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जरूरी है जल की निगरानी का सवाल
Posted on 17 Sep, 2016 03:31 PM

विश्व जल निगरानी दिवस, 18 सितम्बर पर विशेष


माई बनी मालगाड़ी
Posted on 17 Sep, 2016 12:31 PM


महात्मा गाँधी का प्रसिद्ध कथन है, “प्रकृति के पास इतना है कि वह सभी की जरूरतों को पूरा कर सकती है, लेकिन इतना नहीं है कि किसी एक का भी लालच पूरा कर सके।” मध्य भारत की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण नदी नर्मदा इसी लालच हलकान है। नर्मदा में सौ से ज्यादा छोटे बड़े बाँध बनाए गए हैं इनसे नहरें निकाल कर हजारों हेक्टेयर इलाकों में सिंचाई की जा रही है।

मध्य प्रदेश और गुजरात के कई क्षेत्रों, जो नर्मदा से पचासों किलोमीटर दूर है, को पीने का पानी भी इसी नदी से सप्लाई किया जाता है, साबरमती को जिन्दा बनाए रखने में भी नर्मदा की भूमिका है, यहाँ तक की सिंहस्थ कुम्भ शाही स्नान की जिम्मेदारी भी नर्मदा माई पर ही है।

कावेरी पर कलह, पहला हक किसका
Posted on 17 Sep, 2016 11:41 AM
एक लोककथा है, जिसमें राजा के पास लोग जाते हैं और शिकायत करते हैं कि उनके गाँव के पास से बहने वाली नदी पर एक शराब बनाने वाले ने बाँध बनाकर पानी रोक दिया है। इससे उन्हें पीने का पानी नहीं मिल रहा इस पर राजा नदी से पूछते हैं तो नदी कहती है कि उस पर सबसे पहला अधिकार शराब बनाने वाले का नहीं बल्कि वहाँ के समाज का है।
कावेरी जल विवाद - यह जागने का समय है, लड़ने का नहीं
Posted on 15 Sep, 2016 05:07 PM


जब यह लेख आप पढ़ रहे हैं, कर्नाटक जल रहा है। तमिलनाडु के टीएन नम्बर की गाड़ियाँ चुन-चुन कर कर्नाटक में हमले की शिकार हो रहीं हैं। यह सारा विवाद पानी का है। आज से बीस साल पहले किसने सोचा होगा कि एक दिन पानी का मोल ना समझने की कीमत हम इस तरह की हिंसा से चुका रहे होंगे?

कावेरी जल विवाद - पानी घटा, विवाद बढ़ा
Posted on 15 Sep, 2016 04:54 PM
कावेरी जल विवाद अब प्रधानमंत्री के दरबार में पहुँच गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ताजा जल बँटवारे को अपने राज्य के साथ अन्याय बता रहे हैं। जल विवाद को लेकर तमिलनाडु और कर्नाटक में भारी तनाव है। राज्य हिंसा की चपेट में हैं। राजनीतिक दल इस मुद्दों को भी वोटबैंक से जोड़कर देखते रहे हैं। जिससे मामला दिनोंदिन उलझता जा रहा है। सैंकड़ों साल पुराने इस विवाद का कोई सर्वमान्य समाधान नहीं न
आसान नहीं है कावेरी जल विवाद का समाधान
Posted on 15 Sep, 2016 04:34 PM
बीती 5 सितम्बर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कर्नाटक को कावेरी नदी का 15 हजार क्यूसेक पानी तमिलनाडु के लिये रोजाना छोड़ने के आदेश के बाद से कर्नाटक जल रहा है। वहाँ किसानों और कन्नड़ समर्थक संगठनों के प्रदर्शन, रास्ता रोको आन्दोलन, तोड़फोड़, लूटपाट और आगजनी, ट्रकों को फूँके जाने के सिलसिले के चलते बंगलुरु के 16 थाना क्षेत्र में कर्फ्यू है। हाईवे बन्द हैं।
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