यूसर्क द्वारा हिमालय दिवस के अंतर्गत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय "पानी को जानो" कार्यक्रम प्रारंभ
केरल के वायनाड ज़िले में हुए भूस्खलन को लेकर केरल हाई कोर्ट ने टिप्पणी की कि यह मानवीय लालच और उदासीनता की वजह से हुआ है। अदालत ने कहा कि इस भूस्खलन के पीछे कई वजहें हैं, जिनमें से एक है विकास के लिए चेतावनी के संकेतों को नज़रअंदाज़ करना। पढ़िए इस पर एक विस्तृत टिप्पणी
This article introduces AquaWise, an evidence based decision support tool developed by ATREE for implementing site specific greywater treatment solutions for schools in arid and semiarid regions.
How are Indian water startups and water-preneurs coming up with innovative ideas and attempting to find scalable water solutions? Read this compilation of efforts made by the modern day 'young India'
जहां सिवनी में खोदे गए तालाबों ने भूजल स्तर को पुनर्जीवित किया है। वहीं इस पहल से न केवल जल स्तर में वृद्धि हुई है, बल्कि स्थानीय कृषि और पेयजल आपूर्ति में भी सुधार हुआ है। सिवनी में नए बने तालाबों पर एक टिप्पणी
केदारघाटी में हाल ही में आई आपदा ने एक बार फिर से लोगों के दिल में डर का माहौल भर दिया है। 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद से इस क्षेत्र में पुनर्निर्माण कार्य तेजी से हो रहे हैं पर बार-बार आ रही आपदा हमें क्या बता रही है
आज वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन की बहसें जारी हैं। दुनिया के तमाम देश स्वीकार कर रहे हैं कि आपसी सहमति के बिना हम पृथ्वी को नहीं बचा पाएंगे। पढ़िए जलवायु परिवर्तन के पर्यावरण के विभिन्न तत्वों पर पड़ते प्रभाव एक टिप्पणी
This article traces the evolution of the legislative framework for water pollution in India and its implications for wastewater treatment standards in the country.
मुल्लापेरियार बांध केरल और तमिलनाडु के बीच लंबे समय से विवाद का मुद्दा बना हुआ है। हाल-फिलहाल आए 2018 और 2019 की बाढ़ के बाद केरल का कहना है कि बांध की संरचना पुरानी हो चुकी है और यह सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करती। जबकि तमिलनाडु, जो इस बांध से पानी प्राप्त करता है, का मानना है कि बांध सुरक्षित है और इसे हटाने या बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है। इस विवाद के चलते दोनों राज्यों के बीच कानूनी लड़ाई भी चल रही है।