नदी के पास अवैध बोर कर जमकर पानी का दोहन किए जाने का असर
गर्मी में पानी की समस्या विकराल होने की आशंका से लोग चिंतित
कभी साल भर पानी से लबालब रहने महानदी इन दिनों नदी किनारे खेती करने वाले किसानों के जमकर पानी दोहन के कारण गर्मी शुरू होने के पूर्व ही सूख गई है।
जनवरी में हालात ऐसे हो गए हैं की महानदी किनारे बसे सैकड़ों गांव के लोगों को निस्तार के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। महानदी किनारे बसने वाले सभी गांव के ग्रामीण निस्तारी के लिए महानदी पर ही आश्रित है। मवेशियों को धोने, नहाने, कपड़े धोने, शादी विवाह में नहाने, मृतक कार्यों में अधिकांश लोग महानदी में ही अस्थि विसर्जित करते हैं। सरंगपाल से लेकर हाराडूला करिहा तक धड़ल्ले से महानदी में किसानों द्वारा अवैध रूप से बुक्की बोर कर अनवरत पम्प चलाने से महानदी की धारा उनके पंपों की ओर मुड़ गई।
महानदी के ऊपरी सतह में बहने वाली धारा बोर में समा कर ऊपरी सतह से गायब हो गई। जनवरी जैसे ठंड के महीने में कहीं भी पानी नजर नहीं आ रहा है। गर्मी शुरू होने पर स्थिति विकराल होने की आशंका है। कुरना घाट महानदी पुल से लेकर टांहकापार हाराडूला तक सैकड़ों की तादाद में महानदी के बीचोंबीच बोर ही बोर नजर आते हैं। इन बोर तक बिजली विभाग द्वारा धड़ल्ले से कनेक्शन दिए जा रहे है, जबकि गांवों के कई किसानों ने 3-4 साल से हजारों की लागत से बोर करवाए हैं लेकिन उन्हें बिजली कनेक्शन के लिए चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। किसानों ने कहा दुधावा बांध से महानदी में पानी खोला जाए ताकि लोगों को निस्तारी के लिए पानी मिल सके साथ ही अवैध रूप से महानदी में किए गए बोर व बिजली कनेक्शन की जांच करते दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करते अवैध पानी दोहन रोका जाए।
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