संजीव कुमार

संजीव कुमार
ऐसे साफ हुई सबसे ज्यादा प्रदूषित नदियाँ
Posted on 13 Feb, 2016 12:42 PM

भारत में गंगा-यमुना सहित नदियों की सफाई पर कई वर्षों में करोड़ों रुपए खर्च किये गए लेकिन न

किसानों को लूटा, मिल मालिक हुए मालामाल
Posted on 21 Dec, 2015 03:58 PM

धान की खरीद और मिलिंग आदि में 50,000 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला हुआ है। इसका खुलासा नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) ने अपनी रिपोर्ट में की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने 17,985.49 करोड़ रुपए किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के रूप में दिए हैं। लेकिन सरकार के पास इस बात के सबूत नहीं हैं कि मिल मालिकों या राज्य सरकारों की एजेंसियों या भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने किसानों को ठीक-
मेरी गंगा मेरी सूस
Posted on 14 Oct, 2015 04:19 PM
गंगा डॉल्फिन गणना तथा मेरी गंगा मेरी सूस अभियान 2015 का समापन हुआ जिसमें 3350 किमी नदियों में 1263 डॉल्फिन की पाई गई।

1. गंगा नदी डॉल्फिन की वर्तमान जनसंख्या तथा उनका वितरण अत्यधिक गहन व पारदर्शी सतही आँकड़ों पर आधारित है।

2. उच्चतम व निम्नतम अनुमान डॉल्फिन गड़ना के लिये एक महत्त्वपूर्ण मापदंड है जो आईयूसीएन के प्रोटोकॉल पर आधारित है।
वर्षाजल संचय एवं कृषि वानिकी का पाठ पढ़ाता सरकारी संस्थान
Posted on 16 Jan, 2014 04:28 PM
जल संरक्षण व कृषि वानिकी का पाठ पढ़ाता एक सरकारी संस्थानहाल ही में गैर सरकारी संगठनों, संयुक्त वन प्रबंधन समिति, जल संग्रहण एवं प्
बच्चों ने विद्यालय में की पेयजल की गुणवत्ता की जांच
Posted on 06 Dec, 2013 04:27 PM
मानव न केवल अपने हिस्से का वरन अन्य जीव जंतुओं के हिस्से का पानी भी पीने को आतुर है। हमें अपने साथ-साथ सभी प्राणधारियों के लिए अप
स्कूली बच्चों से सीखें जल की बचत करना
Posted on 06 Dec, 2013 03:13 PM

जल के विभिन्न स्रोतों के जरिए हम उनका सदुपयोग करें जिससे हमारा समाज आर्थिक तरक्की कर सके। अब तो

बच्चों ने किया विद्यालय में जल का ऑडिट
Posted on 06 Dec, 2013 01:15 PM
प्रकृति के साथ मनुष्य की बेहूदा छेड़छाड़ के चलते सदियों से चरेवतिः
जैव विविधता एवं जल प्रबंधन का पाठ पढ़ाता एक विद्यालय
Posted on 09 Nov, 2013 04:11 PM

बुढ़ाना- कांधला मार्ग पर स्थित एक सरकारी स्कूल पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजपुर-छाजपुर जैव विविधता एवं जल प्रबंधन को लेकर बहुत ही सजग है। इस विद्यालय में कक्षा 6 से कक्षा 8 तक 306 बच्चे पढ़ते हैं। यह विद्यालय 22 बीघे ज़मीन पर बना है। जिसमें आम व अमरूद का बाग भी हैं। इस विद्यालय में 12 अध्यापक हैं जो बच्चों को पढ़ाने में बहुत रूचि रखते हैं। यह विद्यालय जनपदीय परिषदीय विद्यालयों के खेलों में भी पुरस्कार जीतकर अपनी धाक जमाता रहा है। शिक्षक इन गतिविधियों के प्रमुख संचालक हैं। वें विद्यार्थियों को ऐसे गुणों को विकसित करने में सहयोग व दिशा निर्देशन देते हैं। जिससे वे पौधों, जीव-जंतुओं के मित्र बन जाएं। विद्यार्थियों को निरीक्षण एवं कार्य से जोड़कर तथा ज्ञान, कौशल एवं मूल्यों के विकास को बढ़ावा देकर पाठ्यक्रम सहगामी गतिविधियों के द्वारा उनके लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं। भारत में जल संचय के प्रमाण प्राचीनतम लेखों, शिलालेखों और स्थानीय रस्म-रिवाजों तथा पुरातात्विक अवशेषों में मिलते हैं। पूर्वजों ने तालाब कुएँ, पोखर और बावड़ियों का निर्माण कर पानी से बने समाज की रचना की।
पेंटिंग के जरिए बच्चों ने ली पर्यावरण शिक्षा
Posted on 26 Oct, 2013 09:17 AM
पेंटिंग के द्वारा पर्यावरण शिक्षाभारत उदय एजुकेशन सोसाइटी एवं पर्यावरण शिक्षण केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में पेट्रोलियम कन्जर्वेशन रिसर्च एसोसिएशन के स
पर्यावरण एवं जल संरक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम
Posted on 02 Oct, 2013 04:07 PM
पर्यावरण और जल संरक्षण प्रशिक्षण1 अक्टूबर 2013 को ‘पर्यावरण मित्र -जल’ शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन पर्यावरण शिक्षण केन्द्र लखनऊ व भारत उदय एजूकेशन
×