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भारत स्वच्छता अभियान और महात्मा गांधी
Posted on 20 Oct, 2014 12:25 PM कहने को तो गंदगी फैलाने पर जुर्माने का प्रावधान है, लेकिन ऐसा होता
सृष्टि की अनमोल देन : जल
Posted on 20 Oct, 2014 10:51 AM

जल मानव सहित सभी जीवधारियों के लिए प्रकृति का एक अनुपम उपहार है, जिसका कोई विकल्प नहीं है। जीवधारियों एवं वनस्पतियों को जीवित रखने तथा उनका विकास करने में जल की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। एक तरह से कहा जाए तो जल ही जीवन है। उपग्रहों द्वारा लिए गए नीले-हरे छायाचित्रों से ज्ञात हुआ है कि पृथ्वी पर जल की पर्याप्त मात्रा है।

अनुमान है कि पृथ्वी पर 1.4 बिलियन घन मीटर जल उपलब्ध है, लेकिन इस जलराशि का केवल तीन प्रतिशत जल ही मानव-जाति की मूल आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु आवश्यक है। वास्तव में पृथ्वी पर पाए जाने वाले ताजे जल का तीन – चौथाई भाग आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों की हिमानियों में निक्षेपित है। विश्व में कुल ताजे जल संसाधन के केवल 0.36 प्रतिशत तक ही मानव की पहुंच है।

<i>ईरी झील</i>
क्यों दूर हो रहा है समाज से गंगा विमर्श
Posted on 19 Oct, 2014 04:30 PM गंगा के बारे में चिंताओं का स्वर राजनीतिक ही रहा है। इंदिरा गांधी क
गोबर को ‘गोबर’ ही ना समझो
Posted on 19 Oct, 2014 01:47 PM कृत्रिम उर्वरक यानी रासायनिक खादें मिट्टी में मौजूद प्राकृतिक खनिज
dung flower pot
गंगा: आस्था से जुड़ा कल्याणकारी आन्दोलन
Posted on 19 Oct, 2014 10:20 AM

आज लाखों लोग गंगा के अस्तित्व को लेकर चिंतित हैं। वे गंगा-जल की निर्मलता चाहते हैं, गंगा में नालों, सीवरों और उद्योगों के केमिकल युक्त कचरों के मिला देने से गंगा मैली हो गई है। गंगा भारत की नदियों में प्रमुख पवित्र नदी है। गंगा किसी के लिए आस्था, श्रद्धा और विश्वास है, तो किसी के लिए मोक्षदायनी। गंगा अपने अविरल प्रवाह से पर्यावरण को हरा भरा बनाती है, खेतों को सींचती है, अन्न और औषधियां उगाती है, तो तटवर्ती हजारों हाथों को अनेक प्रकार से रोजगार देती है, गंगा हर प्रकार से जीवनदायनी नदी है।

Pollution of the Ganges
गंदगी की बला दूसरे के सिर
Posted on 19 Oct, 2014 09:30 AM हमारे जैसे देश में जहां कूड़े-करकट के ढेर लगे रहते हैं, उन्हें साफ
... ताकि झूठ न हो जाए पर्वतराज का गीत
Posted on 18 Oct, 2014 03:15 PM

हिमालय के बारे में एक बात और अच्छी तरह याद रखनी चाहिए कि पहले पूरे लघु हिमालय क्षेत्र में एक सम

Himalaya
मौसम पर अल-नीनो प्रभाव का खतरा
Posted on 17 Oct, 2014 10:18 AM

दुनिया के मौसम पर अल-नीनो प्रभाव का खतरा मंडरा रहा है। इस प्रभाव से मौसम के विषम रूप देखने में आते हैं। कहीं भयानक सूखा पड़ता है और कहीं भयानक बाढ़ आती है। ताजा अनुमानों के मुताबिक इस साल अल-नीनो से मौसम के प्रभावित होने की संभावना 90 प्रतिशत है। अल-नीनो की शुरुआत उष्ण प्रशांत महासागर के पूर्वी हिस्से से होती है, जहां गर्म पानी का एक विशाल तालाब सा बन जात

Mansoon
नदी ने बरसों
Posted on 16 Oct, 2014 04:07 PM नदी ने बरसों
जिसे प्यार किया
मिलन के लिए
जिसका रोज
इंतजार किया
पाकर जिसे तृप्त काम किया
अब
आज
उसी की लाश लिए बहती है
विरह-विलाप का
शोक-संताप सहती है
किसी से कुछ नहीं कहती है
करुणाकुल छलछलाती रहती है

पृथ्वी जैसे ग्रह पर जीवन की उम्मीद
Posted on 14 Oct, 2014 12:50 PM

पिछले कई दशकों से खगोल-वैज्ञानिक हमारे सौर-मंडल के बाहर एक दूसरी पृथ्वी की तलाश कर रहे हैं और अब उनका खयाल है कि उन्होंने एक ऐसा ग्रह खोज लिया है जो पृथ्वी जैसा हो सकता है। यह ग्रह पृथ्वी से मात्र 1.1 गुणा बड़ा है, यानी लगभग उसके बराबर है। यह ग्रह करीब 490 प्रकाश वर्ष दूर एक सूरज जैसे तारे का चक्कर काट रहा है। केप्लर-186एफ नामक यह ग्रह खगोल-वैज्ञानिकों द्

Earth
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