झारखंड

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जमीन की जद्दोजहद
Posted on 18 Nov, 2017 09:39 AM
पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) पीछे छूट चुका था और हम डालटनगंज की ओर बढ़ चले थे। उत्तरी कोयल की खूबसूरती आँखों को भा रही थी। यही नदी है जहाँ उत्तरी कोयल जलाशय परियोजना अथवा कुटकू मंडल बाँध की 1970 में कल्पना की गई थी और जिसने 1990 के दशक में आकार लेना शुरू किया। 20 साल बाद यह परियोजना फिर खबरों में है क्योंकि केन्द्र सरकार ने इसे पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। 16 अगस्त 2017 को जारी पत्र सूच
फार्मर्स फील्ड - एक परिचय
Posted on 09 Nov, 2017 03:30 PM
आज हमारे यहाँ कृषि उत्पादकता में जो प्रान्तीय खाई है उसे भी भरने की कोशिश की
वनों के उत्थान के लिये वन प्रबन्धन की उपयोगिता
Posted on 09 Nov, 2017 03:26 PM
प्राचीन काल से मानव पादप समुदाय से जुड़े हुए हैं एवं इसकी महत्ता हमारे जीवन की प्रत्येक पहलु से जुड़ी हुई है। पौधों की पत्तियाँ, जड़ों एवं मुलकन्दों को अपने आहार के रूप में, वृक्षों की छाल एवं पत्तियों से अपना तन ढँकने में किया करते थे। उस समय जनसंख्या बहुत रहने के कारण आवश्यकताएँ भी सीमित थी एवं वनों को उपयोग नगण्य मात्र था, अतः वन-प्रबन्धन की आवश्यकता महसूस नहीं की गई। परन्तु दिनों बढ़ती आबादी
जंगल
लाख की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भागीदारी
Posted on 09 Nov, 2017 03:20 PM

लाख की खेती में अन्य फसलों की अपेक्षा बहुत ही दक्षता एवं समय की आवश्यकता नहीं होती है। इसकी खेती में बहुत

जैविक रोग नियंत्रक द्वारा पौधा रोग निदान-एक उभरता समाधान
Posted on 31 Oct, 2017 01:56 PM

झारखण्ड की अम्लीय मिट्टी तथा जलवायु, ट्राइकोडर्मा आधारित जैव फफूंदनाशी के लिये अत्यधिक उपयोगी हैं। यह मृदा

फलों की तुड़ाई की कसौटियाँ
Posted on 31 Oct, 2017 01:28 PM
ताजे फलों में सामान्य जीवन क्रियाएँ जैसे श्वसन, उत्स्वेदन आदि होने के कारण विनाशशील होते हैं। इन क्रियाओं को एकदम नहीं रोका जा सकता, पर उचित प्रबन्धन से इनकी गति धीमी की जा सकती है। फलों की तुड़ाई के लिये परिपक्वता का सही ज्ञान होने से किसान भाई बहुत हद तक इस क्षति को कम कर सकते हैं।

विभिन्न फलों की तुड़ाई की कसौटियाँ

आम की उन्नत बागवानी कैसे करें
Posted on 31 Oct, 2017 11:54 AM
फूल निकलने के समय आम आर्द्रता, जल या कुहासा को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करता है। औसत वार्षिक वर्षा 150 से.मी. वाले क्षेत्रों में, पर्याप्त सूर्य की रोशनी एवं कम आर्द्रता में आम की फसल अच्छी होती है।
आम की बागवानी
बाग में ग्लैडिओलस
Posted on 30 Oct, 2017 01:38 PM
शल्ककन्दीय फूल के रूप में ग्लैडिओलस विश्व स्तर पर कट-फ्लावर के रूप में उगाया जाता है। भारत में इसकी खेती बंगलुरु, श्रीनगर, नैनीताल, पुणे व उटकमण्डलम में वृहत रूप से होता है। झारखण्ड के धनबाद में अब इसकी खेती छोटे पैमाने पर आरम्भ हो चुकी है। इसकी खेती गृह बाजार तथा निर्यात, दोनों हेतु किया जाता है। शीतकाल में ग्लैडिओलस का यूरोपियन देशों में निर्यात किया जाता है। जिसके कारण काफी विदेशी मुद्रा
ग्लैडिओलस
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