Posted on 16 Nov, 2015 01:11 PM पंचायत समिति, शिव (जिला बाड़मेर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बाड़मेर जिले में 13692 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 11502 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 16 Nov, 2015 01:06 PM पंचायत समिति, धोरीमन्ना (जिला बाड़मेर) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बाड़मेर जिले में 13692 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 11502 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 16 Nov, 2015 01:02 PM पंचायत समिति, बाड़मेर (जिला बाड़मेर) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बाड़मेर जिले में 13692 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 11502 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 16 Nov, 2015 11:07 AM पंचायत समिति, तलवाड़ा (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
Posted on 16 Nov, 2015 11:05 AM पंचायत समिति, सज्जनगढ़ (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
Posted on 16 Nov, 2015 11:03 AM पंचायत समिति, कुशलगढ़ (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
Posted on 16 Nov, 2015 10:59 AM पंचायत समिति, घाटोल (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
Posted on 16 Nov, 2015 10:58 AM पंचायत समिति, गढ़ी (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
Posted on 16 Nov, 2015 10:56 AM पंचायत समिति, छोटी सरवन (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।
Posted on 15 Nov, 2015 04:18 PM पंचायत समिति, बागीदौरा (जिला बांसवाड़ा) सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बांसवाड़ा जिले में 162.5049 मिलियन घनमीटर थी जो अब 213.1823 मिलियन घनमीटर हो गई है। भूजल का नियोजित दोहन कर पानी की कमी दूर किया जा सकता है।