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देहरादून जिला
भानुप्रताप शुक्ल की याद में
Posted on 07 Sep, 2015 03:32 PMदेहरादून के इण्डियन पब्लिक स्कूल का शैक्षिक वातावरण आधुनिकता और गुरुकुलीय परम्परा का समन्वय है।
आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्ध, आज भी अधूरा प्रयास
Posted on 06 Sep, 2015 01:40 PMहिमालय दिवस 9 सितम्बर 2015 पर विशेष
उत्तराखण्ड : वनों के दोहन से परम्परागत जल पद्धति पर संकट
Posted on 06 Sep, 2015 12:21 PMहिमालय दिवस 9 सितम्बर 2015 पर विशेष
उत्तराखण्ड के ठेठ ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि एवं पशुपालन है। यही उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत भी है। यानि कृषि-पशुपालन से ही से वे भोजन एवं वस्त्रों की अपनी समुचित व्यवस्था भी करते हैं और अपने इस व्यवसाय के साथ-साथ वे प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के भी पुख्ता उपादान करते रहे हैं।
हिमालय दिवस, हिमालय नीति और पर्यावरणविद्
Posted on 06 Sep, 2015 11:18 AMहिमालय दिवस 9 सितम्बर 2015 पर विशेष
चौमास की बारिश
Posted on 31 Aug, 2015 11:15 AMबीड़ी का सुट्टा लगाते हुए मधिया देहरी पर बैठ गया। उसका मन भी बेचैन था। मधिया के चेहरे की बेचैनी
आपदा के दो वर्ष बाद
Posted on 09 Aug, 2015 01:06 PMचन्द्रापुरी मन्दाकिनी घाटी का सबसे सुन्दर और लहलहाते खेतों के बीच बसा एक ऐसा पहाड़ी गाँव था जहाँ मन्दाकिनी का पुल पार करते ही गाँव की देहरी पर ग्रामीण परिवेश की सौंधी यूँ ही लोगों कोे अपनी ओर आकर्षित करती थी। मगर 2013 साल के मध्यस्थ में प्रकृति ने इस गाँव की रौनक मातम में बदल डाली।
यमुना के अस्तित्व पर भारी संकट
Posted on 26 Jul, 2015 12:32 PMपनबिजली परियोजनाओं में जनसुनवाई बन गई खानापूर्ति
कोसी को बचाने की जंग
Posted on 02 Jul, 2015 10:34 AMअपने अथाह जल प्रवाह और विकराल रूप के कारण बिहार का शोक कही जाने वाली कोसी आज अपने अस्तित्व के संकट से जूझ रही है। इसके लगातार घटते जल स्तर के कारण आज यह सूखने के कगार पर है। यद्यपि लोगों, स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी कर्मियों के मिले-जुले प्रयास इसे बचाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। कोसी को बचाने की इसी जद्दोजहद की एक दास्तान।