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दिल्ली
जब पृथ्वी बोली, पानी रोको
Posted on 12 Apr, 2015 12:03 PMपृथ्वी दिवस पर विशेष
भारतीय दर्शन में पृथ्वी को माता माना गया है। यह भगवान स्वरूपा ही है। आज भी जन-मानस में पृथ्वी को देवी मानने की आस्था इस तरह प्रबल है कि अनेक महानुभाव प्रात: नींद से जागने के बाद पृथ्वी माता को सर्वप्रथम हाथों से स्पर्श कर प्रणाम करते हैं और उनसे बेहतर जीवनयापन का आशीर्वाद भी माँगते हैं।

नीर फ़ाउंडेशन को कर्मवीर चक्र पुरस्कार
Posted on 11 Apr, 2015 04:30 PM गैर-सरकारी संगठन नेशनल एन्वायरन्मेंटल एजुकेशन एण्ड रिसर्च फाउंडेशन अर्थात नीर फ़ाउंडेशन को वर्ष 2015 का कर्मवीर चक्र अवार्ड मिला है। यह पुरस्कार दिल्ली में 21 से 23 मार्च तक आयोजित हुए एक समारोह में दिया गया।

पंचायत जगाने निकले कुछ कदमों का सन्देश
Posted on 10 Apr, 2015 02:12 PMइलाहाबाद से वाराणसी जाते समय सड़क किनारे एक जगह है - राजा के तालाब। बीते तीन अप्रैल को राजा के तालाब से एक यात्रा चली - तीसरी सरकार संवाद एवं सम्पर्क यात्रा। राजतन्त्र में राजा, पहली सत्ता होता है, प्रजा अन्तिम। लोकतन्त्र में संसद तीसरी सरकार होती है, विधानसभा दूसरी और ग्रामसभा पहली सरकार। इसलिये मैं पंचायती राज की ताकत बताने निकली यात्रा को तीसरी सरकार संवाद एवं सम्पर्क यात्रा के नामकरण से सहम

भू-संशोधन विरोध : इस सवाल का जवाब जरूरी है
Posted on 10 Apr, 2015 02:04 PMभूमि अधिग्रहण सम्बन्धी कानून-2013 के रचनाकार, जयराम रमेश ने ठीक कहा। हकीक़त यह है कि संप्रग सरक

हिमालय के सवाल पर नहीं है गम्भीर सरकार
Posted on 07 Apr, 2015 03:24 PMहिमालय तथा खुद को बचाने की चुनौती दक्षिण एशिया व दुनिया के लिये है। हिमालय के लोगों को अपने जीवनयापन की बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने लिये जल, जंगल, ज़मीन पर स्थानीय समुदायों को अधिकार पाने के संघर्ष करने पड़ रहे हैं। हिमालय सदियों से मैदानों, नदियों तथा सम्पन्न मानव समाजों का निर्माणकर्ता और उनका रक्षक रहा है। भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के 16.3 प्रतिशत क्षेत्र में फैले हिमालयी क्षेत्र को

बुझेगी दिल्ली की प्यास
Posted on 07 Apr, 2015 12:31 PMदिल्ली वालों को पानी का बड़ा स्रोत मिल गया है। अब देखना है कि कितनी सावधानी के साथ वे इस बड़े स
राज्यों के पर्यावरण और वन मन्त्रियों का सम्मेलन
Posted on 06 Apr, 2015 12:02 PMसम्मेलन का मुख्य मुद्दा1. अपशिष्ट से धनार्जन
2. कार्य-संचालन की सुगमता
3. वन, वन्यजीव और हरित भारत मिशन
4. प्रदूषण नियंत्रण
5. जैव-विविधता और पारिस्थितिकी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र
6. जलवायु परिवर्तन
उद्घाटन : श्री नरेन्द्र मोदी, भारत के प्रधानमन्त्री 6-7 अप्रैल, 2015, विज्ञान भवन, नई दिल्ली
फ्लोरिसिस से तुलसी की जंग
Posted on 06 Apr, 2015 11:32 AMसरदार पटेल महाविद्याल में पर्यावरण विज्ञान के सहायक प्रोफेसर राहुल कुम्बले से अपर्णा पल्लवी की बातचीत पर आधारित लेख।