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उत्तराखंड
इंग्लैंड में स्वच्छता अभियान और भारत में स्वच्छ नगर
Posted on 13 Nov, 2019 10:47 AM14वीं शताब्दी के दूसरे दशक के बाद विश्व के अनेक देशों में पारिस्थितिक तंत्र का सन्तुलन गड़बड़ा गया था। उस दौरान यूरोप अनेक पर्यावरणीय संकटों से जूझ रहा था। पारिस्थितिक तंत्र के गड़बड़ा जाने से यूरोप में मिट्टी में प्रदूषण बढ़ गया, जिस कारण मिट्टी की उर्वरता कम हो गई। अनाज की उपज घट गई। परिणामस्वरूप भुखमरी बढ़ी और अकालों का युग आ गया। अकाल और भुखमरी से लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई। म
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बैरन का दूसरा नैनीताल दौरा
Posted on 08 Nov, 2019 12:48 PMदिसम्बर, 1842 में पीटर बैरन दूसरी बार नैनीताल आए। बैरन 9 दिसम्बर को बरेली से भीमताल को रवाना हुए। उनके तराई पहुँचने तक रात हो गई थी। उन्होंने हल्द्वानी से पालकी में बैठकर रात में तीन घंटे का सफर तय किया। उसी रोज देर रात भीमताल पहुँचे गए। बैरन के नैनीताल की पहली यात्रा के दोनों साथी जे.एच.बैटन और कैप्टन वेलर भीमताल के बंगले में पहले से ही उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। इस बार बैरन अपने साथ बीस फीट लम
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जलवायु परिवर्तन के बीच सुरक्षित भविष्य के लिए प्रयास कर रही हूं - रिद्धिमा पांडे
Posted on 05 Nov, 2019 04:48 PM{हरिद्वार की बेटी रिद्धिमा पांडेय भी पर्यावरण बचाने की जंग में 'ग्रेटा थनबर्ग' की टीम में शामिल हैं। उत्तराखंड के हरिद्वार के बीएम डीएवी पब्लिक स्कूल की महज 11 साल की छात्रा रिद्धिमा दुनिया के उन चुनिंदा 16 बच्चों में शामिल हैं, जिन्होंने ग्रेटा थनबर्ग के साथ ग्लोबल वार्मिंग से पर्यावरण को हो रहे नुकसान को लेकर संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराई है।
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