अपशिष्ट जल का पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण

Term Path Alias

/topics/wastewater-reuse-and-recycling

Featured Articles
March 15, 2024 A study by CEEW study indexes 503 urban local bodies from 10 states with a treated used water reuse policy. Haryana, Karnataka, Punjab are ahead in used water management in India.
Yelahanka water treatment plant (Image: India Water Portal Flickr)
August 10, 2023 This white paper reviews the current scenario of urban wastewater management in India, treatment and reuse solutions.
This is how wastewater is disposed in India (Image Source: Sangram Jadhav via Wikimedia Commons)
April 25, 2023 Heavy metals, physical and biological parameters were analysed in water, soil, and crops in Musi River basin
Musi is polluted due to municipal sewage and industrial wastewater (Image: Muhammed Mubashir, Wikimedia Commons)
March 29, 2023 Only 10 states in India have treated wastewater reuse policies so far
Sewage treatment plant in Kavoor, Mangalore (Image: Asian Development Bank; CC BY-NC-ND 2.0)
July 19, 2021 Urban India is hurtling towards a major water crisis. What are the important considerations that the Jal Jeevan Mission (Urban) should take into account to meet the water needs in urban areas?
Will urban India get respite from its water woes? (Image Source: Aathavan Jaffna via Wikimedia Commons)
July 18, 2021 A new report on a baseline assessment of waste in Haridwar and Rishikesh, two major Ganga cities in Uttarakhand tries to characterize solid and plastic waste
There is a need to develop a robust methodology for inventorizing waste (Image:  Prylarer, Pixabay)
गंगा में उड़ेली जा रही गंदगी पर एनजीटी सख्त
जानिये एनजीटी ने उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों और विभाग प्रमुखों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करके दंडात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया निस्तारण क्षमता कमी Posted on 27 Feb, 2024 01:23 PM

राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) भारत में एक स्वतंत्र न्यायिक निकाय है जिसे विशेष रूप से पर्यावरणीय मुद्दों और विवादों को संबोधित करने के लिए स्थापित किया गया है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने उत्तराखंड समेत कई राज्यों में गंगा नदी के प्रदूषण को लेकर चिंता जताई है। विशेष रूप से, एनजीटी ने गंगा में अनुपचारित सीवेज के निर्वहन को रोकने में निष्क्रियता के लिए उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्

नदियों में गंदगी का निरंतर प्रवाह
तकनीक से हासिल निर्मल जल
खारे पानी को मीठे पानी में बदलने के लिए विलवणीकरण किया जाता है ताकि यह मानव खपत या सिंचाई के उपयुक्त बन सके। उन क्षेत्रों में जहां ताज़े पानी की उपलब्धता सीमित है, वहां सस्ते ढंग से ताजा पानी उपलब्ध कराने के लिए आजकल विलवणीकरण की प्रक्रिया पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। Posted on 05 Aug, 2023 01:54 PM

वर्तमान युग में एक ओर लोगों को साफ जल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है तो दूसरी ओर जल से संबंधित समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। जल संबंधी समस्याओं में सर्वप्रमुख है जल का खारापन, जिसके लिए अब विलवणीकरण या डिसेलिनेशन तकनीक का व्यापक प्रयोग किया जा रहा है। सरल भाषा में कहें तो विलवणीकरण उस प्रक्रिया को कहते हैं.

तकनीक से हासिल निर्मल जल,PC-Wikipedia
फसलों में सिंचाई के लिये अपशिष्टजल का उपयोग
देश में बढ़ती आबादी, औद्योगिकीकरण, गहन कृषि और शहरीकरण आदि हमारे विशाल लेकिन सीमित जल संसाधनों पर भारी दबाव डालते हैं। इसके परिणाम स्वरूप, भारत में वर्ष 2050 तक जल की माँग 32 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी, जिसमें औद्योगिक और घरेलू क्षेत्र में ही इस पूरी माँग का 85 प्रतिशत हिस्सा होगा। अनियंत्रित शहरीकरण के कारण भूजल का अधिकाधिक दोहन, जलभृतों को पुनः भरित करने में असफलता एवं जलग्रहण (कैचमेंट) क्षमता में कमी आदि जल संतुलन में अनिश्चित दबाव के कई मुख्य कारण हैं। Posted on 22 May, 2023 03:33 PM
प्रस्तावना

वर्तमान में बढ़ती वैश्विक आबादी के साथ जल की आपूर्ति और माँग के बीच का अंतर बहुत बढ़ता ही जा रहा है और यह एक ऐसे खतरनाक स्तर तक पहुँच गया है। कि दुनिया के कुछ हिस्सों में यह मानव अस्तित्व के लिये खतरा पैदा कर रहा है दुनिया भर में बहुत से वैज्ञानिक जल संरक्षण के नये और आधुनिक तरीकों पर अनुसंधान कर रहे हैं। लेकिन अभी भी इसमें उतनी प्रगति प्राप्त नहीं हु

फसलों में सिंचाई के लिये अपशिष्टजल का उपयोग, PC-organicawater
2050 तक भारत में उपचारित अपशिष्ट जल का बाजार मूल्य दोगुना से अधिक हो जाएगा
भारत के पास उपचारित जल  का पुन: उपयोग करने की जबरदस्त क्षमता है जो वर्ष 2050 तक उसके 26 गुना क्षेत्र को सिंचित करने के लिए पर्याप्त होगा।
Posted on 30 Mar, 2023 03:14 PM

भारत 2050 तक अनुमानित सीवेज उत्पादन और उपचार क्षमताओं के आधार पर 35,000 मिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक अपशिष्ट जल जमा कर सकता है। एक अध्ययन के अनुसार भारत के पास उपचारित जल  का पुन: उपयोग करने की जबरदस्त क्षमता है जो वर्ष  2050 तक भारत के 26 गुना क्षेत्र को सिंचित करने के लिए पर्याप्त होगा। अध्ययन से ये भी बात सामने आई है कि अगर भारत  साल 2021 में उपचारित जल का प्रयोग करता  तो  वह लगभग  28 मिलियन

जल उपचार संयंत्र, Pc(cleantechwater)
हरियाणा के 30 गांवों में गुरुग्राम के उपचारित सीवेज पानी का होगा इस्तेमाल
गुरुग्राम प्रशासन की और से गुरुग्राम और पड़ोसी जिलों के सूखे गांवों में सिंचाई के लिए उपचारित सीवेज के पानी का पुन: उपयोग करने की योजना बनाई है।इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य 30 गांवों में 51,000 एकड़ से अधिक की सिंचाई के लिए धनवापुर और बेहरामपुर सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) से 550 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल का उपयोग करना है Posted on 03 Jan, 2023 01:13 PM

गुरुग्राम प्रशासन  की और से  गुरुग्राम और पड़ोसी जिलों के सूखे गांवों में सिंचाई के लिए उपचारित सीवेज के पानी का पुन: उपयोग करने की योजना बनाई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का मुख्य उद्देश्य गुरुग्राम के आसपास के जिलों के लगभग 30 गांवों में 51,000 एकड़ से अधिक की सिंचाई के लिए धनवापुर और बेहरामपुर सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) से 550 एमएलडी उपचारित अपशिष्ट जल का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये सभ

30 गांवों में गुरुग्राम के उपचारित सीवेज पानी का होगा इस्तेमाल
×