देहरादून जिला

Term Path Alias

/regions/dehradun-district

पहाड़ों में कृषि पर पड़ रही है मौसम की मार
Posted on 15 Sep, 2018 06:52 PM

उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश के ऊँचाई वाले क्षेत्रों में आ रहे मौसमी बदलाव का असर इन क्षेत्रों की कृषि व्यवस्था पर साफ-साफ दिखने लगा है। यह बात माउंटेन फोरम हिमालय (Mountain Forum Himalaya) द्वारा मध्यांचल फोरम (Madhyanchal Forum) नामक संस्था के सहयोग से उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश के ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बसे ग्रामीण इलाकों में किये गए सर्वे में सामने आई है।

हिमालय में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर कार्यशाला
हिमालय में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर एकदिवसीय कार्यशाला
Posted on 14 Sep, 2018 06:39 PM

दिनांक- 15 सितम्बर 2018,
स्थान - मसीही ध्यान केन्द्र, राजपुर, देहरादून
समय - 10-05 बजे तक
दिन - शनिवार

विषय - उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर अध्ययन रिपोर्ट के प्रस्तुतिकरण एवं एक दिवसीय कार्यशाला हेतु सादर निमंत्रण

हिमालय
दून में प्लास्टिक से बनेगा डीजल
Posted on 13 Sep, 2018 04:03 PM

बायोफ्यूल (फोटो साभार - फोटो साभार - फाइनेंशियल ट्रिब्यून)भारत में बढ़ते प्लास्टिक के पहाड़ आने वाले दिनों में शायद बीते दिनों की बात हो जाएँ। इसकी वजह है देहरादून स्थित इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (Indian Institute of Petroleum, IIP) ने प्लास्टिक कबाड़ से डीजल, पेट्रोल और घरेलू गैस बनाने की तकनीक

बायोफ्यूल
डॉप्लर रडार, इन्तजार अभी बाकी है
Posted on 10 Sep, 2018 12:57 PM

डॉप्लर रडार (फोटो साभार - विकिपीडिया)उत्तराखण्ड में बादल फटने से इस वर्ष अब तक लगभग एक दर्जन लोगों की जानें जा चुकी हैं और दर्जनों घर जमींदोज हो चुके हैं। राज्य में इस वर्ष अब तक 10 से ज्यादा बादल फटने की घटनाएँ हो चुकी हैं। प्रदेश की राजधानी देहरादून भी इससे अछूती नहीं है। 11 जुलाई को सीमाद्वार इलाक

डॉपलर रडार
नौलाे-धारे के हिमायतियों की राज्यस्तरीय कार्यशाला
Posted on 19 Aug, 2018 02:03 PM

स्प्रिंग का महत्त्व और छोटे जलस्रोतों की उपेक्षा को लेकर देहरादून स्थित चिराग, सिडार और अर्घ्यम संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें भविष्य में उत्पन्न होने वाले जल संकट और नदियों के घटते जलस्तर को लेकर विशेषज्ञ ने अपनी-अपनी राय प्रस्तुत की है। राय दी कि बिना जैवविविधता के पानी को बचाना आज के समय में कठिन है। साथ ही जल संरक्षण के लिये वैज्ञानिक और लोक ज

नौलाे-धारे के हिमायतियों की राज्यस्तरीय कार्यशाला
पहाड़ की बर्बादी का कारण है चीड़
Posted on 11 Aug, 2018 02:54 PM

चीड़ (फोटो साभार - डाउन टू अर्थ)औपनिवेशिक काल में पहाड़ की आर्थिकी को मजबूत करने के नाम पर तुरन्त लाभ कमाने के उद्देश्य से लाया गया चीड़ आज पहाड़ की आर्थिकी ही नहीं वरन पूरे मानव जीवन के लिये संकट का कारण बन खड़ा हुआ है। चीड़ के जंगलों में लगने वाली आग प्रतिवर्ष जहाँ करोड़ों रुपए मूल्य की वन सम्पदा न

चीड़
दो लाख हेक्टेयर में होगी जैविक खेती
Posted on 30 Jul, 2018 03:05 PM

उत्तराखण्ड इस बात के लिये भाग्यशाली है कि पहाड़ी क्षेत्रों में रासायनिक खादों का प्रयोग नाम मात्र का होता है। कम

ब्रुसेल्स
आने वाले तीस वर्षों में दुर्लभ हो जाएगा जल
Posted on 29 Jul, 2018 06:13 PM

सुख-सुविधा की चाह में लोग विस्थापित हो रहे हैं या विकास का नया मॉडल उन्हें विस्थापन के लिये मजबूर कर रहा है। विक

नौला
बारिश की मात्रा में आई गिरावट
Posted on 23 Jul, 2018 03:47 PM


उत्तराखण्ड में बारिश की मात्रा में लगातार कमी आती जा रही है। इसकी बड़ी वजह जलवायु परिवर्तन को माना जा सकता है। मौसम विभाग द्वारा जारी किये गये आँकड़ों के अनुसार मानसून के सक्रिय होने के बाद से अभी तक यहाँ सामान्य से 9 प्रतिशत कम बारिश हुई है।

वर्षा
×