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उत्तर प्रदेश
जनता ने उतारी गंगा
Posted on 14 Jul, 2009 01:02 PMकानपुर देहात। शिवली स्थित शोभन आश्रम की अगुवाई में जनता के भगीरथ प्रयास से गंगा उतरने की घटना मूर्त रूप ले रही है। कर्मकांड से अलग हट कर इस आश्रम के स्वामीजी ने इहलोक सुधारने को वरीयता दी और दर्जनों गांवों की हजारों हेक्टेयर असिंचित भूमि की प्यास बुझाने के लिए जनसहयोग से नहर का निर्माण करा दिया। यह महत्वाकांक्षी पब्लिक कैनाल परियोजना अब पूरी होने की ओर है।उत्तर प्रदेश में सिंचाई संकट
Posted on 13 Jul, 2009 08:49 PMलखनऊ, 10 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में मानसून की बेरुखी के चलते झ्झील, तालाब और पोखर तेजी से सूख रहे हैं, जिससे सिंचाई व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। बारिश न होने से राज्य सिंचाई विभाग के अधीन 50 से ज्यादा झीलों का 75 फीसदी पानी सूख चुका है।महोबा की नदियों को भगीरथ का इंतजार
Posted on 13 Jul, 2009 12:19 PMमहोबा। कभी जिले की भाग्य रेखा बनकर बहने वाली छह नदियां अपने अमृतमयी जल से लाखों लोगों की प्यास बुझाने के साथ ही लाखों एकड़ कृषि भूमि और वृहद वन क्षेत्र सिंचित करती थीं। लेकिन आज वही नदियां अपना अस्तित्व बचाने को कराह रही हैं। महोबा के लोगों को जीवन देने वालीं इन नदियों को अब किसी भगीरथ की तलाश है।
गुरु दक्षिणा में वर्षाजल संचय
Posted on 11 Jul, 2009 09:41 AMबीकानेर, 7 जुलाई। देवीकुण्ड सागर स्थित ब्रह्म गायत्री सेवाश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव राष्ट्र उन्नति, विश्व शांति के रुप में मनाया गया। गुरु शब्द की मीमांसा करते हुए सेवाश्रम के अधिष्ठाता पं.गंगाजल अमृत नहीं अब आर्सेनिक
Posted on 17 Jan, 2009 12:30 AMमदन जैड़ा/ हिन्दुस्तान
नई दिल्ली, 15 जनवरी।
गंगा का पानी कभी सबसे स्वच्छ होता था इसलिए वेदों-पुराणों तक में कहा गया है-गंगा तेरा पानी अमृत। मान्यता थी कि इसे पीकर या इसमें डुबकी लगाकर बीमारियां दूर हो जाती हैं। लेकिन अब स्थिति उलट है। गंगा के इर्द-गिर्द बढ़ते शहरीकरण, उद्योग धंधों से निकलने वाले कचरे, प्रदूषणकारी तत्वों के बढ़ने के कारण गंगाजल में आर्सेनिक का जहर घुल गया है।
उत्तरप्रदेश में जल संसाधन प्रबंधन और नियामक आयोग
Posted on 01 Nov, 2008 10:11 PMपिछले माह उत्तरप्रदेश सरकार ने “जल संसाधन प्रबंधन और नियामक आयोग” संबंधी अधिनियम बना लिया है। उत्तरप्रदेश में जल संसाधनों का अंधाधुंध दोहन अब संज्ञेय अपराध की श्रेणी में आ गया है। राज्यपाल टीवी राजेस्वर ने 'उत्तर प्रदेश जल प्रबंधन एवं नियामक आयोग विधेयक 2008' को मंजूरी दे दी है। इस कानून में जल संसाधनों को विनियमित करने, इसका विवेकपूर्ण उपयोग करने, कृषि कार्यो के लिए समुचित प्रयोग करने तथा भूगर
मेसर्स थ्री स्टार पेपर मिल्स में स्वच्छ उत्पादन
Posted on 10 Oct, 2008 06:53 PMभूमिका
गूदा एवं कागज उद्योग विश्व भर में चक्रण युक्त वस्तुओं से प्रभावित होते हैं। चूंकि मात्रात्मक प्रतिबंध उठा लिए गए हैं इसलिए सस्ते दाम पर बड़ी मात्रा में आयतित गूदा उपलब्ध है। इस उद्योग में मंदी का माहौल है जिससे लाभ पर असर पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश के रूफ टाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रोफेशनल्स
Posted on 23 Sep, 2008 07:08 PMडाटा टेक्नोसिस (इंजीनियर्स) प्रा०लि०, शान्तिमूर्ति सेवा संस्थान, हरियाली एच.जी.ओ., लक्ष्य, नरायन प्रगति आश्रम सेवा संस्थान उ.प्र., पहल जन विकास संस्थान लखनऊ, महाराण प्रताप शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान, राष्ट्रीय एकता संस्थान, अर्चना सेवा संस्थान, मेसर्स आर्कीटेक प्लस, मातृभूमि सेवा संस्थान., सोसायटी फॉर इको सस्टेनेवल, डेवलपमेंट, ग्लोबल आइडियाज, प्रकाश फाउन्डेशन., प्रियदर्शनी ज्ञानोदय प्रशिक्षण समिति,जहर बुझा पानी
Posted on 22 Sep, 2008 07:16 PMसंजय तिवारी/ उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में बहनेवाली हिडंन जब दिल्ली के पास यमुना में आकर मिलती है तो कितनों को तारती है पता नहीं लेकिन बहुतों को मारती जरूर है।