Posted on 22 Mar, 2010 03:46 PM तेरह कातिक तीन अषाढ़। जो चूका सो गया बजार।।
शब्दार्थ- चूका- भूलना।
भावार्थ- जो किसान तेरह बार कार्तिक और तीन बार आषाढ़ में खेत जोतने से चूका, वह बाजार से ही अन्न खरीद कर खायेगा अर्थात् जो ऐसा नहीं करेगा उसे अन्न नहीं मिलेगा।