प्रयागराज जिला

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कवकों का विचित्र संसार
Posted on 26 Nov, 2016 02:28 PM
बारिश के बाद अचानक से उग आए छतरी के आकार के मशरूम प्रारम्भ से ही मानव के लिये कौतूहल का विषय रहे हैं। कवकों के प्रति मानव की रुचि इन्हीं छत्रकों को देखकर जागृत हुई। वह इन कवकों के प्रति सदा से ही जिज्ञासु व सम्मोहित रहा है। कवकजाल के चारों ओर अचानक और तीव्र गति से प्रकट हुए रंग-बिरंगे मशरूम और उनके द्वारा बनाए गए गोल चक्र नृत्य करती हुई परियों के वलय के समान नजर आते हैं। जहाँ एक ओर मशरूम आदि
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के प्रयोग का अनुकरणीय उदाहरण : ग्रामीण ज्ञान केंद्र
Posted on 26 Nov, 2016 02:23 PM
बहुमाध्यम का प्रयोग कर सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से जहाँ एक तरफ देश की सामाजिक संरचना में आमूल-चूल बदलाव आ रहा है, वहीं दूसरी ओर नित नवीन जानकारियाँ प्राप्त होने से देश की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा जागरूक हो रहा है। फलस्वरूपप, देश के बेरोजगार अब स्वरोजगार की तरफ अग्रसर हो रहे हैं तथा ग्रामीण क्षेत्र में शहरों में पलायन की दर में कमी देखी जा रही है। आज सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी
सिंधु-गंगा मैदानी क्षेत्र में वायुमंडलीय एरोसोल की प्रवृत्ति और उनके संभावित प्रभाव
Posted on 25 Nov, 2016 02:46 PM
जलवायु परिवर्तन 21वीं सदी की सबसे अहम चुनौती के रूप में उभर कर सामने आया है। पृथ्वी के बढ़ते हुए तापमान और कई महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक प्रक्रियाओं में बदलाव को वैश्विक स्तर पर काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। विभिन्न मानवीय गतिविधियों से वायु प्रदूषण के स्तर में काफी वृद्धि हुई है और यह जलवायु परिवर्तन का एक प्रबल स्रोत है। वायुमंडलीय प्रदूषण में मुख्यतया ग्रीन हाउस गैसें तथा कुछ और हानिकारक गैस
लैंडसैट भूप्रेक्षण कार्यक्रम को चालू रखने वाला अगला मिशन ‘एल डी सी एम’
Posted on 25 Nov, 2016 02:30 PM

पिछले दो दशकों में पृथ्वी की गर्माहट (वार्मिंग) की दर बढ़ी है तथा वैज्ञानिकों ने विश्लेषणो

यूनीकोड से फोनीकोड : श्रुति क्रांति की ओर
Posted on 25 Nov, 2016 02:13 PM
भारतीय भाषाएँ ध्वन्यात्मक (Phonetic) हैं। सभी भारतीय भाषाओं के लिये वर्णक्रम साम्य आई एस सी आई आई (ISCII) राष्ट्रीय कोड बनाया गया है। इस 8 बिट कोड में अंग्रेजी और एक भारतीय भाषा समाहित थी और भाषा बदल ए एल टी (ALT) कुँजी से लगभग 15 बड़ी आईटी कंपनियों के संयुक्त प्रयास से विश्व भाषाओं के लिये 16 बिट यूनीकोड कोड बनाया गया। इसमें भाषा बदल की जरूरत ही नहीं है। लेकिन यह लिपि पर आधारित है, जो-जो रूप
मोटर गाड़ियों के लिये वैकल्पिक र्इंधन
Posted on 24 Nov, 2016 04:53 PM
प्राय: सभी मोटर गाड़ियाँ, कार, बस लॉरी, इत्यादि पेट्रोल और डीजल अंतर्दहन इंजन से चालित होती हैं। क्रूड तेल तथा पेट्रोल (पेट्रोलियम) से प्राप्त होता है, जो एक जीवाश्म र्इंधन है। किंतु कुछ दशकों से इन तेलों का उपयोग दो कारणों से चिंता का विषय बन गया है। प्रथम, जीवाश्म र्इंधन के स्रोत तीव्र गति से समाप्त होते जा रहे हैं और द्वितीय इन तेलों के दहन से खतरनाक वायु प्रदूषण पैदा होता है। आज के संदर्
भावी विकास का आधार - महासागर
Posted on 24 Nov, 2016 04:38 PM
समस्त ब्रह्मांड में अभी तक पृथ्वी ही एक ऐसा ज्ञात ग्रह है जहाँ जीवन विविध रूपों में रचा-बसा है। पृथ्वी ग्रह पर जीवन का अस्तित्व यहाँ उपस्थित विभिन्न जटिल व नाजुक प्रणालियों या पारितंत्रों के आपसी समन्वय व संतुलन का परिणाम है। वैसे देखा जाए तो पृथ्वी पर जीवन मुख्यत: तीन तंत्रों स्थलमंडल, वायुमंडल और महासागरों या समुद्रों की सहभागिता के कारण संभव हुआ है।
बीटी बैंगन उर्फ पेट हमारा, मर्जी उनकी
Posted on 24 Nov, 2016 10:47 AM
वैश्वीकरण के उस दौर में हमारी थाली में जो व्यंजन परोसे जाएंगे और उन्हें हम खाएंगे, उसके बारे में हम नहीं जान सकेंगे कि हम जो खा रहे हैं, बिल्कुलवही खा पा रहे हैं। व्यंजन तो वही होंगे, यानी चावल, दाल, रोटी, भिंडी की सब्जी, बैंगन का भुर्ता और टमाटर की चटनी। इन्हें हमारे किसान ही उगाएंगे, लेकिन इसमें अमरीकी कृषि बायोटेक कम्पनी मोनसेंटो का बीटी जीन डाला होगा। ऐसी फसलों को जीएम (जेनेटिकली मोडिफाइ
मलेरिया के खिलाफ वैज्ञानिकों की जंग
Posted on 22 Nov, 2016 04:34 PM
मलेरिया को इस समय दुनिया की महामारियों में से एक माना जाता है और इसमें हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है। अफ्रिकी महादेश इससे सर्वाधिक प्रभावित है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इसके उन्मूलन में जुटे हुए हैं तथा अब वह दिन दूर नहीं जबकि मलेरिया का नामोनिशान नहीं होगा।
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