Posted on 26 Nov, 2015 11:08 AM पंचायत समिति, भदेसर (जिला चित्तौड़गढ़) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा चित्तौड़गढ़ जिले में 342 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 328 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 26 Nov, 2015 11:04 AM पंचायत समिति, बैंगू (जिला चित्तौड़गढ़) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा चित्तौड़गढ़ जिले में 342 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 328 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 26 Nov, 2015 11:02 AM पंचायत समिति, बड़ी सादड़ी (जिला चित्तौड़गढ़) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा चित्तौड़गढ़ जिले में 342 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 328 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 26 Nov, 2015 10:59 AM पंचायत समिति, चित्तौड़गढ़ (जिला चित्तौड़गढ़) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा चित्तौड़गढ़ जिले में 342 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 328 मिलियन घनमीटर रह गई है। भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।
Posted on 26 Nov, 2015 10:55 AM पंचायत समिति, तालेड़ा (जिला बूंदी) अतिदोहित श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बूंदी जिले में 355 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 309 मिलियन घनमीटर रह गई है।
Posted on 23 Nov, 2015 12:28 PM पंचायत समिति, नैनवा (जिला बूंदी) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बूंदी जिले में 355 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 309 मिलियन घनमीटर रह गई है।
Posted on 23 Nov, 2015 12:26 PM पंचायत समिति, केशवराय पाटन (जिला बूंदी) संवेदनशील (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बूंदी जिले में 355 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 309 मिलियन घनमीटर रह गई है।
Posted on 23 Nov, 2015 12:24 PM पंचायत समिति, हिण्डोली (जिला बूंदी) अतिदोहित (डार्क) श्रेणी में वर्गीकृत
हमारे पुरखों ने सदियों से बूँद-बूँद पानी बचाकर भूजल जमा किया था। वर्ष 2001 में भूजल की मात्रा बूंदी जिले में 355 मिलियन घनमीटर थी जो अब घटकर 309 मिलियन घनमीटर रह गई है।
भूजल अतिदोहन के कारण पानी की कमी गम्भीर समस्या बन गई है।