Posted on 12 Oct, 2017 10:17 AM खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने की दिशा में बारानी क्षेत्रों में कृषि उत्पादन बढ़ाने की अपार सम्भावनाएँ हैं जो देश के शुद्ध खेती योग्य क्षेत्र का लगभग 60 प्रतिशत भाग है। लाल मिट्टियों का समूह तीन मृदा समूहों (लाल, काली एवं उप पहाड़ी मिट्टियाँ) में से एक प्रमुख समूह है जो मुख्यरूप से बारानी क्षेत्रों में पाया जाता है। पारम्परिक विधियों से खेती करने पर इन मिट्टियों से जल अपवाह एवं मृदा कटाव होत
Posted on 26 Sep, 2017 12:00 PM कभी बाढ़ तो कभी सूखा से हो रहे जलवायु परिवर्तन और भविष्य में इससे बढ़ने वाले मानव पर संकट को भाँपकर चतुर नेता इस समय पर्यावरण हितैषी बनने की कोशिश में खासकर पानी के भयावह होते संकट को देखते हुए नदी से राजनैतिक नहर निकालने की कोशिश की जा रही है। दरअसल, मध्य प्रदेश में पिछले लगभग 12 वर्षों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहाँ नर्मदा सेवा यात्रा निकालकर देश में सबसे बड़े नदी शुभचिन्तकों की इमे
Posted on 22 Sep, 2017 10:55 AM पाँच दिन पहले अपने जन्मदिन पर देश को सरदार सरोवर बाँध समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कच्छ जिले के रण क्षेत्र को सूखाग्रस्त इलाके के समान मानने का निर्णय किया है।
Posted on 16 Sep, 2017 10:12 AM जल संसाधन का उपयोग कृषि में सिंचाई के अलावा मनुष्यों, पशुओं और अन्य जीवों के पीने के लिये, शक्ति के उत्पादन गंदे पानी को बहाने, सफाई, घोंघा, मछलीपालन, मनोरंजन, औद्योगिक कार्य एवं सौर परिवहन आदि हेतु किया जाता है। ऊपरी महानदी बेसिन में वर्तमान में जल का उपयोग घरेलू, औद्योगिक कार्य, मत्स्यपालन, शक्ति के उत्पादन एवं मनोरंजन हेतु किया जा रहा है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था और मानव आहार में मछली का अति महत्त्वपूर्ण स्थान है। प्राचीनकाल से ही मछली पालना एवं मछली पकड़ना एक महत्त्वपूर्ण उद्योग रहा है। मछली मनुष्य के भोजन का न केवल महत्त्वपूर्ण पदार्थ है अपितु यह सबसे सस्ता एवं सुगम खाद्य है। विभिन्न भागों में मछली की खपत मुख्यत: स्थानीय परम्परा रीति-रिवाज, धर्म एवं मछली पकड़ने की सुविधा पर निर्भर करती है।