भोपाल जिला

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सफाई की मुहिम
Posted on 28 Jan, 2009 09:22 AM प्रयाग शुक्ल
मुंबई जैसे महानगर की लकदक छवियां, और जगह-जगह बिखरी गंदगी, एक -दूसरी को मुंह चिढ़ाती हैं। आगरा, जहां ताजमहल है, वहां का हाल तो बेहद चौंकाने वाला है।
पिछले कुछ वर्षों में हमारे नगरों-महानगरों में नई चाल की बहुतेरी चीजें आ गई हैं : लकदक मॉल, शॉपिंग सेंटर और शोरूम खुले हैं। कुछ महानगरों में मेट्रो (रेल) पर काम चल रहा है। खान-पान के रेस्तरां-होटल भी बड़ी तादाद में चारों ओर देखे जा सकते हैं। पेट्रोल पंपों को नया रूप मिला है। पर, इन्हीं के बीच गंदगी या कूड़े के ढेर भी बढ़े हैं।
नर्मदा सर्वेक्षण
Posted on 17 Jan, 2009 04:13 PM नर्मदा समग्र दल ने किया नर्मदा सर्वेक्षण

अशोकनगर । नर्मदा तट पर स्थित वन संपदा में औषधीय महत्व की जडी-बूटियों का अकूत भंडार है। यहां की वन संपदा में ऐसी कई जडी-बूटियां हैं, जो असाध्य रोगों के इलाज के लिए बेहद कारगर हैं, लेकिन इनके बारे में संपूर्ण जानकारी न होने से जरूरतमंदों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह तथ्य हाल ही नर्मदा तटीय इलाकों पर किए गए एक सर्वेक्षण के दौरान सामने आए हैं।
भोपाल का ताल
Posted on 09 Jan, 2009 09:51 AM

आत्मदीप, जनसत्ता
भोपाल, 3 जनवरी।‘ताल तो भोपाल का और सब तलैया‘ की देश भर में मशहूर कहावत जिस झील की शान में रची गई, वह अब बेआब और बेनूर हो गई है। भोपाल की जीवनरेखा और पहचान है यहाँ की बड़ी झील। खासी हरियाली और झमाझम बरसात के लिए मशहूर भोपाल में अबकी इतनी कम बारिश हुई है कि इस विशाल झील का करीब 65 फीसदी हिस्सा सूख गया है।

Bhopal tal
आओ सारे, झील बचाएं
Posted on 05 Jan, 2009 11:02 AM

भास्कर/ भोपाल, रविवार को बड़े तालाब का नजारा कुछ अलग ही था। हमेशा सैलानियों से भरे रहने वाले तालाब के किनारों पर आज उन लोगों की भीड़ थी जिनमें तालाब की सफाई के लिए जज्बा और जुनून था। यह लोग बड़े तालाब से गाद निकालने के लिए दैनिक भास्कर द्वारा किए गए आह्वान पर वोट क्लब के समीप जुटे थे।

फोटो साभार - भास्कर
भोपाल का पानी
Posted on 28 Dec, 2008 09:31 AM

भास्कर न्यूज/ भोपाल. राजधानी में पानी के प्रदूषण की भयावहता उजागर होने के बाद अब सरकार ने भी इस स्थिति पर चिंता जताई है। आवास एवं पर्यावरण मंत्री जयंत मलैया ने स्थिति पर तुरंत काबू पाने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को भास्कर ने प्रदूषण नियंत्रण मंडल की रिपोर्ट के हवाले से बताया था कि राजधानी के भूमिगत तथा बाहरी जल में भारी तत्वों की उपस्थिति घातक स्तर तक पहुंच चुकी है। इसके बाद शुक्रवार को दिनभर गहमागहमी का माहौल रहा।आवास एवं पर्यावरण मंत्री ने प्रदूषण नियंत्रण मंडल के

सेहत पर भारी पानी
पानी उठाने के लिए उचित स्थानो पर हाइड्रम की स्थापना
Posted on 23 Sep, 2008 11:01 AM हाइड्रालिक रैम एक स्वचालित पानी उठाने का यन्त है जो कि विश्व मे कई वर्षों से प्रयोग हो रहा है भारत वर्ष के पहाड़ी इलाको मे पानी उठाने के लिए अत्यन्त उपयुक्त है। पहाड़ी इलाको मे विघुत एवं डीजल से चलने वाले पानी उठाने के यन्त्रो की मरम्मत व चलाने की लागत अधिक होने के कारण सफल नही हो सकते है। उत्तराखन्ड की पहाड़ियो मे सिचाई के लिए पानी उठाने के लिए हाइड्रम एक दूसरा विकल्प है। उत्तराखन्ड के पहाड़ी स्थ
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