भारत

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गाँवों में जल के बिना कल
Posted on 16 Dec, 2014 11:49 AM मानसून के अनिश्चित मिजाज़ की वजह से भारतीय कृषि सदैव अनिश्चितता का
કુદરતની અજબ કરામત જળધોધ...!!!
Posted on 16 Dec, 2014 06:54 AM પ્રાચિનકાળથી વિવિધ પ્રદેશોના લોકો પાણી માટે ઝઘડતા આવ્યા છે.
जहरीले होते खाद्य पदार्थ
Posted on 15 Dec, 2014 12:21 PM जल्द मुनाफा कमाने के चक्कर में फलों को कार्बाइड से पकाया जाता है। आ
poison in food
पर्यावरण से प्रतिद्वन्द्विता
Posted on 14 Dec, 2014 10:24 AM केंद्र की नई सरकार में पर्यावरण की अनदेखी तो मन्त्रिमण्डल गठन से ही प्रारम्भ हो गई थी जब कोई पूर्णकालीन पर्यावरण व वन मन्त्री नहीं बनाया गया। प्रकाश जावड़ेकर को वन व पर्यावरण मन्त्रालय के साथ सूचना व प्रसारण दिया गया था। इसके बाद निर्धारित समय में सर्वोच्च न्यायालय में मन्त्रालय ने उत्तराखण्ड की जलविद्युत परियोजनाओं से जैव विविधता पर पड़ रहे प्रभाव की रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की। यह रिपोर्ट 10 अक्टूबर 2014 को न्यायालय में प्रस्तुत की जानी थी। इस लेटलतीफी से नाराज होकर न्यायालय ने सरकार से कहा कि वह कुम्भकर्ण जैसा व्यवहार कर रही है।

पिछली यूपीए सरकार में पर्यावरण सम्बन्धित काफी कठोर नियम कानून बनाए थे, जिससे कई उद्योगपति एवं औद्योगिक घराने नाराज थे। यह दलील दी जा रही थी कि कठोर नियम कानून से देश में पूँजी निवेश एवं आर्थिक विकास पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
सांसद आदर्श ग्राम योजना : समावेशी विकास का ब्लू प्रिन्ट
Posted on 13 Dec, 2014 02:19 PM
महात्मा गांधी मानते थे कि गाँवों की सेवा करने से ही सच्चे अर्थों में ग्राम स्वराज की स्थापना होगी। उनकी कल्पना का गाँव ऐसा आदर्श गाँव था जो अपनी महत्वपूर्ण जरूरतों के मामले में आत्मनिर्भर हो। इतना आत्मनिर्भर होगा कि वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये पड़ोसियों पर भी निर्भर नहीं होगा। यदि कुछ जरूरतें, जिनके लिये सहयोग अनिवार्य है, बच रहतीं हैं, तो वह पड़ोसियों की मदद लेगा। गाँव में अपनी खु
Sansad adarsh gram yojna
मनुष्य को नकारती नई विश्व व्यवस्था
Posted on 11 Dec, 2014 10:17 AM

वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बहुत बढ़ रही है और जलवायु परिवर्तन हो रहा है। यह अवधारण

बघेलखण्ड की जल चौपाल
बघेलखण्ड अंचल की लोक संस्कृति में जल विज्ञान और प्रकृति के बारे में जानकारी प्राप्त करें | Get information about hydrology and nature in the folk culture of Baghelkhand region Posted on 09 Dec, 2014 03:20 PM

अध्याय तीन

water is life
किनारों को खाते समुद्र
Posted on 04 Dec, 2014 12:10 PM देश के दक्षिणी राज्यों कर्नाटक, केरल, और तमिलनाडु में समुद्र तट पर हजारों गांवों पर इन दिनों सागर की अथाह लहरों का आतंक मंडरा रहा है। समुद्र की तेज लहरें तट को काट देती हैं और देखते-ही-देखते आबादी के स्थान पर नीले समुद्र का कब्जा हो जाता है। किनारे की बस्तियों में रहने वाले मछुआरे अपनी झोपड़ियां और पीछे कर लेते हैं।
Mangrove
गोइन्का हिन्दी तेलुगू अनुवाद पुरस्कार 2015 के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित
Posted on 02 Dec, 2014 01:57 PM

कमला गोइन्का फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का जी ने एक विज्ञप्ति जारी कर सूचित किया है कि तेलुगू भाषी साहित्यकारों के लिए वर्ष 2015 के लिए 'गीतादेवी गोइन्का हिन्दी तेलुगू अनुवाद पुरस्कार' की प्रविष्टियां आमंत्रित की जा रही हैं।

तेलुगू भाषी हिन्दी साहित्यकार जिनकी पिछले 10 वर्षों में तेलुगू से हिन्दी में तथा हिन्दी से तेलुगू में अनुवादित कृति प्रकाशित हुई है, वे उपरोक्त पुरस्कार में भाग ले सकते हैं। इस पुरस्कार के अंतर्गत 31000/- (इकतीस हजार रुपये) नकद के साथ एक विशेष समारोह में शाॅल, स्मृति-चिन्ह व पुष्पगुच्छ प्रदार कर सम्मानित किया जायेगा।

HWP
अंचल का नाद स्वर बदल गया है
Posted on 01 Dec, 2014 11:44 AM भारतीय राष्ट्रवाद बहुजातीय; बहुविध, बहुपक्षीय और अनंत ध्वनियों को र
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