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जलवायु परिवर्तन का खतरा
Posted on 03 Oct, 2014 11:28 AM एशियाई विकास बैंक की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्त
ई-शासन से बेहतर हुआ गांवों का प्रशासन
Posted on 02 Oct, 2014 06:32 PM ई-शासन व्यवस्था लागू होने से ग्रामीण प्रशासन सशक्त हुआ है। ग्राम पं
मृदा उर्वरता बनाए रखने के लिए हरी खाद का उपयोग
Posted on 30 Sep, 2014 07:12 PM हरितक्रान्ति की होड़ में किसान रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और खरपत
अधिक उत्पादन के लिए समेकित पोषक तत्व प्रबंधन
Posted on 30 Sep, 2014 03:58 PM पिछले कुछ दशकों में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने के लिए अंधाधुंध रासाय
क्षरित भूमि को संरक्षित करने का प्रबंध हो
Posted on 29 Sep, 2014 05:11 PM क्षरित भूमि के तहत आने वाली अपदरित भूमि, लवणीय एवं क्षारीय भूमि, जल
बेहतर कृषि प्रबंधन समय की आवश्यकता
Posted on 29 Sep, 2014 03:58 PM भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि और उससे संबंधित क्षेत्रों का योग
वर्षा आई! नदी बही! वाष्प भरी हवा
Posted on 27 Sep, 2014 11:20 AM तेज पानी बरसने पर भी वनस्पति, पेड़ पौधों, घास आदि के कारण पानी के
बाढ़ प्रकृति और जीवन का हिस्सा है : अनुपम मिश्र
Posted on 26 Sep, 2014 04:05 PM पर्यावरणविद् व लेखक अनुपम मिश्र से स्वतंत्र मिश्र की बातचीत पर आधारित साक्षात्कार

. बाढ़-सुखाड़ तो अब उद्योग के रूप में पहचाना जा रहा है। क्या कारण है कि इस पर नियंत्रण नहीं किया जा सका है?
यह एक कारण हो सकता है। कुछ लोगों को बाढ़ का इंतजार रहता है। यह बुरी बात है कि जिस कारण से हजारों लोगों की जान जाती है, उसी का इंतजार कुछ नेताओं में से और कुछ अधिकारियों में से लोगों को होता है। इसमें से कुछ समाजसेवी भी हो सकते हैं। उनको अपने एक-दो मकान बनाने के लिए लाखों के घर उजड़ जाने का इंतजार रहता है। यह बहुत शर्म की बात है।

आप जिलाधिकारियों एवं राज्य के अधिकारियों को बाढ़ की पूर्व तैयारी के बाबत कुछ सलाह देना चाहते हैं? वे सलाह क्या हैं?
यह बहुत ही अनौपचारिक है। मेरे मन में यह है कि इन लोगों से कोई संस्था बात कर पाती। अप्रैल, मई, जून में ऐसी योजना बना पाते ताकि खाद्य सामग्री को सस्ते वाहनों से पहुंचाया जा सकता। उनके लिए हेलिकॉप्टर जैसे मंहगे वाहन इस्तेमाल नहीं किए जाते। पिछले साल बिहार में दो करोड़ की पूरी और आलू 52 करोड़ रुपए खर्च करके हेलिकॉप्टर से लोगों तक पहुंचाए गए थे। इस तरह की बेवकूफी का क्या मतलब है? क्या आप हजार नाविक इस काम के लिए तैयार नहीं कर सकते हैं?
Anupam Mishra
हिमालय पर्वत
Posted on 24 Sep, 2014 02:35 PM हिमालय पर 4,500 मीटर की ऊंचाई चढ़ने पर पहाड़ों पर साल भर हिम जमी र
प्रकृति का महाभाष्य
Posted on 24 Sep, 2014 10:45 AM मेघ जड़ रूप नहीं है। जिसे हम जड़ समझते हैं वह वास्तव में प्रकृति क
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