मुकुल व्यास
मौसम पर अल-नीनो प्रभाव का खतरा
Posted on 17 Oct, 2014 10:18 AMदुनिया के मौसम पर अल-नीनो प्रभाव का खतरा मंडरा रहा है। इस प्रभाव से मौसम के विषम रूप देखने में आते हैं। कहीं भयानक सूखा पड़ता है और कहीं भयानक बाढ़ आती है। ताजा अनुमानों के मुताबिक इस साल अल-नीनो से मौसम के प्रभावित होने की संभावना 90 प्रतिशत है। अल-नीनो की शुरुआत उष्ण प्रशांत महासागर के पूर्वी हिस्से से होती है, जहां गर्म पानी का एक विशाल तालाब सा बन जात
पृथ्वी जैसे ग्रह पर जीवन की उम्मीद
Posted on 14 Oct, 2014 12:50 PMपिछले कई दशकों से खगोल-वैज्ञानिक हमारे सौर-मंडल के बाहर एक दूसरी पृथ्वी की तलाश कर रहे हैं और अब उनका खयाल है कि उन्होंने एक ऐसा ग्रह खोज लिया है जो पृथ्वी जैसा हो सकता है। यह ग्रह पृथ्वी से मात्र 1.1 गुणा बड़ा है, यानी लगभग उसके बराबर है। यह ग्रह करीब 490 प्रकाश वर्ष दूर एक सूरज जैसे तारे का चक्कर काट रहा है। केप्लर-186एफ नामक यह ग्रह खगोल-वैज्ञानिकों द्
फ्यूजन ऊर्जा की दिशा में बड़ी सफलता
Posted on 08 Oct, 2014 03:41 PMअमेरिका में कैलिफोर्निया स्थित नेशनल इग्निशन फेसिलिटी (एनआईएफ) के वैज्ञानिकों ने सूरज को ऊर्जा देने वाले परमाणु रिएक्शन को मुट्ठी में कैद करने में एक बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने पहली बार अपने प्रयोग में खर्च की गई ऊर्जा से ज्यादा ऊर्जा हासिल करने की जानकारी दी है। इस कामयाबी से वैज्ञानिक नियंत्रित परमाणु संलग्न अथवा न्यूक्लियर फ्यूजन हासिल करने के लक
चांद पर पानी बनाएगा नासा
Posted on 07 Oct, 2014 03:22 PMनासा चांद और मंगल की सतह पर पानी, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन उत्पन्न करने की तैयारी कर रहा है। यदि हमें दूसरे ग्रहों पर मानव बस्तियां बसानी हैं तो, हमें सबसे पहले उपग्रहों और ग्रहों पर महत्वपूर्ण गैसों और द्रव्यों को निर्मित करने का तरीका खोजना होगा। क्योंकि पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण इन्हें अंतरिक्ष में ले जाना बहुत महंगा पड़ता है। नासा ने अपने भावी अंतरिक्षबहुत गरमाएगा पृथ्वी का मिजाज
Posted on 07 Oct, 2014 12:08 PMयदि कार्बन डाईऑक्साइड और दूसरी ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी नहीं आई तो 2100 तक पृथ्वी के औसत तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने चेताया है कि 2200 में यह वृद्धि आठ डिग्री से. तक पहुंच सकती है। तापमान में चार से.सौरमंडल से बाहर जलयुक्त ग्रह
Posted on 07 Oct, 2014 09:11 AMखगोल वैज्ञानिकों को हमारे सौरमंडल के बाहर जीवनयोग्य ग्रह के संकेत मिले हैं। उन्हें एक चट्टानी और जलयुक्त क्षुद्र ग्रह का पता चला है, जो पृथ्वी से करीब 170 प्रकाश वर्ष दूर एक मरणासन्न तारे का चक्कर काट रहा है। ‘जीडी 61’ नामक इस तारे का आणविक ईंधन ख़त्म हो चुका है। खगोल वैज्ञानिकों का ख्याल है कि यह चट्टानी पिंड एक ऐसे छोटे चट्टानी ग्रह का हिस्सा हो सकतामानव मस्तिष्कों में संचार संपर्क
Posted on 06 Oct, 2014 10:44 AMएक भारतीय वैज्ञानिक ने दो मानव मस्तिष्कों को इंटरनेट के जरिए जोड़ने का एक अनोखा प्रयोग किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्रयोग में शरीर में शल्य उपकरणों को प्रविष्ट करने की आवश्यकता नहीं पड़ी। यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन में किए गए प्रयोग के दौरान भारतीय रिसर्चर राजेश राव मस्तिष्क के संकेत से अपने सहयोगी के हाथ की हलचल को नियंत्रित करने में कामयाब हो गए। उन
दुनियावी खतरा है इलेक्ट्रॉनिक कचरा
Posted on 10 Jan, 2014 12:13 PMइलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण में कई तरह के विषाक्त पदार्थों का इस्तेमाल होता है जिनमें सीसा,
बौने होकर हम बच जाएंगे
Posted on 16 Apr, 2012 05:03 PMकुछ वैज्ञानिक समुद्र में लोहे का अंश बढ़ाने की बात करते हैं। उनका तर्क है कि इससे कार्बन सोखने वाले प्लैंकटन को