Millets for malnutrition: A women-led initiative
A millet-based approach to combating malnutrition in Odisha
Mixing of ingredients for preparation of ragi mix by women self-help group members (Image: WASSAN)
The ripple effect: How clean water is changing lives
How PepsiCo is making a splash in rural India
The importance of community-based solutions (Image: Pepsico India)
From laundry to landfill
The period panties revolution and its impact on waste management
From waste to wellness (Image: Healthfab)
India's sewage future
The current state of play regarding sewage treatment standards in India
Clogged pipes: India's sewage treatment crisis (Image: Trey Ratcliff, Flickr Commons; CC BY-NC-SA 2.0)
दो दिवसीय "पानी को जानो" कार्यक्रम प्रारंभ
यूसर्क द्वारा हिमालय दिवस के अंतर्गत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय "पानी को जानो" कार्यक्रम प्रारंभ 
यूसर्क की दो दिवसीय "पानी को जानो" कार्यक्रम
वायनाड त्रासदी : लालच के परिणाम
केरल के वायनाड ज़िले में हुए भूस्खलन को लेकर केरल हाई कोर्ट ने टिप्पणी की कि यह मानवीय लालच और उदासीनता की वजह से हुआ है। अदालत ने कहा कि इस भूस्खलन के पीछे कई वजहें हैं, जिनमें से एक है विकास के लिए चेतावनी के संकेतों को नज़रअंदाज़ करना। पढ़िए इस पर एक विस्तृत टिप्पणी
त्रासदी के निशान (फोटो साभार - sarvodaya.com)
AquaWISE - A decision support tool for greywater treatment solutions
This article introduces AquaWise, an evidence based decision support tool developed by ATREE for implementing site specific greywater treatment solutions for schools in arid and semiarid regions.
Greywater from kitchen and toilets (Image Source: IWP flickr photos)
NGT’s uniform standards: A controversial approach to sewage management
Recommendations made by an expert committee, the NGT's subsequent orders, and a critical analysis of these developments
Drum screens at Bharwara sewage treatment plant (Image: India Water Portal)
Finding scalable and financially viable water solutions
How are Indian water startups and water-preneurs coming up with innovative ideas and attempting to find scalable water solutions? Read this compilation of efforts made by the modern day 'young India'
Finding scalable and sustainable water solutions (Image Source: José Manuel Suárez via Wikimedia Commons)
The promise and pitfalls of India’s BioE3 Policy
The strategic objectives and challenges of India's BioE3 Policy
The transition to a bio-based economy could affect various stakeholders (Image: GetArchive; CC0 1.0)
प्रदेश में धान का रकबा बढ़ने से और बढ़ गया है भूजल का दोहनः मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश
'स्वच्छ जल-स्वच्छ भारत' विषय पर एक दिवसीय वर्कशाप आयोजित
प्रतिकात्मक तस्वीर (courtesy - needpix.com)
सिवनी : खोदे तालाब तो भूजल स्तर को मिला नवजीवन
जहां सिवनी में खोदे गए तालाबों ने भूजल स्तर को पुनर्जीवित किया है। वहीं इस पहल से न केवल जल स्तर में वृद्धि हुई है, बल्कि स्थानीय कृषि और पेयजल आपूर्ति में भी सुधार हुआ है। सिवनी में नए बने तालाबों पर एक टिप्पणी
खेत तालाब (फोटो साभार - बेटर इंडिया )
चेतावनी देती केदारघाटी
केदारघाटी में हाल ही में आई आपदा ने एक बार फिर से लोगों के दिल में डर का माहौल भर दिया है। 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद से इस क्षेत्र में पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हो रहे हैं पर बार-बार आ रही आपदा हमें क्या बता रही है
केदारघाटी में बार-बार आपदा (Needpix.com)
असंतुलन की बारिश में डूबती पर्यावरण की नांव
आज वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन की बहसें जारी हैं। दुनिया के तमाम देश स्वीकार कर रहे हैं कि आपसी सहमति के बिना हम पृथ्वी को नहीं बचा पाएंगे। पढ़िए जलवायु परिवर्तन के पर्यावरण के विभिन्न तत्वों पर पड़ते प्रभाव एक टिप्पणी
बाढ़ (courtesy - needpix.com)
India’s efforts at water pollution control: Legislative frameworks and real-world impacts
This article traces the evolution of the legislative framework for water pollution in India and its implications for wastewater treatment standards in the country. 
Open drains in Alwar (Image Source: IWP Flickr photos)
मुल्लापेरियार बांध : केरल में एक और आपदा की आशंका
मुल्लापेरियार बांध केरल और तमिलनाडु के बीच लंबे समय से विवाद का मुद्दा बना हुआ है। हाल-फिलहाल आए  2018 और 2019 की बाढ़ के बाद केरल का कहना है कि बांध की संरचना पुरानी हो चुकी है और यह सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करती। जबकि तमिलनाडु, जो इस बांध से पानी प्राप्त करता है, का मानना है कि बांध सुरक्षित है और इसे हटाने या बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है। इस विवाद के चलते दोनों राज्यों के बीच कानूनी लड़ाई भी चल रही है। 
मुल्लापेरियार बांध (स्रोत: विकिपीडिया कॉमन्स, फोटो - जयेश)
फास्ट फैशन क्या है, पानी-पर्यावरण के संदर्भ में निहितार्थ
नैतिक रूप से तैयार नेचर-न्यूट्रल टिकाऊ वस्त्र हमारे फैशन के केन्द्र में होने चाहिए।

फैशन में पर्यावरण की अनदेखी (courtesy - needpix.com)
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