जिन्हें औपचारिक शिक्षा प्रणाली से जुड़ने का अवसर नहीं मिल सका; जागरुकता प्रसार कार्यक्रम, जिसके तहत महिलाओं को उनके सशक्तीकरण के लिए स्वास्थ्य एवं पोषाहार से लेकर संवैधानिक अधिकारों तक के बारे में जानकारी दी जाती है तथा महिलाओं को विभिन्न सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक किया जाता है; पायलट परियोजनाएं, जो जरुरत पर आधारित होती हैं तथा जो निर्धारित योजनाओं के दायरे में नहीं आतीं।

मनरेगा : न्यूनतम वेतन पर अधिकतम सवाल
Posted on 01 Feb, 2012 05:25 PM

श्रम व रोजगार मंत्रालय ने भी अपना मत प्रस्तुत किया था कि मनरेगा का सेक्शन- 6(1) न्यायसंगत नहीं है। आंध्र प्रदेश

नदियों का नामकरण
Posted on 31 Jan, 2012 05:27 PM नदी शब्द की उत्पत्ति ‘नद्’ से हुआ है, जिसका अर्थ होता है- आवाज करना। कलकल की ध्वनि होने के कारण उसे नदी कहा जाता है। नदियों के नाम अर्थयुक्त और सुंदर हैं, जिन पर देवभाषा संस्कृत की स्पष्ट छाप है। ये नाम प्राचीनकाल के मनीषियों या भूगोल शास्त्रियों ने रखा है। भारत कृषि प्रधान देश है और कृषि का आधार है- नदियां। हमारी सभ्यता का उदय नदियों के किनारे ही हुआ है। इन्हीं के कारण भारत भूमि शस्य श्यामला बन प
रोशनी बुझी नहीं
Posted on 30 Jan, 2012 01:39 PM

ऐसा नहीं है कि उनकी आत्मानुभूतिमूलक ज्ञान-मीमांसा से जिस नई जीवन-पद्धति की समझ बनती है उसमें आ

उर्वरक नीति से बर्बाद होते किसान
Posted on 30 Jan, 2012 01:00 PM

गौर करने वाली बात यह है कि देश की कुल उर्वरक खपत में यूरिया का हिस्सा 2.7 करोड़ टन है यानी इस्

कहीं ‘काली’ साबित न हों हरित अदालतें
Posted on 30 Jan, 2012 09:49 AM

जीएम बीजों और कीटनाशकों के फसलों पर छिड़काव से भी बड़ी मात्रा में इनसे जुड़े लोगों की आजीविका

Environmental destruction
कमी तभी होती है, जब बर्बादी होती है
Posted on 28 Jan, 2012 12:47 PM फोटो साभार
दैनिक भास्कर
पानी की हर बूंद कीमती है इसे बचाएं
उद्योगों हेतु पानी की कमी पर फिक्की की चिंता
Posted on 23 Jan, 2012 05:42 PM

पानी चाहिए, तो लेनदेन सुधारें उद्योग

water crisis
साइंस में नए इनोवेशन से बदलेगी दुनिया
Posted on 23 Jan, 2012 09:57 AM दुनिया भर की प्रयोगशालाओं से निकल रही नई तकनीकें आने वाले समय में लोगों के रहने और सोचने के तरीकों में भारी बदलाव कर सकती हैं। आईबीएम ने ऐसी कुछ चुनिंदा तकनीकों और इनोवेशंस के बारे में खुलासा किया है। अगले पांच वर्षों में ऐसे 3- डी डिवाइस बाजार में आ जाएंगे, जिनके जरिए आप अपने परिचितों और मित्रों के 3- डी होलोग्राम के साथ वास्तविक समय में इंटरैक्ट कर सकेंगे। सिनेमा और टीवी जगत धीरे-धीरे 3- डी फॉर्मेट की तरफ बढ़ रहा है। 3- डी तकनीकों में लगातार सुधार हो रहा है और होलोग्राफिक कैमरों के उन्नत होने से नई संभावनाएं पैदा हो रही हैं। ऐसे सूक्ष्म कैमरों को मोबाइल फोनों में फिट किया जा सकता है। इस इनोवेशन का नतीजा यह होगा कि आप बिल्कुल नए अंदाज में नेटसर्फिंग और अपने दोस्तों के साथ चैटिंग कर सकेंगे।
शहर के पानी की बदबूदार कहानी
Posted on 20 Jan, 2012 05:45 PM

हम अपने शहरी घरों और शहरी उद्योगों के लिए इन्हीं नदियों से पानी लेते हैं और गंदा करके नदियों क

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