मानसून

फिर छिड़ी बात बूँदों की
Posted on 18 Jul, 2016 09:54 AM
देश के 11 राज्यों के 266 जिलों में सूखा घोषित किया गया है। देश की 33 करोड़ जनता इससे प्रभावित है। इस सभी की आशा की किरण केवल बादलों से आ सकती है। बूँदों के रूप में। मानसून के बदरा राहत का पैगाम ला सकते हैं। हमारे देश के 55 फीसदी खेतों में सिंचाई बारिश पर निर्भर है। यानी कृषि मानसून का जुआ है। आखिरकार हमारा देश दुनिया भर में खाद्यान्नों का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता दोनों है। साथ ही 70 फीस
सिनेमा से पानी का रिश्ता
Posted on 17 Jul, 2016 04:37 PM
पानी की दृश्यात्मकता ऐसी है कि किसी भी फिल्मकार के लिये उसकी
अंजुरी में उतारना बादलों को
Posted on 10 Jul, 2016 10:26 AM
कृष्ण जब जन्मे तब रात अन्धेरी थी लेकिन आकाश जलभरे बादलों से भरा हुआ था। काले-काले मेघों की पंचायत जुटी थी और काला अन्धेरा उनसे मिल कर कृष्ण का सृजन कर रहा था। राधा उनकी वर्षा बनीं और कृष्ण बरस कर रिक्त हो गए। राधा भी बरस कर रिक्त हो गईं।

काले मेघों की उज्जवल वर्षा ने बरस-बरस कर पृथ्वी को उर्वर बनाकर रस से भर दिया। यही रस भारतीय साहित्य, संस्कृति और जीवन में बार-बार छलका। जब-जब हम अनुर्वर हुए-वे बार-बार बरस कर हमें उर्वर बनाते रहे। राष्ट्रजीवन की पुण्य सलिलाओं का अमृत कुम्भ भरते रहे। मेघों की वर्षा में निसर्ग तो उतरता ही था, पूरा-का-पूरा सर्ग भी उसमें भीग कर पुनर्नवा होता रहता था।
कैसे होता है आगमन मनमौजी मानसून का
Posted on 02 Jul, 2016 12:25 PM
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मानसून ऐसी सामयिक हवाएँ हैं जिनकी दिशाओं में प्रत्येक वर्ष दो बार उलट-पटल होती है। उत्तर-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम में मानसूनी हवाओं की दिशाओं में बदलाव वैज्ञानिक भाषा में कोरिओलिक बल के चलते होता है। यह बल गतिशील पिंडों पर असर डालता है।

हमारी पृथ्वी भी गतिशील पिंड है जिसकी दो गतियाँ हैं- दैनिक गति और वार्षिक गति। नतीजन, उत्तरी गोलार्द्ध में मानसूनी हवाएँ दाईं ओर मुड़ जाती हैं और दक्षिणी गोलार्द्ध में बाईं ओर। वायुगति के इस परिवर्तन की खोज फेरल नामक वैज्ञानिक ने की थी। इसीलिये इस नियम को ‘फेरल का नियम’ कहते हैं।
मानसूनी भविष्यवाणियों की दुविधा
Posted on 30 May, 2016 04:23 PM
मानसून की नई भविष्यवाणियों ने लोगों को दुविधा में डाल दिया है। भारतीय मौसम विभाग ने ताजा जानकारी देते हुए कहा है कि मानसून 1 जून को आने की बजाय 7 जून को केरल में दस्तक देगा। इसके विपरीत मौसम की भविष्यवाणी करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट का दावा है कि मानसून 29 या 30 मई को केरल पहुँच जाएगा।
बेहतर मानसून दिलाएगा सुकून
Posted on 24 Apr, 2016 12:26 PM मानसून के सामान्य से अधिक रहने के पूर्वानुमान ने सबके चेहरे खिला दिये हैं। अच्छा मानसून परिवारों के स्तर पर तो खुशहाली लाता ही है, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करता है। लेकिन सवाल यह है कि यह मानसून कितना बेहतर रहेगा?
सूखने लगे नदियाँ और बाँध
Posted on 24 Apr, 2016 12:19 PM मानसून आने में अभी डेढ़ माह का समय बचा है और देशभर की नदियाँ और बाँध सूखने के कगार पर पहुँच गए हैं। देश भर के बाँधों में औसतन 23 फीसद ही पानी बचा है, जिनमें से तीन बाँधों में तो पानी का स्तर शून्य पर पहुँच गया है और 82 बाँधों में कुल क्षमता का 40 फीसद से भी कम पानी रह गया है।
अल नीनो में गिरावट से कोई सूखा नहीं रहेगा
Posted on 14 Apr, 2016 11:25 AM
मौसम विभाग ने भी कहा- इस बार पिछले दो साल से अधिक बारिश होगी
समय पर आएगा मानसून; 106% होगी बारिश, जून में अपडेट होगा अनुमान

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