A collective impact effort, the first of its type in India that provides informal waste pickers a chance to live safe and dignified lives, with particular emphasis on gender and equity.
This study found that the sanitary quality of neighbourhood drains, in addition to toilets, affected sanitation and hygiene and incidences of ill-health in rural households.
Posted on 23 Sep, 2014 09:41 AM भारत में आज 50 फीसदी से ज्यादा भारतीय लोगों के पास शौचालय नहीं है, विश्व में खुले में शौच जाने वाले सभी लोगों में 60 फीसदी लोग भारत में रहते हैं। भारत की यह समस्या खासकर ग्रामीण इलाकों में केंद्रित है, क्योंकि वहां की 60 फीसदी आबादी खुले में शौच करती है। इतनी संख्या में लोगों के खुले में शौच जाने से वातावरण में रोगाणु मिल जाते हैं, इससे बढ़ रहे और विक
Posted on 12 Sep, 2014 11:31 AMघरों में शौचालय न होने की वजह से महिलाओं और बच्चों को कई तरह की समस्याएं उठानी पड़ती है। इसका सबसे बड़ा असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। पढ़िए मासिक पत्रिका राजस्थान डायरी की रिपोर्ट।
Posted on 06 Sep, 2014 03:00 PMस्वतंत्र भारत में जन्मे भारत के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के दिन लालकिले की प्राचीर से दिए वक्तव्य में बहुत ही मूलभूत बातें उठाई हैं। भारतीय इतिहास में वे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने स्वच्छता जैसे जमीनी मुद्दे को इतनी गंभीरता से उठाया। नरेंद्र मोदी ने लक्ष्य रखा है कि भारत को 2019 तक पूर्ण रूप से स्वच्छ और साफ बनाना है। यही राष्ट्
Posted on 29 Aug, 2014 09:50 AMराष्ट्रीय गरिमा अभियान, मध्य प्रदेश एवं ह्यूमन राइट्स वॉच ने भोपाल में एक अध्ययन रिपोर्ट जारी कर बताया कि मैला ढोने की प्रथा को खत्म करने के लिए बनाए गए कानूनों के बाद