डॉ. विनोद गुप्ता

डॉ. विनोद गुप्ता
मलेरिया के खिलाफ वैज्ञानिकों की जंग
Posted on 22 Nov, 2016 04:34 PM

मलेरिया को इस समय दुनिया की महामारियों में से एक माना जाता है और इसमें हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है। अफ्रिकी महादेश इससे सर्वाधिक प्रभावित है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इसके उन्मूलन में जुटे हुए हैं तथा अब वह दिन दूर नहीं जबकि मलेरिया का नामोनिशान नहीं होगा।
समुद्र की गहराइयों में छिपे रहस्य
Posted on 05 Mar, 2016 04:02 PM

विशाल समुद्र को देखते ही यह प्रशन पैदा होना स्वाभाविक है कि उसका जन्म कैसे हुआ ? दरअसल पृथ्वी के जन्म के समय समुद्र नहीं थे। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि समुद्र का जन्म आज से पचास करोड़ और 100 करोड़ वर्षों के बीच हुआ।
ई-कचरा : स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को खतरा (E-Waste : The threat to health and environment)
Posted on 10 Oct, 2011 11:16 AM

पर्यावरण को लेकर अभी हमारे देश में पूरी तरह जागरूकता नहीं आई है। प्रदूषण जैसे अहम मुद्दे विकास के नाम पर पीछे छूट गए हैं। ऐसे में ई- कचरे (इलेक्ट्रॉनिक) के बारे में देश में बिलकुल भी जानकारी नहीं है न ही इस दिशा में कोई कदम उठते नजर आ रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों से बाजार भरे पड़े हैं। तकनीक में हो रहे लगातार बदलावों के कारण उपभोक्ता भी नए-नए इलेक्ट्रॉनिकक उत्पादों से घर भर रहे हैं। ऐसे में प

ई-कचरे से भूजल पर संकट
वाह, क्या नदियां हैं !
गंगा, भारत की सबसे प्रसिद्ध और पवित्र नदी है। यह हिमालय पर्वत से निकलती है तथा बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है। इसकी लंबाई 2500 किलोमीटर से भी अधिक है। हिमालय से निकलकर यह ऋषिकेश में आती है। और वहां से हरिद्वार के मैदान में आ जाती है। लंबाई की दृष्टि से विश्व में गंगा का स्थान 39वां तथा एशिया में 15वां हैं।
Posted on 23 Aug, 2023 01:27 PM

नदियां तो हर देश में होती हैं, लेकिन इनके बारे में कितना कुछ जानते हैं आप? नदी को अंग्रेजी में रीवर कहते हैं। इस शब्द की उत्पति लैटिन भाषा के रिया शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है किनारा पुराने जमाने में पानी की उस धारा को जिनके किनारे होते थे, रीवर कहा जाता था। लेकिन आधुनिक परिभाषा के अनुसार पानी की बहती विशाल धाराओं को, जिनके किनारे बदलते रहे। हैं, नदी कहा जाता है।

गंगा, भारत की सबसे प्रसिद्ध और पवित्र नदी
सोने से ज्यादा कीमती है पानी
भूमिगत जलस्त्रोतों में आर्सेनिक, लेड, पारा, कैडमियम और फ्लोराइड जैसे सूक्ष्म तत्वों की मात्रा बढ़ रही है, जो कि हानिकारक हो सकती है। ये तत्व जब शरीर में जमा होने लगते हैं तो तरह-तरह की बीमारियां पैदा करते हैं। आर्सेनिक के कारण कैंसर की आशंका बढ़ जाती है, खासतौर पर गुर्दे, यकृत, आंत और त्वचा कैंसर की। इसी प्रकार फ्लोराइड की अधिकता से हड्डियां कमजोर होने लगती है तथा जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
Posted on 12 Aug, 2023 01:23 PM

क्या आप जानते हैं कि पानी सोने से भी ज्यादा मूल्यवान है? सोने के बगैर तो आप ताउम्र जिंदगी काट सकते हैं लेकिन पानी के बगैर शायद एक दिन भी नहीं। जो चीज इतनी अनिवार्य और कीमती है, क्या आप उसे व्यर्थ में बहा तो नहीं रहे?

सोने से ज्यादा कीमती है पानी,Pc-Wikipedia
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