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विश्व मौसम संगठन
Posted on 29 Jan, 2011 12:13 PM

विश्व मौसम संगठन (डब्लूएमओ) ने मानव सुरक्षा और कल्याण के लिए बहुत योगदान किया है। पिछले साठ सालों में डब्लूएमओ के सफर और डब्लूएमओ में भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की भूमिका का जिक्र करते हुए आईएमडी के महानिदेशक डा.

कैसे होता है पर्यावरणीय प्रभाव का मूल्यांकन?
Posted on 28 Jan, 2011 04:33 PM राष्ट्रीय पर्यावरण नीति, 2006 पर्यावरण सुरक्षा को विकास प्रक्रिया के अभिन्न अंग और सभी विकास गतिविधियों में पर्यावरणीय प्राथमिकता के रूप में पहचान प्रदान करती है। इस नीति का मुख्य ध्येय वाक्य है कि पर्यावरणीय संसाधनों का संरक्षण जीविका, सुरक्षा और सभी के कल्याण के लिए जरूरी है। इसके साथ ही संरक्षण के लिए मुख्य आधार यह होना चाहिए कि किन्हीं खास संसाधनों पर आश्रित लोग संसाधनों के क्षरण से नहीं बल्क
ओजोन परत
Posted on 28 Jan, 2011 12:46 PM सूर्य का प्रकाश ओजोन परत से छनकर ही पृथ्वी पर पहुंचता हैं। यह खतरनाक पराबैंगनी विकिरण को पृथ्वी की सतह पर पहुंचने से रोकती है और इससे हमारे ग्रह पर जीवन सुरक्षित रहता है। ओजोन परत के क्षय के मुद्दे पर पहली बार 1976 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की प्रशासनिक परिषद (यूएनईपी) में विचार-विमर्श किया गया। ओजोन परत पर विशेषज्ञों की बैठक 1977 में आयोजित की गई। जिसके बाद ‘यूएनईपी’ और विश्व मौसम सं
अशांत वायुमंडल
Posted on 24 Jan, 2011 11:04 AM सामान्यतया वायुमंडल गैसों का मिश्रण है जिसके तीन चौथाई से अधिक भाग में नाइट्रोजन व शेष हिस्से में ऑक्सीजन उपस्थित होती है। इन दोनों गैसों के पश्चात शेष बचे एक प्रतिशत भाग में कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प और ओजोन आदि गैसों का मिश्रण वर्षा एवं बादल जैसे मौसमी घटकों को प्रभावित करने के साथ ही पूरी पृथ्वी की जलवायु को प्रभावित करने वाले हरित ग्रह प्रभाव और ग्लोबल वार्मिंग यानी वैश्विक तापन जैसी परिघटनाओं को भी प्रभावित करता है।मौसम पृथ्वी के वायुमंडल की विभिन्न घटनाओं पर निर्भर करता है। सभी मौसमी परिघटनाएं जैसे बादल, हिमपात, बारिश, तूफान और चक्रवात वायुमंडल में ही घटित होती हैं। जब हम जमीन से आसमान की ओर देखते हैं तब हम वास्तव में धरती को कंबल की तरह ढके हुए वायुमंडल की ओर देख रहे होते हैं। सामान्यतया वायुमंडल गैसों का मिश्रण है जिसके तीन चौथाई से अधिक भाग में नाइट्रोजन व शेष हिस्से में ऑक्सीजन उपस्थित होती है। इन दोनों गैसों के पश्चात शेष बचे एक प्रतिशत भाग में कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प और ओजोन आदि गैसों का मिश्रण वर्षा एवं बादल जैसे मौसमी घटकों को प्रभावित करने के साथ ही पूरी पृथ्वी की जलवायु को प्रभावित करने वाले हरित ग्रह प्रभाव और ग्लोबल वार्मिंग यानी वैश्विक तापन जैसी परिघटनाओं को भी प्रभावित करता है।
जल संबंधी तकनीकी शब्दावली
Posted on 20 Jan, 2011 12:31 PM केन्द्रीय मृदा एवं सामग्री अनुसंधानशाला जल संसाधन मंत्रालय का एक सम्बद्ध कार्यालय है। इसे मुख्य रूप से राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नदी घाटी परियोजनाओं के निर्माण से संबंधित भू-तकनीकी अभियांत्रिकी एवं निर्माण सामग्री के आधारभूत तथा अनुसंधान समस्याओं के संबंध में कार्य करने वाले एक प्रमुख संस्थान के रूप में जाना जाता है । अनुसंधानशाला में उच्च प्रशिक्षण प्राप्त इंजीनियर तथा वैज्ञानिक हैं
'पानी बचाने के सरल उपाय' पुस्तिका
Posted on 18 Jan, 2011 01:07 PM
केन्द्रिय भूमि जल बोर्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तिका में पानी बचाने के बारे में काफी जानकारियां पा सकते हैं।

पुस्तिका पढ़ने के लिए आप यहां क्लिक करें।
 
बीज बचाइये, पौरुष बचेगा
Posted on 17 Jan, 2011 01:38 PM बीजों के भीमकाय सौदे को समझने के लिए हमें पहले बीज के रहस्य को समझना होगा। धरती क
seed
अब हम भी आगे आएंगे
Posted on 17 Jan, 2011 01:00 PM
पोस्टर का हाई रिज्योल्यूशन यहां अटैचमेंट में उपलब्ध हैं। आप डाऊनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं
 
सात अवतार
Posted on 17 Jan, 2011 12:25 PM पानी हमारे जीवन में इन रूपों में रोजमर्रा के काम आता है। पानी के सात अवतार में हमें पानी को सहेज और प्यार से बरतना है।
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