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भारत
सोशल मीडिया की सार्थकता
Posted on 02 Feb, 2015 12:29 PMमेरा सोशल मीडिया पर कुछ अनुसंधानात्मक कार्य करने का दिल किया। कुछ दिन की स्टडी के बाद पता चला कि इसके ऊपर 60 प्रतिशत पर्सनल फोटो अपलोड किए जाते हैं, 20 प्रतिशत टेलरमेड कैप्शन अपलोड किए जाते हैं, कुछ सामग्री आगे से आगे शेयर की जाती है। अधिकतर सामग्री बिना पढ़े लाइक की जाती है। लगभग लाइक्स इसलिए भी किए जाते हैं क्योंकि वह पोस्ट उनके करीबियों या प्रभावशाली व्यक्तियों की होती हैं। एक तथ्य यह भी सापुस्तकें समाज भी बदलती हैं और भूगोल भी
Posted on 01 Feb, 2015 04:07 PM तो क्या पुस्तकें केवल ज्ञान प्रदान करती हैं? इसके अलावा और क्या करती हैं? यह सवाल अक्सर कुछ लोग पूछते रहते हैं। यदि दो पुस्तकों का जिक्र कर दिया जाए तो समझ में आता है कि पुस्तकें केवल पठन सामग्री या विचार की खुराक मात्र नहीं है, ये समाज, सरकार को बदलने और यहाँ तक कि भूगोल बदलने का भी जज्बा रखती हैं।
जब गाँधी शान्ति प्रतिष्ठान ने ‘आज भी खरे हैं तालाब’ को छापा था तो यह एक शोधपरक पुस्तक मात्र थी और आज 20 साल बाद यह एक आन्दोलन, प्रेरणा पुंज और बदलाव का माध्यम बन चुकी है। इसकी कई लाख प्रतियाँ अलग-अलग संस्थाओं, प्रकाशकों ने छाप लीं, अपने मन से कई भाषाओं में अनुवाद भी कर दिए, कई सरकारी संस्थाओं ने इसे वितरित करवाया, स्वयंसेवी संस्थाएँ सतत् इसे लोगों तक पहुँचा रही हैं।
परिणाम सामने हैं जो समाज व सरकार अपने आँखों के सामने सिमटते तालाबों के प्रति बेखबर थे, अब उसे बचाने, सहेजने और समृद्ध करने के लिए आगे आ रहे हैं।

फ्लोरोसिस प्रभावित 27 प्रदेश सरकारों को नोटिस
Posted on 31 Jan, 2015 03:22 PM1. राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिवों से छह सप्ताह में माँगा जवाब
2. स्वतः संज्ञान में लिया आयोग ने मामलाधार। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उन 27 राज्यों के प्रमुख सचिवों को नोटिस जारी किए हैं जहाँ पर पानी में फ्लोराइड की अधिक मात्रा है और फ्लोरोसिस की बीमारी फैली हुई है। नोटिस जारी करते हुए आयोग ने प्रमुख सचिवों से छह सप्ताह में इस बात की जानकारी माँगी है कि उनके यहाँ की सरकार ने फ्लोरोसिस के मामले में क्या कदम उठाए हैं। यह एक विस्तृत रिपोर्ट माँगी गई है।
गौरतलब है कि केन्द्रीय जल एवं स्वच्छता मन्त्रालय द्वारा 20 जनवरी को एक प्रस्तुति दी गई थी। इसके बाद यह कदम उठाया गया है। दरअसल यह प्रस्तुति फ्लोरोसिस को लेकर थी. इसमें बताया गया था कि किस तरह से फ्लोराइड प्रभावित राज्यों में सरकारें लम्बी, छोटी व मध्यम स्तर पर गतिविधि चलाकर फ्लोराइड उन्मूलन का काम कर रही है।

पर्यावरण संरक्षण और पूंजीवाद साथ-साथ नहीं चल सकता
Posted on 30 Jan, 2015 03:19 PMपिछले दिनों संयुक्त राष्ट्र समर्थित इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) ने चेतावनी देते हुए कहा कि कार्बन उत्सर्जन न रुका तो नहीं बचेगी दुनिया। दुनिया को खतरनाक जलवायु परिवर्तनों से बचाना है तो जीवाश्म ईंधन के अन्धाधुन्ध इस्तेमाल को जल्द ही रोकना होगा।
पानी
Posted on 30 Jan, 2015 01:33 PM
इसका कोई रंग नहीं है, पर इस जग की रंगत पानी।
चट्टानों से लड़कर बढ़ती जिजीविषा की धारा पानी,
नदियाँ
Posted on 30 Jan, 2015 01:31 PM
बस्ती-बस्ती बाँटें, अमृत-जल नदियाँ।
क्या पाकर, गम्भीर-गहन हो जाती हैं,
बचपन की सोतों जैसी, चंचल नदियाँ।
जलवायु परिवर्तन से मुकाबले को साझा कदम
Posted on 29 Jan, 2015 11:54 AMओबामा ने कहा, ‘इस मुद्दे पर भारत की आवाज बेहद महत्वपूर्ण है। संभवतः कोई अन्य देश जलवायु परिव
मुम्बई में मत पीना बन्द बोतल का पानी!
Posted on 29 Jan, 2015 10:34 AMशोध में खुलासा, बोतलबन्द पानी में विषैले तत्वों की भरमार