विमल भाई

विमल भाई
आश्वस्त हुई काली बेई
Posted on 14 Sep, 2008 05:34 PM

देश में तालाबों को पुनर्जीवित करने की मुहिम शुरू हो गई है। जिसका श्रेय निर्विवाद रूप से पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र को जाता है। देश में जगह-जगह 'आज भी खरे है तालाब' की लाखों प्रतियां विभिन्न भाषाओं में अनूदित हो कर लोगों तक पहुंची हैं। उनकी प्रेरणा से राजेन्द्र सिंह का राजस्थान में तालाब का काम चालू हुआ। फिर राजस्थान में तालाबों के संरक्षण से पहली बार कुछ किलोमीटर की 'अरवरी नदी' का पुनर्जन्म हुआ।

काली बेई
प्रभावितों को सामाजिक-आर्थिक व कानूनी सुरक्षा की दरकार
Posted on 14 Dec, 2019 05:21 PM

विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना 444 मेगावाट अलकनंदा नदी जिला चमोली उत्तराखंड के संबंध में आए उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश का (टीएचडीसी बनाम उत्तराखंड सरकार रिट पिटिशन (क्रिमिनल) नंबर 2122/ 2019 में 5 दिसंबर 2019) स्थानीय लोगों ने स्वागत किया है। 

प्रभावितों को सामाजिक-आर्थिक व कानूनी सुरक्षा की दरकार
मत बाँधों बन्धन में
Posted on 07 Jun, 2018 06:05 PM

गाँधी जी कहते थे कि धरती सबकी जरूरत पूरी कर सकती है, लेकिन किसी के लालच को पूरा नहीं कर सकती। आज के जल संकट के प

रोजगार के नाम पर धोखा
Posted on 30 Nov, 2009 10:12 AM
5 दिसम्बर को फिर राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी प्राधिकरण की बैठक होने वाली है। और उसमें रिपोर्ट देने के लिए ऊर्जा सचिव के साथ पर्यावरण एंव वन मंत्रालय के सचिव अपने पूरे अमले के साथ भागीरथी पर बंद पडे़ बांधो की समीक्षा करने वहां गये। 5 अक्तूबर 2009 को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी प्राधिकरण ने उत्तराखंड में भागीरथी नदी पर निमार्णाधीन लोहारीनाग-पाला बांध पर दो महिने के लिए स्थगित
श्रीनगर परियोजना तो मनमानी से चल रही है
Posted on 06 Oct, 2009 10:53 AM
27 जुलाई 09 को अलकनन्दा नदी पर निर्माणाधीन 330 मेगावाट की श्रीनगर जल विद्युत परियोजना का कॉफर बाँध ढह गया। दरअसल यह परियोजना फर्जी कागजातों पर आधारित है तथा पर्यावरण और कानूनी मानकों की अवहेलना करते हुए बन रही है। इस बाँध का काम 1988 में आरम्भ होना था, परन्तु अब तक कई बड़े ठेकेदार काम हाथ में लेकर इसे छोड़ चुके हैं। अंततः 2005 में आंध्र प्रदेश के जी.वी.के. ग्रुप ने इसे शुरू किया।
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