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रायपुर जिला
विदेशियों के चेहरे पर चमक रहा रायपुर ईको फ्रेंडली रंग
Posted on 24 May, 2013 10:06 AMजर्मनी, अमेरिका समेत 20 देशों में होली सेलिब्रेशन के लिए हो रही सप्लाई, अरारोट से तैयार होता है रंगठंड में ही सूख गई महानदी
Posted on 31 Jan, 2013 10:06 AMनदी के पास अवैध बोर कर जमकर पानी का दोहन किए जाने का असर
छेनी से गूंज उठा इंद्रावती का संगीत
Posted on 03 Sep, 2012 03:18 PMविश्वकर्मा ने ही बनाया था इसे अपने हाथों से अकेले एक रात में ही पूरा कर दिया था रात को यह नहीं साधारण सी बह रही थी और सबेरे यह बड़ा सा घूमर (झरना) तैयार हो गया था' मगरू कुछ अटक-अटक कर कुछ हल्बी में टूटी-फूटी हिन्दी में अपना इतिहास, उस जल प्रपात के निर्माण की कहानी बताने का प्रयास कर रहा था। उसकी दृष्टि उस प्रपात के उफनते प्रवाह में खो गई थी। असीम विश्वास और अडिग आस्था थी उसकी आंखों में कितनी गह
छत्तीसगढ़ में नदी के पानी की जमींदारी
Posted on 04 Aug, 2012 03:50 PMछत्तीसगढ़ में कई नदियों पर निजी जमींदारी दी जा रही है। निजी कंपनियों को मनमाना पानी उपलब्ध कराने के लिए नदियों पर बैराज बन रहे हैं। बैराज बनाते ही मूल धारा से पानी गायब हो जाता है। आम लोगों की जिंदगी मुश्किल होती जा रही है। अब राज्य की हर छोटी-बड़ी नदी पर बांध बनाए जा रहे हैं और इन नए बांधों का उद्देश्य सिंचाई के लिए पानी नहीं उपलब्ध कराना है बल्कि औद्योगिक घरानों को लाभ पहुंचाना है। किसानों काछत्तीसगढ़ी बोली में पानी पर काव्य रचनाएं
Posted on 20 Jan, 2012 04:57 PMडॉ. पीसी लाल यादव द्वारा रचित “पानी” कविता छत्तीसगढ़ बोली में पानी के विभिन्न रंगों को उकेरती है। आज हमारे जीवन में पानी का कितना महत्व है तथा हमारे पूर्वज कैसे तालाब, कुआं, ताल तलैया आदि खुदवा कर पानी को संरक्षित करते थे आदि इस कविता में बहुत सरल तरीके से बताया गया है। कविता हमें यह भी बताती है कि अपने शहर गांव में रेनवाटर हार्वेस्टिंग, तालाब, कुआं आदि का निर्माण कर पानी को संरक्षित करें।खनन व उद्योगों ने बढ़ाया प्रदूषण
Posted on 07 Dec, 2011 03:14 PMराज्य विपुल खनिज संपदा सहित जमीन व पानी की उपलब्धता सहित तमाम सुविधाओं के कारण बड़े उद्योग समू
पानी और इंजेक्शन से बना रहे दूध!
Posted on 19 Sep, 2011 02:43 PMप्रदेश के विभिन्न शहरों में दुग्ध संघ द्वारा संचालित संस्थाओं के माध्यम से दूध की सप्लाई की जा
छत्तीसगढ़िया मजदूर किसान की नियति
Posted on 05 Aug, 2011 05:13 PM''क्या मौसम के इस तेवर से तुम्हारा दिल दहल नहीं जाता?
छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी महानदी
Posted on 29 Jul, 2011 04:16 PMमानव सभ्यता का उद्भव और संस्कृति का प्रारंभिक विकास नदी के किनारे ही हुआ है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में नदियों का विशेष महत्व है। भारतीय संस्कृति में ये जीवनदायिनी मां की तरह पूजनीय हैं। यहां सदियों से स्नान के समय पांच नदियों के नामों का उच्चारण तथा जल की महिमा का बखान स्वस्थ भारतीय परम्परा है। सभी नदियां भले ही अलग-अलग नामों से प्रसिद्ध हैं लेकिन उन्हें गंगा, यमुना, सरस्वती, नर्मदा, महानदी
महानदी के पानी का अध्ययन करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार
Posted on 29 Jul, 2011 03:17 PMरायपुर।29 अप्रैल।न्यूज़ आज: छत्तीसगढ़ व उड़ीसा के लाखों लोगों की प्यास बुझाने वाली महानदी के पानी की विषाक्तता का अध्ययन करने के लिए केंद्र सरकार एक प्रोजेक्ट तैयार कर रही है। राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार महानदी के पानी पर अध्ययन करने के लिए इतना बड़ा प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। कृषि और अन्य क्षेत्रों में नाइट्रोजन युक्त फर्टिलाइजर के उपयोग के कारण भूमि जल में नाइट्रेट की मात्रा बढ़ गई है। यह