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पानी को ‘पानी की तरह’ न बहावें
Posted on 04 Mar, 2014 10:40 AM
प्रकृति की अनुपम बेशकिमती सौगात है पानी,
दुनिया में नहीं इसका कोई विकल्प और सानी,
वक्त का तकाजा है इसकी अहमियत को समझें और कद्र करें।
दूसरे की जरूरत ध्यान में रख इसे न बहाएं,
बेकार जल है अनमोल इसकी कीमत दिल से करें स्वीकार।

डॉ. सेवा नंदलाल
संसार की सबसे बड़ी नदियां
Posted on 03 Mar, 2014 11:41 AM हमेशा से ही कहा और माना जाता रहा है कि जल ही जीवन है और जल के बिना जीवन जीना नामुमकिन है। दुनियाभर में जल का प्रमुख स्रोत या तो समुद्र है या फिर नदियां। नदियां, मानव जीवन और पर्यावरण को संरक्षित करने में सहायक साबित होती हैं। मगर अफसोस अब नदियों का जलस्तर मनुष्य की गलतियों की वजह से निरंतर घटता जा रहा है। कई नदियों का तो अस्तित्व भी खतरे में है। आइए जानते हैं दुनियाभर की कुछ सबसे विशाल और लंबी नदि
ग्रामोद्योग बचाने को बने अलग मंत्रालय व नीति
Posted on 02 Mar, 2014 01:08 PM आज यदि केंद्र के साथ-साथ सभी राज्य सरकारें भी अपनी शासकीय खरीद का एक सुनिश्चित प्रतिशत ग्रामोद्योगों से किए जाने को अनिवार्य बना ल
gramodyog
आधुनिक विज्ञान के आईने में पारंपरिक तालाबों पर एक किताब
Posted on 02 Mar, 2014 12:36 PM मध्य प्रदेश के पारंपरिक तालाबों पर हाल ही में एक छोटी, किंतु विश्वसनीय पुस्तक प्रकाशित हुई है। पुस्तक का नाम है : ‘भारत का परंपरागत जल विज्ञान’ पुस्तक की सारी सामग्री.. सारा शोध मध्य प्रदेश के तालाबों को आधार बना कर किया गया है; अतः अच्छा होता कि इस पुस्तक का नाम रखा जाता- मध्य प्रदेश का परंपरागत जल विज्ञान। खैर!
book cover page
गागर में सिमटते सागर
Posted on 02 Mar, 2014 09:53 AM

पुस्तक समीक्षा


दफन होते दरिया
पंकज चतुर्वेदी
यश पब्लिकेशंस
1/10753, गली नं. 3 सुभाष पार्क
नवीन शाहदरा
दिल्ली 110032
पृ. 174(सजिल्द) रू. 595/

लोकादेश 2014
Posted on 01 Mar, 2014 03:42 PM आज देश में पेयजल और पानी का संकट अति गंभीर होता जा रहा है। पानी की
जीवन का आधार जल
Posted on 01 Mar, 2014 09:24 AM
यदि हमारा ध्यान जल की सुरक्षा की ओर जाए तो पानी के संबंध में भविष्य में आने वाली समस्याओं पर हम विजयी हो सकते हैं। प्रति वर्
पर्यावरण संरक्षण बेहतर कल के लिए
Posted on 25 Feb, 2014 03:19 PM
सभी प्रकार के प्रदूषण से बचने के लिए यदि थोड़ा सा भी उचित दिशा में प्रयास करें तो बचा सकते हैं अपना पर्यावरण। सर्वप्रथम हमें
जल की रोचक दुनिया
Posted on 25 Feb, 2014 03:13 PM
1. वयस्क व्यक्ति के शरीर में 70% पानी होता है।
2. जन्म के समय बच्चे के पूरे वजन का 80% भाग पानी होता है।
3. एक वयस्क व्यक्ति प्रतिदिन औसतन 100 गैलन पानी उपयोग में लाता है।
4. शुद्ध जल का पी.एच. मान 7 होता है जो न तो एसिड है और न ही क्षार।
5. पृथ्वी पर 75% भाग पानी है
6. भू-सतह की अपेक्षा भूमिगत जल काफी साफ होता है।
7. पानी में ज्यादातर पदार्थ घुल जाते हैं।
जल ही जीवन है
Posted on 25 Feb, 2014 03:11 PM
जल ही जीवन है।
जल ही सावन है।
जल ही पावन है।
जल ही उपवन है।

जल के बिना जीवन असंभव है।
जल के बिना विकास असंभव है।
जल के बिना विकास प्रकृति अधूरी है।
जल के बिना दुनिया दुखियारी है।

जल है तो हम सब हैं
जल है तो जीव-जंतु हैं।
जल है तो सृष्टि है।
जल है तो जीवन है।

जल की बचत करें।
जल का सदुपयोग करें।
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