राजु कुमार

राजु कुमार
सम्मिलित प्रयासों से ही संभव है गांव में पानी एवं स्वच्छता
Posted on 31 Dec, 2012 04:19 PM
मध्य प्रदेश में पेयजल, साफ-सफाई एवं व्यक्तिगत स्वच्छता की स्थिति ब
आंदोलन ने जगाई अहिंसक संघर्ष के प्रति आस्था
Posted on 17 Nov, 2010 06:56 AM

पिछले 25 साल से चल रहे नर्मदा बचाओ आंदोलन से मुझे काफी सीखने एवं समझने का मौका मिला है. सबसे बड़ी सीख मिली है - अहिंसक संघर्ष के प्रति आस्था. अहिंसक संघर्ष बहुत लंबा और गहरा होता है. यह किसी अकेले व्यक्ति का काम नहीं होता. इसके पीछे संगठन की ताकत होती है. इसके पीछे जनता का समर्थन एवं सहयोग होता है. नर्मदा घाटी के लोगों के समर्थन से यह सब संभव हुआ है. इसके अलावा देश एवं दुनिया भर में चल रहे बिरादराना अहिंसक आंदोलनों का भी हमें भरपूर सहयोग मिल रहा है.

हाथ की सफाई के दूत बनेंगे बच्चे
Posted on 13 Oct, 2010 02:28 PM

शौच के बाद मिट्टी से हाथ धोने का प्रचलन ग्रामीण भारत में समान्य रूप से देखने को मिलता है। लोगों में धीरे-धीरे इस बात को लेकर जागरूकता आई कि मिट्टी के बजाय राख से हाथ धोना चाहिए। पर आज भी लोगों में इस बात को लेकर जागरूकता नहीं है कि मिट्टी एवं राख हाथ में छिपे कीटाणुओं को साफ करने में अक्षम हैं और साबुन ही एकमात्र विकल्प है। आजकल टी.वी पर कई विज्ञापन आते हैं, जिसमें हाथ धोने के महत्व को बताया
स्वच्छता से कम हो सकती है बाल मृत्यु
Posted on 13 Oct, 2010 02:15 PM
विश्व में 16 फीसदी बच्चों की मृत्यु डायरिया से होती है। 35 लाख बच्चे डायरिया एवं निमोनिया के कारण अपना पहला जन्मदिन नहीं मना पाते। पांच साल से कम उम्र के 15 लाख बच्चों की मौत डायरिया से होती है, जिसमें से 3,86,600 भारतीय बच्चे होते हैं। डायरिया एक ऐसी बीमारी है, जो साफ-सफाई के अभाव में तेजी से फैलती है। व्यक्तिगत स्वच्छता हो या फिर पानी का उपयोग करने का स्था
साफ हाथों का दम
Posted on 13 Oct, 2010 01:50 PM
गंदे हाथ बीमारियों को आमंत्रित करते हैं - यह कहना थोड़ा अचंभित करता है, पर वास्तविकता इससे परे नहीं है। हाथ की सफाई के प्रति बच्चों में जागरूकता का अभाव तो है ही, साथ ही साथ बड़े भी हाथ धोने में कोताही करते हैं। ऐसे में खाने के साथ पेट में कीटाणुओं का जाना मुश्किल नहीं होता, और फिर बीमारी की चपेट में आना स्वाभविक है। गांवों में तो शौच के बाद मिट्टी या राख से हाथ धोने का प्रचलन है। डायरिया जैसी गंभ
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किसानों के लिए मददगार साबित हो सकता है ये सायनोबैक्टेरिया
Posted on 17 Sep, 2010 01:54 PM
विज्ञान के क्षेत्र में रोज नई-नई खोज हो रही है। हमें यह जानकर खुशी होती है कि वैज्ञानिक खोज हमारे जीवन को ज्यादा सुगम, सहज बनाने के साथ-साथ प्रगति में भी सहयोगी होते हैं। वैज्ञानिक के रूप में बहुत ही कम महिलाओं को हम जानते हैं, पर कुछ ऐसी महिला वैज्ञानिक हैं जिनके काम की बदौलत अलग-अलग क्षेत्रों में नए रहोस्याद्घाटन हो रहे हैं। विज्ञान की दुनिया में सायनोबैक्टेरियोलॉजिस्ट के नाम से अपनी पहचान कायम
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