Posted on 29 Nov, 2014 01:00 AMकुदरत ने इस धरती पर मानव कल्याण के लिए भांति-भांति की फसलों को पैदा किया है जो सभी विभिन्न विलक्षण गुणों से ओत-प्रोत हैं। कुछ फसलें हमारे भोजन की स्रोत हैं तो कुछ हमारे प्रोटीन तथा खाद्य वसा की। कुछ स्वास्थ्यवर्धक मीठे-मीठे फल हैं तो कुछ पौष्टिकता से भरी हुई शाक-सब्जियां हैं। कुछ हमारे भोजन को सुगंध, आकर्षण तथा स्वाद प्रदान करती हैं तो दूसरी हमारे भोजन में मिठास घोल देती हैं। कुछ फसलें हमें तन ढकन
Posted on 26 Nov, 2014 01:36 PM 2015-16 जल संरक्षण वर्ष होगा। इस वर्ष के दौरान “हमारा जिला : हमारा जल’’ के नारे को लेकर जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सरंक्षण मंत्रालय, हर जिले में पहुंचेगा। भारत के प्रत्येक जिले में पानी की दृष्टि से एक संकटग्रस्त गांव को ‘जलग्राम’ के रूप में चुनकर जल संकट से मुक्त किया जाएगा। भारत जल सप्ताह के सालाना आयोजन की अगली तारीखें 13-17 जनवरी, 2015 तय की गईं हैं।
इन तारीखों तक मंत्रालय, जलग्राम की सूची तैयार कर लेगा। प्रत्येक जिले की जल संरचनाओं को चिन्हित करने का काम भी इन तारीखों तक पूरा हो जाएगा। मंत्रालय चाहता है कि भारत का कोई प्रखंड ऐसा न छूट जाए, जिसके बारे में यह ज्ञात न हो कि उसमें कितनी जल संरचना, कहां-कहां और किस स्थिति में हैं। इस समूची तैयारी के लिए जल संसाधन मंत्रालय के अधिकारी, प्रधानमंत्री कार्यालय की रफ्तार में काम कर रहे हैं।