भारत डोगरा

भारत डोगरा
बांदा में मनरेगा के तालाब
Posted on 16 Jan, 2013 03:45 PM
मनरेगा के तहत खोदे गए तालाब ज्यादातर उपयोगी नहीं है। कारण कि उनको बनाते समय न तो स्थान, न ही उनके कैचमेंट और न ही निकासी का ध्यान रखा गया है। इन कारणों से ये तालाब बहुत उपयोगी नहीं रह गए हैं। ज्यादातर सूखे पड़े हुए हैं। तालाबों को बनाने में न तो लोक ज्ञान का इस्तेमाल किया गया है, न ही परंपरागत ज्ञान का इस्तेमाल हुआ है और न ही आधुनिक विज्ञान का। इनको बनाने में दबंगई, पैसा और लूट-खसोट का इस्तेमाल
विस्थापन का खतरा
Posted on 13 Oct, 2012 04:58 PM
बढ़ते औद्योगीकरण, बांध परियोजनाओं तथा खनन की वजह से विस्थापन का संकट गहराता जा रहा है। जिस रफ्तार से देश विकास और आर्थिक लाभ की दौड़ में भागे जा रहा है उसी रफ्तार से लोग विस्थापित होने का दंश भी झेल रहे हैं। उद्योगों तथा परियोजनाओं का शान्ति से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस प्रशासन ऐसे हिंसक अत्याचार कर रहा है गोया कि प्रशासन ने लोगों के प्रति सब जिम्मेदारियों से पल्ला ही झाड़ लिया है। जंगल मे
ओलम्पिक मशाल बनाम भोपाल का बुझता चिराग
Posted on 13 Jul, 2012 04:29 PM

सैंकड़ों करोड़ रुपए खर्च होने बाद भी सरकारी व ट्रस्टों का चिकित्सा तंत्र सही इलाज नहीं कर पा रहा है। प्रायः लक्षण

Bhopal gas tragedy
वॉटरशेड विकास से बुझी बुंदेलखंड की प्यास
Posted on 02 Jul, 2012 11:25 AM
बुंदेलखंड कभी पानी को सहेजने के लिए जाना जाता था। बड़े-बड़े तालाब और नदियों की वजह से बुंदेलखंड के लोग हमेशा पानीदार रहते थे। विकास के अंधी दौड़ में बुंदेलखंड की तालाब तथा नदियों की जो हालत हुई है उससे पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। बुंदेलखंड में पानी की समस्या से बचने के लिए वॉटरशेड विकास पर काम किया जा रहा है जिससे चित्रकूट में वॉटरशेड विकास से क्षेत्र की सूखी धरती की प्यास बुझने लगी है। वॉट
मंगल सिंह का मंगल कार्य
Posted on 18 Jun, 2012 02:58 PM

पानी उठाने के अलावा जलचक्र मशीन से अन्य अनेक ग्रामीण कार्य जैसे आटा पिसाई, गन्ना पिराई, फसल गहाई, तेल प्रसंस्करण

कितना सार्थक अक्षय ऊर्जा का विकल्प
Posted on 29 May, 2012 01:03 PM
अक्षय ऊर्जा हमारे लिए अच्छा तो है साथ में कुछ सावधानियां भी बरतनी पड़ेगी। अभी अक्षय ऊर्जा भारत जैसे देश में अपने आरंभिक चरण में ही है। यदि अभी से इसके प्रसार में जरूरी सावधानियां अपना ली गईं, तो हमें बहुत अच्छे परिणाम मिल सकते हैं पर यदि इन सावधानियों की उपेक्षा की गई तो यह बहुत महंगा सौदा भी साबित हो सकता है। अक्षय ऊर्जा के बारे में जानकारी दे रहे हैं भारत डोगरा।
Renewable Energy
रासायनिक खाद से जमीन में घुलता जहर
Posted on 14 May, 2012 04:48 PM
देश में हरित क्रांति आने की वजह से रासायनिक खाद के अंधाधुंध इस्तेमाल से जमीन की उर्वरा शक्ति खत्म हो रही है और किसानों के मित्र कहे जाने वाले किड़े, केंचुएं खत्म हो रहे हैं। कृषिभूमि को धीरे-धीरे रसायनों की लत से मुक्त कर हमें अपने देश में उपलब्ध जैविक खाद का भरपूर उपयोग करना होगा और किसानों को इस कार्य के लिए तकनीकी और आर्थिक सहायता देनी होगी जिससे हमारे कृषिभूमि के साथ नदी, तालाब का पानी जहर
जनभागीदारी से होगा जल संरक्षण
Posted on 09 May, 2012 11:29 AM
नदियों की सामाजिक व पर्यावरणीय भूमिका निभाने के लिए व आसपास के रिचार्ज के लिए जितना जल जरूरी है, कम से कम उतना जल नदियों में बहाना ही होगा। यही हमारे देश के भूजल संकट को दूर करने का मुख्य आधार है। हमारे देश के कानून में नदियों, झीलों व अन्य सब जल स्रोतों की रक्षा को भी शामिल करना चाहिए। इन्हीं जल संग्रहण व सरंक्षण के जनभागीदारी के बारे में बताते भारत डोगरा
जेनेटिक प्रदूषण और कपास
Posted on 25 Apr, 2012 03:16 PM
बीटी कपास की खेती करने से लाखों किसान बर्बाद हो रहे हैं जहां वर्षा या पानी की कमी है वहां किसानों की हालत बहुत बुरा है इस बीटी कपास से एक खतरनाक तरह के कीड़े भी उत्पन्न हो रहे हैं जिनसे हमारे कृषि पर बहुत ही बुरा असर हो रहा है। बीटी कपास की व्याख्या कर रहे हैं भारत डोगरा
bt cotton
गंगा बचेगी तो हम बचेंगे
Posted on 14 Apr, 2012 03:40 PM

बांध निर्माण का गंगा और उसकी अनेक सहायक नदियों पर प्रतिकूल असर पड़ा है। बहुत जल्दबाजी में सही लाभ-हानि का मूल्या

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