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बिहार
सूखती नदियों के बीच हलक तर करने की चिन्ता
Posted on 23 May, 2016 11:08 AM
विशाला नदी के तट पर खड़ा हूँ। इसी नदी के तट पर वैशाली नगर बसा। वैशाली का वैभव जैसे-जैसे मिटता गया, विशाला सिकुड़ती गई और इसका नाम भी बाया हो गया। गंगा आज भी उत्तरवाहिनी होकर इसे अपने आगोश में समेटती है, पर बाया अर्थात विशाला में इस वर्ष कहीं-कहीं और छोटी-छोटी कुंडियों में ही पानी बचा है।
बिहार के तकरीबन हर जिले की छोटी-छोटी नदियाँ सूख गई हैं। इसका असर अपेक्षाकृत बड़ी नदियों पर भी पड़ा है। महानन्दा के बाद बागमती और कमला की धाराएँ जगह-जगह सूख गई हैं। प्राचीन साहित्य में सदानीरा कहलाने वाली गंडक में भी कई स्थलों पर इतना कम पानी बचा था कि लोग पैदल टहलते हुए पार कर जाते थे। बिहार की नदियों की इस दुर्दशा का असर गंगा पर भी दिख रहा है।
पर्यावरण से विश्वासघात क्यों
Posted on 16 May, 2016 04:20 PMबढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिये रचनात्मक दिशा प्रदान करनी होगी जिससे न तो पर्यावरण
वानिकी सामाजिक सन्दर्भ और सुझाव
Posted on 16 May, 2016 04:12 PMवन भारतीय सभ्यता और प्राचीन संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। भार
लघु जल स्रोतों से ऊर्जा
Posted on 14 May, 2016 03:11 PMहमारे देश में विभिन्न तराइयाँ तथा कृषि जलवायु क्षेत्र हैं, लघु जल विद्युत विकास सम्बंधी अ
Evaluation of Deep Aquifer Resources in Lower Ganga Plain of Patna Urban Agglomerate, Bihar
Posted on 07 May, 2016 12:37 PMABSTRACT
मक्का का हब बन रहा है कोसी
Posted on 24 Apr, 2016 04:09 PMआज कोसी इलाके में मक्का एक प्रमुख नगदी फसल बन गया है
दबंग राघोपुर में कैंसर का कहर, बड़े-बड़ों पर कोई नहीं असर
Posted on 18 Apr, 2016 09:45 AM
कैंसर से इस गाँव के पचासों आदमी मर चुके हैं। बीसों बीमार हैं। किसी का इलाज चल रहा है, कोई इलाज से थककर मौत के इन्तजार में पड़ा है। पानी दूषित है सभी जानते हैं। चमड़े की बीमारी फैल रही है। लोग सशंकित हैं। खेती-किसानी पर निर्भर ग्रामीण कैंसर का महंगा इलाज कराना बहुत दिनों तक सम्भव नहीं हो पाता। अजीब-सी दहशत फैली है। यह कोई नामालूम-सा गाँव नहीं है। राजधानी से सटे गंगा के पार बसे बहुचर्चित प्रखण्ड राघोपुर का गाँव है जुड़ावनपुर बरारी। बड़ा गाँव है। राघोपुर थाना इसी गाँव में है। दो ग्राम पंचायतें हैं। जुड़ावनपुर बरारी और जुड़ावनपुर करारी। दोनों की हालत एक जैसी है।
पूरे इलाके में आर्सेनिकोसिस नामक बीमारी फैलने के लक्षण दिख रहे हैं। आर्सेनिक के लम्बे इस्तेमाल से होने वाले कैंसर का यह पहला चरण है। आर्सेनिक यहाँ के भूजल में है। इसक पता 2005 में ही चला। राज्य सरकार और यूनिसेफ को यह रिपोर्ट दी गई।
Arsenic in Ground Water in Parts of Middle Ganga Plain in Bihar-An Appraisal
Posted on 15 Apr, 2016 01:32 PMINTRODUCTION
बेकार हो गई है सोन नहर
Posted on 19 Mar, 2016 04:06 PMमध्य प्रदेश में अमरकंटक की पहाड़ियों से निकली सोन नदी उत्तर प
तिल-तिल मर रही बिहार की सरिसवा नदी
Posted on 05 Mar, 2016 03:14 PMनेपाल के बारा जिले के 47 कल-कारखाने नदी में छोड़ रहे विषाक्त जल