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/topics/rainwater-harvesting
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जल पांच तत्वों में से एक तत्व, जिसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। जहां भी पानी हो, वहां जीवन अपने आप ही पल्लवित हो उठता है। वास्तव में यही हमारी भारत भूमि की परंपरा रही है। हमें इसलिए स्थान विशेष में जल संरक्षण हेतु तमाम पद्धतियां, प्रक्रियाएं और परिणाम स्वरूप जल-संरचनाएं मिलती हैं। आज भी ऐसे कुछ स्थान, कुछ समाज ऐसे बचे हैं, जिन्होंने जल के प्रति भारत भूमि की भावना को संजोए रखा है और
बरसात के समय मे 90 प्रतिशत आपदाओं का कारण पानी है। दूसरी ओर पानी जीवन का आधार है। वह चाहे नदियों, जल स्रोतों, जलाशयों, बारिश की बूंदों के आदि के रूप में जहां से भी आ रहा हो, इनमें मानसून के समय मे पानी की मात्रा बढ़ जाती है, लेकिन यही समय है कि जब अधिक-से-अधिक पानी को जमा करके सालभर की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है। मकानों की छतों से बरसात में बहने वाले पानी को पीने के लिए, फैरोसीमेंट टैंक ब