Posted on 09 Oct, 2014 04:12 PM उत्तर प्रदेश के कानपुर के पास ही किसी गांव में जन्मे उमाकांत उमराव ने मध्य प्रदेश के देवास में जिलाधीश के पद पर लगभग डेढ़ साल की एक छोटी सी अवधि में यहां की पारंपरिक तालाब संस्कृति को अपने बूते जिंदा कर दिखाया जिसकी वजह से यहां के बच्चे-बूढ़े, औरतें सभी उनके दीवाने हो गए और उन्हें श्रद्धा से भरकर जलाधीश (जल देवता) कहकर पुकारने लगे।
मालवा क्षेत्र के सबसे सूखे जिले देवास में तबादले की खबर सुनते ही उनके घर-परिवार और दोस्त उन पर इस बात का दबाव बनाने लगे कि किसी तरह वे अपने तबादले का आदेश रुकवा लें। असल में देवास में 1990 से ही पीने का पानी रेलगाड़ियों में टैंकर भरकर लाया जाने लगा था।
Posted on 26 Dec, 2013 03:01 PMजल संरक्षण को अपने जीवन का ध्येय बना चुके मध्य प्रदेश कैडर के आइ.ए.एस. उमाकांत उमराव ने जल संरक्षण का मॉडल खड़ा कर देवास जिले को सूखे से निजात दिलाने में सफलता हासिल की। उनके इस कार्य को मॉडल मानते हुए यू.एन.
Posted on 20 Oct, 2013 10:35 AMस्वप्रेरणा से पानी सहेजने में अव्वल धतूरिया गांव की जल संरचनाओं को देखने प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के किसान पहुंच रहे हैं। ये किसान अब अपने क्षेत्र में भी पानी सहेजने के लिए मुहिम छेड़ेंगे। धतुरिया पानीदार लोग अब अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं।