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चुनौती बनता वायु प्रदूषण (भाग 2) : वायु प्रदूषण का प्रभाव
वायु प्रदूषण का सर्वाधिक दुःष्प्रभाव इंसान के स्वास्थ्य पर पड़ता है। हानिकारक गैसें और धूल आदि हमारे श्वसन तंत्र को बुरी तरह से प्रभावित करती है, जिससे श्वास संबंधी रोग बड़ी तेजी से फैलते हैं। पढ़िए वायु प्रदूषण के प्रभावों पर एक टिप्पणी
Posted on 08 Aug, 2024 05:24 PM

वायु प्रदूषण का प्रभाव

वायु प्रदूषण का सर्वाधिक दुष्प्रभाव इंसान के स्वास्थ्य पर पड़ता है। हानिकारक गैसें और धूल आदि हमारे श्वसन तंत्र को बुरी तरह से प्रभावित करती है, जिससे श्वास संबंधी रोग बड़ी तेजी से फैलते हैं। ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों में दम घुटने की शिकायत होना आम बात है। फेफड़ों के कैंसर, श्वास नली तथा गले की समस्या का मुख्य कारण वायु प्रदूषण ही है।

पराली, वायु प्रदूषण की बड़ी वजह (साभार छवि: www.freepik.com)
पंजाब को जहर मुक्त बनाने में कालजयी भूमिका का निर्वहन कर रहा है खेती विरासत मिशन
जाने कैसे पंजाब को जहर मुक्त बनाने में कालजयी भूमिका का निर्वहन कर रहा है खेती विरासत मिशन | Know how kheti virasat mission is playing a timeless role in making Punjab poison free Posted on 15 Feb, 2024 03:54 PM

रंगला पंजाब शब्द एक बहुमुखी सांस्कृतिक विरासत का परिचायक है, जिसके मूल में कृषि और पशुपालन पर आधारित एक ऐसी संस्कृति है जो बड़े लम्बे समय से एक बहुत बड़े भूभाग में पनपी है। जिसकी बातें किस्से खानपान, व्यवहार, खेल कूद, नाच गाने सव में एक खुशी और उल्लास की तरंग पूरी दुनिया में मशहूर है। प्रथम विश्व युद्द के समय से ही ब्रिटिश लोगों ने अनाज राशन और जवान पंजाब की धरती से लिए और फिर दूसरे विश्व युद्ध

पंजाब-खेती विरासत मिशन
गुरदासपुर में ईजाद किया पराली से फाल्स सीलिंग की टाइल्स बनाने का फार्मूला
जाने गुरदासपुर में ईजाद किया पराली से फाल्स सीलिंग की टाइल्स बनाने का फार्मूला | Know the formula for making false ceiling tiles from stubble invented in Gurdaspur Posted on 12 Feb, 2024 12:03 PM

परमिंदर सिंह पंजाब के गुरदासपुर टाउन के बड़े ही फेमस व्यक्ति हैं। इंडस्ट्रियल एरिया में एलांयस ऑटो के नाम से इनका एक मल्टी ब्रांड कारों का वर्कशॉप हैं जिसमें सभी तरह की कारों का सभी तरह का काम होता है। बचपन से ही परमिन्दर सिंह को पर्यावरण से बेहद प्रेम है और कैसे पर्यावरण की रक्षा हो इसके बारे में इनके मन में मनन चिन्तंत चलता ही रहता है। सरदार दर्शन सिंथ जी जो बड़े गर्व से बताते हैं में दसवीं फ

गुरदासपुर में ईजाद किया पराली से फाल्स सीलिंग की टाइल्स बनाने का फार्मूला
पंजाब में समुदाय, पेयजल प्रबंधन में नेतृत्व कर रहे हैं
जाने कैसे पंजाब में समुदाय ने पेयजल प्रबंधन में नेतृत्व कर जल संरक्षण में अहम् योगदान दिया है |Know how the community in Punjab has contributed significantly to water conservation by taking leadership in drinking water management. Posted on 07 Feb, 2024 04:57 PM

होशियारपुर जिले के कंडी क्षेत्र का तखनी गांव शिवालिक पहाड़ी की घाटी में स्थित एक सुदुर गांव है जिसमें 165 परिवार हैं। पहले गांव वालों को पेयजल हेतु इस क्षेत्र से गुजरने वाली नदियों और खुले कुओं पर निर्भर रहना पड़ता था। संदूषित जल के सेवन से गांव वालों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती थीं।

पंजाब में समुदाय, पेयजल प्रबंधन में नेतृत्व कर रहे हैं,Pc-जल जीवन संवाद,
भगवंत मान की सरकारी नौटंकी नदी जल-विवाद पर राष्ट्रवाद की गहरी समस्या को उजागर करता है
पंजाब और हरियाणा के नेता विरोधी दलों के साथ समझौता करने से कतराते हैं। कावेरी जल-संघर्ष में भी राष्ट्रीय पार्टियां कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच शांति बनाने का प्रयास नहीं करती हैं।इस मुद्दे को लेकर एक और चिंता का कारण है कि केंद्र सरकार जो ‘राष्ट्रवादी’ दावा करती है, उसने इस मुद्दे पर कोई सक्रिय कदम नहीं उठाया है। Posted on 08 Nov, 2023 02:44 PM

भगवंत मान, एक पूर्व कॉमेडियन, अब पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों को अदालत के आदेशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने उन्हें एक बहस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन वे मना कर दिए। भगवंत मान ने कहा कि वे लोगों को बताना चाहते हैं कि वर्तमान समस्याओं के पीछे कौन जिम्मेदार हैविपक्ष के बहिष्कार का मुख्यमंत्री को कोई फर्क नहीं पड़ा.

नदी जल-विवाद
साहिबज़ादा अजित सिंह नगर : उपयोग-शुल्क संग्रहण के लिए टेक्नोलॉजी
राज्य में ग्रामीण उपभोक्ता अपने पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर एसएमएस के माध्यम से अपने जलापूर्ति बिल प्राप्त करने और एक सुरक्षित लिंक के माध्यम से भुगतान करने के विकल्प की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इस पहल के पीछे प्रेरक शक्ति बिल भुगतान प्रक्रिया को उपभोक्ता के दरवाजे पर सुलभ बनाना था- ताकि वे परंपरागत विधियों में लगने वाले समय और प्रयास से बच सकें। इस प्रणाली के तहत, ईडीसी मशीनों का उपयोग बिल बनाने, नकद में या यूपीआई, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के डिजिटल मोड के माध्यम से भुगतान एकत्र करने और भुगतान रसीदें तैयार करने के लिए भी किया जाता है। Posted on 11 Sep, 2023 02:48 PM

जल बिल निर्माण और संग्रह में संचालन और रिकॉर्ड रखने को आसान बनाने के लिए, पंजाब में जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग (डीडब्ल्यूएसएस) ने एसएएस नगर, पंजाब में 157 गांवों के लिए एक ऑनलाइन बिलिंग और भुगतान प्रणाली शुरू की है। इससे राज्य में जल बिल संग्रह प्रणाली का व्यवस्थित रूप से कायाकल्प होने की उम्मीद है, जिससे यह सरल, प्रभावी, तेज और सुरक्षित हो जाएगी।

स्मार्ट पीओएस मशीनों का उपयोग,Pc-जल-जीवन संवाद
पंजाब: भट्टला में महिलाओं ने संभाली जल प्रबंधन की बागडोर
जल जीवन मिशन शुरू होने के बाद, ग्राम पंचायत ने ग्राम जल और स्वच्छता समिति (वीडब्ल्यूएससी) की स्थापना की। ग्राम सरपंच अंजू लाल ने एक ग्राम सभा बुलाई और हर घर जल कार्यक्रम के विवरण पर चर्चा की। Posted on 05 Aug, 2023 12:05 PM

पंजाब के पटियाला जिले के सनौर प्रखंड के भट्टला गांव में महिलाओं के समूह ने कई तरह से गांव का जीवन बदल दिया है। इसने गाँव की महिलाओं को न केवल उनके रोजमर्रा के कठिन परिश्रम से एक कार्य में राहत दी, बल्कि उन्हें सामुदायिक कार्य और गाँव में एक मजबूत और टिकाऊ जलापूर्ति प्रणाली विकसित करने का अवसर भी दिया। इतना ही नहीं, समुदाय ने स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता और सामाजिक एकता में सुधार के लिए कई प्रगतिश

भट्टला गांव में महिलाओं ने संभाली जल प्रबंधन की बागडोर,PC-Wikipedia
पंजाब में टिकाऊ कृषि हेतु जलसंसाधनों का प्रबंधन
इन भूजल संसाधनों में आ रही गिरावट के मुख्य कारण हर साल नलकूपों की संख्या में वृद्धि, वर्षा की असमान प्रवृत्ति, प्रचलित फसल पद्धति, बढ़ती जनसंख्या औद्योगीकरण, शहरीकरण आदि हैं। अतः इस गंभीर समस्या पर काबू पाने के लिए कृषि में जल का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करने का हमारा कर्तव्य बन जाता है। यह तभी संभव है जब कृषि के लिए भूजल एवं सतही जल संसाधनों का उचित रूप से दक्ष प्रबंधन किया जाए। Posted on 10 Jun, 2023 01:33 PM

प्रस्तावना

हमारे देश में उपलब्ध कुल जल संसाधनों की 85% से अधिक खपत कृषि के क्षेत्र में होती है और इसमें से हम भूजल द्वारा ही फसलों की 72% से अधिक सिंचाई की माँग को पूरा करते हैं जिससे देश में उपलब्ध भूजल संसाधनों पर बहुत अधिक दबाव पड़ रहा हैं। इन भूजल संसाधनों में आ रही गिरावट के मुख्य कारण हर साल नलकूपों की संख्या में वृद्धि, वर्षा की असमान प्रवृत्ति, प्रचलित

पंजाब में टिकाऊ कृषि हेतु जलसंसाधनों का प्रबंधन,Pc-ToI
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