वाराणसी जिला

Term Path Alias

/regions/varanasi-district

मुक्ति की तलाश में छटपटाती गंगा
Posted on 09 Nov, 2014 12:13 PM सोएंगे तेरी गोद में एक दिन मरके हम
दम भी तोड़ेंगे तेरा दम भरके हम,
हमने तो नमाजें भी पढ़ीं हैं अक्सर
गंगा तेरे पानी में वजू करके।


Ganga nadi
काशी कुंभ
Posted on 24 Jul, 2014 11:12 AM वाराणसी 20 जुलाई 2014, काशी कुंभ में आज नौवें एवं आखिरी दिन महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के राजर्षि पुरूषोत्तमदास टण्डन सभागार में शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, बुद्धजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, विषय विशेषज्ञों, नदी प्रेमियों, सैन्य अधिकारियों एवं राजनेताओं के भारी जमावड़े के बीच काशी कुंभ 2014 संकल्प पत्र पर सर्वसम्मति के साथ सम्पन्न हुआ।
गंगा संवर्धन हेतु काशी कुंभ का निमंत्रण
Posted on 05 Jul, 2014 03:03 PM तारिख : 12-20 जुलाई 2014 तक।
स्थान : काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)


कुम्भ तो बिना बुलाए आयोजित होते थे। इनमें शामिल होने वाले लोग गंगा को और अधिक गंदा करके जाते हैं। कुम्भ का भावार्थ ही बदल दिया है। पहले कुम्भ में राजा, प्रजा, संत ये सब मिलकर देवता और राक्षस के रूप में वैचारिक मंथन करते थे। इस मंथन में समाज की बुराइयों का जहर और समाज की अच्छाइयों के अमृत को अलग-अलग रखने की विधि पर विचार करके निर्णय होता था। निर्णयों को कुम्भ का निर्णय मानकर राजा, प्रजा और संत सब अपने जीवन में पालना करते थे।

आप जानते हैं, गंगा के विषय में सरकार बहुत चिंतित है और गंगा मंथन कर रही है। समाज को भी सरकार के इस मंथन में साथ रहना चाहिए। गंगा की पवित्रता की रक्षा करने का काम गंगा किनारे के घाटों पर रहने वाले पुजारी और संतजन ही करते थे। राजनैतिक उथल-पुथल, गुलामी और समाज के आर्थिक लोभ लालच ने गंगा सेवा का रूप बदल दिया है।
खरा उतरने का समय
Posted on 25 Jun, 2014 04:11 PM

तंग गलियों में प्रतिदिन कई मन कूड़ों के ढेर की मौजूदगी। सफाई कर्मियों को गाहे-बगाहे की नालियों

यह जो बनारस है
Posted on 12 May, 2014 03:43 PM कहा जाता है कि बनारस अलबेला शहर है। भौतिक रूप से वह जितना संपन्न है, उससे कहीं ज्यादा सांस्कृतिक और वैचारिक रूप से। पुराणों, मिथकों, किंवदंतियों में धड़कता यह शहर अब अपना चोला उतार और नया बाना धारण कर रहा है। यह परिवर्तन है या पथ-भटकन, प्रगति है या अवगति। इस बदलाव की दिशा क्या है, इसकी पड़ताल कर रहे हैं अभिषेक श्रीवास्तव।
गंगा की बदहाली पर पीएमओ गंभीर
Posted on 15 Jan, 2014 03:12 PM गंगा की सफाई पर पानी की तरह धन बहाने के बावजूद स्थितियाँ और खराब होने के बारे में राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के सदस्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पर्यावरण वैज्ञानिक बीडी त्रिपाठी की शिकायत को प्रधानमंत्री कार्यालय ने गंभीरता से लिया है।
अविरल धारा के नाम पर धर्माचार्य गंगा को शौचालय बनाये रखना चाहते हैं : वीरभद्र मिश्र
Posted on 23 Aug, 2012 11:21 AM काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में हाइड्रोलिक इंजीनियरिंग के अध्यापक और सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख रह चुके वीरभद्र मिश्र देश-दुनिया में प्रमुख गंगासेवी के रूप में जाने जाते हैं। गंगा की सफाई के लिए किए गए कार्यों से प्रभावित होकर साल 2009 में अमेरिका की प्रतिष्ठित टाइम पत्रिका ने इन्हें “हीरो ऑफ द प्लैनेट” घोषित किया। वर्तमान में वीरभद्र मिश्र तुलसीदास द्वारा स्थापित संकटमोचन हनुमान मंद
प्रदूषित गंगा किनारे स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की अनूठी पहल
Posted on 21 Jun, 2012 10:38 AM गंगा की निर्मलता व अविरलता के लिए चलाए जा रहे आंदोलन के बीच वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर श्रद्धालुओं को निःशुल्क स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए अनूठी पहल की गई है। इसके तहत वाराणसी के धर्मनिष्ठ प्रमुख कपड़ा व्यवसायी केशव जालान ने अपने व्यवसायी मित्र मनविंदर सिंह बग्गा के सहयोग से घाट के ऊपर ही एक आरओ प्लांट स्थापित कर दिया है। इसके सहारे श्रद्धालु अब गंगा का पानी बिना किसी भय के भी पी सकते हैं और
21 मई को बनारस से होगा गंगा मुक्ति संग्राम का शंखनाद
Posted on 14 May, 2012 12:09 PM

उल्लेखनीय है कि गंगामुक्ति का पहला संग्राम 1912 में तब शुरू हुआ था, जब हरिद्वार में गंगा पर भीमगौड़ा बांध का निर्माण शुरू हुआ। यह गंगामुक्ति संघर्ष का शताब्दी वर्ष है। तमाम खिलाफ वैज्ञानिक अध्ययन व कैग की रिपोर्ट के बावजूद गंगा का गला घोटने की नित नये दुष्प्रयासों को अंजाम देने का राजहठ बढ़ता ही जा रहा है। मलमूत्र व औद्योगिक जहर से मुक्ति के प्रयास भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं।

आपको याद होगा कि प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल और वी.नारायण सामी के आश्वासन पर गंगा तपस्वी स्वामी सानंद ने इसी दिल्ली में जल ग्रहण किया था। किंतु 17 अप्रैल को गंगा सेवा अभियानम् के एजेंडे पर आहूत राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की बैठक स्वामी सानंद की अनुपस्थिति के कारण निर्णायक नहीं हो सकी। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने स्वामी सानंद से वार्ता के बाद ही किसी निर्णय की बात कही थी।
swamishri
गंगा के साथ-साथ
Posted on 21 Feb, 2012 05:27 PM

बनारस जिले में गंगा-वरुणा संगम के समीप पर स्थित सरायी गोहना गांव में गंगा द्वारा भूमि कटान से कई मकान कट रहे हैं

×