राजु कुमार

राजु कुमार
पानी एवं स्वच्छता पर बच्चों की साहित्यिक रचनाएं
Posted on 22 Oct, 2013 04:33 PM
स्वैच्छिक संस्था समर्थन द्वारा सेव द चिल्ड्रेन एवं वाटर एड के सहयोग से सीहोर जिले के बच्चों को बाल पत्रकारिता का प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिभागी बाल पत्रकारों ने पानी एवं स्वच्छता के मुद्दे पर साहित्यिक रचनाएं भी की। ये रचनाएं अपने आसपास के वातावरण से उपजी हुई हैं। लघु कथाएं एवं कविताओं के रूप में ये मुद्दे को काफी करीब से देखने का मौका देती हैं। बच्चों की साहित्यिक रचनाएं -
पेयजल एवं स्वच्छता पर ‘‘सारंगाखेड़ी’’ के बाल पत्रकार
Posted on 21 Oct, 2013 04:04 PM
स्वैच्छिक संस्था समर्थन द्वारा सेव द चिल्ड्रेन एवं वाटर एड के सहयोग से सीहोर जिले के बच्चों को बाल पत्रकारिता का प्रशिक्षण दिया गया। सारंगाखेड़ी गांव के बाल पत्रकारों द्वारा पानी एवं स्वच्छता के मुद्दे पर लिखी गईं रिपोर्ट्स -

गांव में नहीं बना रहे शौचालय - प्रियंका, 8वीं

पेयजल एवं स्वच्छता पर ‘‘सेमरादांगी’’ के बाल पत्रकार
Posted on 21 Oct, 2013 04:02 PM
स्वैच्छिक संस्था समर्थन द्वारा सेव द चिल्ड्रेन एवं वाटर एड के सहयोग से सीहोर जिले के बच्चों को बाल पत्रकारिता का प्रशिक्षण दिया गया। सेमरादांगी गांव के बाल पत्रकारों द्वारा पानी एवं स्वच्छता के मुद्दे पर लिखी गईं रिपोर्ट्स -

सरपंच जी! बहुत सारे काम हैं, उसे करवाएं - मोहित, 8वीं

पेयजल एवं स्वच्छता पर ‘‘मोगराराम’’ के बाल पत्रकार
Posted on 21 Oct, 2013 03:59 PM
स्वैच्छिक संस्था समर्थन द्वारा सेव द चिल्ड्रेन एवं वाटर एड के सहयोग से सीहोर जिले के बच्चों को बाल पत्रकारिता का प्रशिक्षण दिया गया। मोगराराम गांव के बाल पत्रकारों द्वारा पानी एवं स्वच्छता के मुद्दे पर लिखी गईं रिपोर्ट्स -

टंकी तो बनी, पर कमजोर - अंकित, 8वीं

पेयजल एवं स्वच्छता पर ‘‘अल्हादाखेड़ी’’ के बाल पत्रकार
Posted on 20 Oct, 2013 03:57 PM
जब हम खाना पकाते हैं, अगर हम उसमें गंदे पानी का प्रयोग कर लेते हैं
व्यक्तित्व विकास के लिए स्वच्छता एवं सफाई
Posted on 19 Oct, 2013 04:01 PM

स्वच्छता अभियान में एक तथ्य की ओर बहुत ही कम ध्यान दिया जाता है, जबकि यह बहुत ही महत्वपूर्ण है।

हाथ में बैठे बैक्टीरिया से मिलेगी आज़ादी
Posted on 22 Aug, 2013 10:11 AM
सेनिटेशनशिवुपरी के तानपुर एवं गुना के हरिपुर गांव के बच्चों के लिए इस साल का स्वतंत्रता दिवस यादगार बन गया। उन्होंने न केवल आजादी की 66वीं वर्षगांठ मनाई बल्कि हाथों में चिपककर बैठे
ग्रामीण विकास के लिए जागरूक समूह
Posted on 19 Aug, 2013 08:57 AM
गाँवों के विकास के लिए सरकार, स्वैच्छिक संस्थाएं एवं जन संगठन अलग-अलग तरीके से कार्य कर रहे हैं। ग्रामीण विकास को लेकर भारत सरकार पिछले कुछ सालों से ज्यादा सक्रिय दिखाई दे रही है। गाँवों में योजनाओं एवं संसाधनों में भारी बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद जिस तेजी से विकास होना चाहिए था, उस तेजी से संभव नहीं हो पा रहा है। गांव के अंदर से ऐसा कोई सहयोगी समूह या निगरानी तंत्र नहीं दिखाई पड़ रहा है, जो गांव
पेयजल एवं स्वच्छता सुधार में छात्रों की सहभागिता अहम
Posted on 13 Aug, 2013 12:55 PM
वाटर एड इंडिया और सेव द चिल्ड्रेन के सहयोग से समर्थन ने एक पायलट इं
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