दिल्ली

Term Path Alias

/regions/delhi

स्वच्छ भारत के लिये व्यवहार परिवर्तन संचार
Posted on 08 Mar, 2018 03:40 PM

भारत की ही तरह अन्य विभिन्न देशों में भी स्वच्छता अभियान की सफलता की राह में अनेक रोड़े हैं जिनकी वजह से अ

मल प्रबन्धन - स्वच्छ भारत अभियान के लिये चुनौती (Sewage management - Challenge for Swachh Bharat Abhiyan)
Posted on 06 Mar, 2018 06:31 PM


पूरे देश में 2 अक्टूबर, 2014 को आरम्भ किये गए स्वच्छ भारत अभियान ने 76 प्रतिशत ग्रामीण घरों और 97 प्रतिशत से अधिक शहरी घरों में शौचालय बनाने में मदद की है, जबकि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में 38 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 91 प्रतिशत घरों में शौचालय थे। इन आँकड़ों से ही पता चल जाता है कि अभियान 2 अक्टूबर, 2019 तक खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) हो जाने का अपना उद्देश्य प्राप्त करने की दिशा में बढ़ रहा है।

इकोसैन शौचालय
कृषि क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता
Posted on 06 Mar, 2018 06:01 PM
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कृषि में महिलाओं को बराबर का दर्जा मिले तो कृषि
जलवायु परिवर्तन और कृषि
Posted on 06 Mar, 2018 05:54 PM

जलवायु सम्बन्धी अधिकांश सिद्धान्तों में यह इंगित किया गया था कि वाष्पन-वाष्पोत्सर्जन वैश्विक तापन के साथ ब

जलवायु परिवर्तन और जैवविविधता
Posted on 06 Mar, 2018 03:55 PM
विश्व का सबसे प्राचीन और सबसे बड़ा कृषि प्रधान देश होने के नाते, भारत में कृष
जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण
Posted on 06 Mar, 2018 03:28 PM
जलवायु पर्यावरण को नियंत्रित करने वाला प्रमुख कारक है, क्योंकि जलवायु से प्राकृतिक वनस्पति, मिट्टी, जलराशि तथा जीव जन्तु प्रभावित होते हैं। जलवायु मानव की मानसिक तथा शारीरिक क्रियाओं पर प्रभाव डालती है। मानव पर प्रभाव डालने वाले तत्वों के जलवायु सर्वाधिक प्रभावशाली है क्योंकि यह पर्यावरण के अन्य कारकों को भी नियंत्रित करती है।
जलवायु परिवर्तन
अभी भी अनसुलझा है गंगा शुद्धि का सवाल
Posted on 05 Mar, 2018 06:26 PM
नमामि गंगे परियोजनाओं के तहत 97 शहर गंगा की मुख्यधारा के किनारे चिन्हित किये
Polluted Ganga
जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापन
Posted on 05 Mar, 2018 03:18 PM

जलवायु परिवर्तन का विकासशील देशों पर विषमतापूर्ण दुष्प्रभाव पड़ेगा और इससे स्वास्थ्य क्षेत्र भोजन, स्वच्छ

जलवायु परिवर्तन के प्रभाव
Posted on 05 Mar, 2018 03:09 PM


जीवाश्म ईंधन के दहन और प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन के कारण जलवायु परिवर्तन की गम्भीर समस्या उत्पन्न हुई है। यदि जलवायु परिवर्तन को समय रहते न रोका गया तो लाखों लोग भुखमरी, जल संकट और बाढ़ जैसी विपदाओं का शिकार होंगे। यह संकट पूरी दुनिया को प्रभावित करेगा। यद्यपि जलवायु परिवर्तन का सबसे अधिक असर गरीब देशों पर पड़ेगा।

ग्लोबल वार्मिंग
ये दुनिया सिर्फ हमारी नहीं, वन्यजीवों की भी है
Posted on 04 Mar, 2018 06:40 PM
रहता वन में और हमारे,
संग-साथ भी रहता है।
यह गजराज तस्करों के,
जालिम-जुल्मों को सहता है।।

समझदार है, सीधा भी है,
काम हमारे आता है।
सरकस के कोड़े खाकर,
नूतन करतब दिखलाता है।।

मूक प्राणियों पर हमको तो,
तरस बहुत ही आता है।
इनकी देख दुर्दशा अपना,
सीना फटता जाता है।।

वन्य जीव जितने भी हैं,
×