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समाचार और आलेख
जलग्रहण विकास में संस्थागत व्यवस्थाएँ - समूहों, संस्थाओं का गठन एवं स्थानीय नेतृत्व की पहचान
Posted on 28 Aug, 2018 02:31 PM7.1 प्रस्तावना (Introduction)
![Kund](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/kund_3.jpg?itok=N8_-LMkB)
आतंकवादी दीमक
Posted on 28 Aug, 2018 12:18 PMदीमक (फोटो साभार - इंसेटफेयर)एक सुन्दर और आरामदायक घर हर इंसान का सपना होता है। दिन रात मेहनत-मशक्कत करके वह इस सपने को साकार करता है। ऐसे में दीमक जैसे विनाशक जीव इस सपने के ऊपर एक ग्रहण बन जाते हैं। दीमक हमारे आवासीय भवनों के लिये एक बहुत बड़ा खतरा है।
![दीमक](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/termite%20pxhere_3.jpg?itok=ctrXJg-i)
जलग्रहण विकास - क्या, क्यों, कैसे, पद्धति एवं परिणाम
Posted on 24 Aug, 2018 01:23 PM 5.1 प्रस्तावना : (Introduction)
5.1.1 प्रादेशिक समस्याएँ
राजस्थान के प्राकृतिक संसाधन बहुमूल्य है परन्तु अधिकतर क्षेत्र सूखा-ग्रस्त पहाड़ी एवं मरुस्थलीय है। बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण दिनों-दिन समस्याएँ बढ़ती जा रही हैं; जैसे-
1. पर्यावरण का बिगड़ना
2. वन क्षेत्र का घटना
3. कृषि योग्य भूमि का क्षरण
![Soil conservation](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Soil%20conservation_3.jpg?itok=ivhlxOji)
नौलाे-धारे के हिमायतियों की राज्यस्तरीय कार्यशाला
Posted on 19 Aug, 2018 02:03 PMस्प्रिंग का महत्त्व और छोटे जलस्रोतों की उपेक्षा को लेकर देहरादून स्थित चिराग, सिडार और अर्घ्यम संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें भविष्य में उत्पन्न होने वाले जल संकट और नदियों के घटते जलस्तर को लेकर विशेषज्ञ ने अपनी-अपनी राय प्रस्तुत की है। राय दी कि बिना जैवविविधता के पानी को बचाना आज के समय में कठिन है। साथ ही जल संरक्षण के लिये वैज्ञानिक और लोक ज
![नौलाे-धारे के हिमायतियों की राज्यस्तरीय कार्यशाला](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Atlas_3.jpg?itok=gf3ULuXj)
मिट्टी एवं जल संरक्षण : परिभाषा महत्त्व समस्याएँ एवं उपचार के विकल्प
Posted on 18 Aug, 2018 02:15 PM
2.1 प्रस्तावना
![Soil](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Soil_0_3.jpg?itok=8FRSTMU_)
पर्यावरण और सतत विकास पर महात्मा गांधी
Posted on 17 Aug, 2018 07:09 PMप्रकृति, पर्यावरण और गाँधी (फोटो साभार - सुलभ स्वच्छ भारत)1987 में ब्रुंडलैंड कमीशन रिपोर्ट के सामान्य भविष्य के विचार से बहुत पहले ही महात्मा गाँधी ने स्थिरता और सतत विकास के लिये लगातार बढ़ती इच्छाओं और जरूरतों के अधीन आधुनिक सभ्यता के खतरे की ओर ध्यान दिलाया था। अपनी पुस्तक ‘द हिंद स्वराज’ में उन्हों![प्रकृति, पर्यावरण और गाँधी](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/mahatma%20gandhi%20on%20environment%20copy_3.jpg?itok=iQf9uPAA)
जलग्रहण विकास - सिद्धांत एवं रणनीति
Posted on 14 Aug, 2018 01:16 PM
1.1 पर्यावरणीय अध्ययन की बहुविषयी प्रकृति
![Environment](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/Environment_17.jpg?itok=eqfedCWz)
भारत पर मँडरा रहा गुम हुए प्लूटोनियम का खतरा
Posted on 13 Aug, 2018 01:28 PMबेस कैम्प जहाँ प्लूटोनियम कैप्सुल्स खो गए (फोटो साभार - मेंस एक्सपी)अभी हाल ही में हॉलीवुड की एक फिल्म आई है। नाम है- मिशन इम्पॉसिबल: फॉलआउट। फिल्म की कहानी प्लूटोनियम की एक बड़ी खेप तक खलनायकों की पहुँच को रोकने के मिशन पर आधारित है। फिल्म में मुख्य किरदार टॉम क्रूज ने निभाया है।
![बेस कैम्प जहाँ प्लूटोनिम कैप्सुल्स खो गए](/sites/default/files/styles/featured_articles/public/hwp-images/nanda%20devi_3.jpg?itok=2QCBtPES)