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देहरादून जिला
कहाँ गये 3403 चाल-खाल
Posted on 16 Jun, 2018 02:44 PM
भूजल रिचार्ज करने और अन्य प्राकृतिक जल-स्रोतों में पानी का प्रवाह बनाये रखने के लिये प्रदेशभर में बनाये गये 3403 चाल-खाल का अता-पता नहीं है। ये चाल-खाल वर्तमान में बचे भी हैं या क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, इनके रिकॉर्ड जल संस्थान के पास हैं ही नहीं।

बारिश से नहीं बुझ रही धरती की प्यास
Posted on 12 Jun, 2018 02:11 PMहमारा दून किस भविष्य की तरफ बढ़ रहा है। एक ओर पानी के लिये भूजल पर हमारी निर्भरता 90 फीसद तक बढ़ गई है और दूसरी तरफ हम भूगर्भ के भण्डार के पुनर्भरण की तरफ भी ध्यान नहीं दे रहे। भवनों में वर्षा जल संग्रहण के लिये छत पर टैंक निर्माण की बात तो दूर सिस्टम की अनदेखी ने प्राकृतिक रूप से वर्षा जल रिचार्ज की राह भी बाधित कर दी है। एमडीडीए के ट्रांसपोर्ट प्लानर जगमोहन सिंह के ताजा शोध पर गौर करें तो
स्रोतों का 2.2 करोड़ लीटर पानी घटा
Posted on 10 Jun, 2018 02:36 PMकोई भी सम्पदा कितनी ही अधिक क्यों न हो, यदि उसका संरक्षण न किया जाये तो एक दिन उसे समाप्त होने से कोई नहींं रोक सकता। जल भी ऐसी ही एक सम्पदा है, जिसे संरक्षण के बिना महफूज रख पाना सम्भव नहीं। राज्य गठन से अब तक के 18 साल के अन्तराल की बात करें तो पानी को हमने सिर्फ दोहन का जरिया समझा है। सतह के स्रोत (नदी,झरने) सूखने लगे तो एक पल गँवाए बिना धरती का सीना चीरकर भूजल गटकने लगे। पानी की सिर्फ भोगने
पॉलिथीन होटलों और वेडिंग प्वाइंट पर कसेगा शिकंजा
Posted on 09 Jun, 2018 06:37 PM
शहर के होटल, वेडिंग प्वाइट को अपने यहाँ बोर्ड पर ‘पॉलिथीन प्रतिबन्धित’ होने की बात लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। सभी को बोर्ड में लिखना होगा कि पॉलिथीन प्रतिबन्धित है और इसका इस्तेमाल यहाँ न करें। ऐसा न करने पर सम्बन्धित होटल व वेडिंग प्वाइंट के खिलाफ पाँच हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।

रिस्पना और बिंदाल के जलग्रहण क्षेत्र पर अवैध कब्जा
Posted on 09 Jun, 2018 06:30 PMदेहरादून। राजधानी की प्रमुख नदियों पर अफसरों की अनदेखी और अतिक्रमणकारियों की मनमानी से आबादी बस गई है। स्थिति यह है कि नदियों पर बहुमंजिला इमारतें और आवासीय प्रोजेक्ट तक खड़े कर दिये। अधिकारियों में दृढ़ इच्छाशक्ति के अभाव के कारण हालात और खराब होते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि शहर की नालियों को भी अतिक्रमणकारियों ने नहीं छोड़ा उन पर भी दुकानें बना ली है।
आबादी तक पहुँची वनाग्नि की लपटें
Posted on 09 Jun, 2018 06:27 PM
पौड़ी शहर के चारों तरफ के जंगल वनाग्नि की भेंट चढ़ चुके हैं, अब जंगलों से होकर आग बस्ती की ओर रुख कर गई है। मंगलवार को पौड़ी के कण्डोलिया क्षेत्र में आग डीएफओ कार्यालय के निकट स्थित घरों तक जा पहुँची। एहतियात के तौर पर केन्द्रीय विद्यालय के बच्चों की छुट्टी कर दी गई। वन विभाग व फायर सर्विस के घंटों प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

शहर को प्रदूषण से बचाने की कवायद
Posted on 09 Jun, 2018 11:58 AMपर्यावरण एवंं वन मंत्रालय ने 1989 में पर्यावरण संरक्षण कानून