![स्मार्ट पीओएस मशीनों का उपयोग,Pc-जल-जीवन संवाद](/sites/default/files/styles/node_lead_image/public/2023-09/Smark%20poc%20machine.png?itok=UH8-WskW)
जल बिल निर्माण और संग्रह में संचालन और रिकॉर्ड रखने को आसान बनाने के लिए, पंजाब में जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग (डीडब्ल्यूएसएस) ने एसएएस नगर, पंजाब में 157 गांवों के लिए एक ऑनलाइन बिलिंग और भुगतान प्रणाली शुरू की है। इससे राज्य में जल बिल संग्रह प्रणाली का व्यवस्थित रूप से कायाकल्प होने की उम्मीद है, जिससे यह सरल, प्रभावी, तेज और सुरक्षित हो जाएगी।
राज्य में ग्रामीण उपभोक्ता अपने पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर एसएमएस के माध्यम से अपने जलापूर्ति बिल प्राप्त करने और एक सुरक्षित लिंक के माध्यम से भुगतान करने के विकल्प की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। इस पहल के पीछे प्रेरक शक्ति बिल भुगतान प्रक्रिया को उपभोक्ता के दरवाजे पर सुलभ बनाना था- ताकि वे परंपरागत विधियों में लगने वाले समय और प्रयास से बच सकें। इस प्रणाली के तहत, ईडीसी मशीनों का उपयोग बिल बनाने, नकद में या यूपीआई, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के डिजिटल मोड के माध्यम से भुगतान एकत्र करने और भुगतान रसीदें तैयार करने के लिए भी किया जाता है।
इस प्रणाली को डिवाइस में फीड किए गए संचालन और रखरखाव (ओ एंड एम) रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है। यह प्रणाली 10 वर्षों तक की अवधि के लिए वास्तविक समय के आधार पर प्रभावी रूप से डेटा एकत्र करने, उन्हें संरक्षित और अद्यतन करने के लिए क्लाउड प्रौद्योगिकी पर आधारित है। अनुकूलित बिलिंग और ओ एंड एम रिकॉर्ड कीपिंग सिस्टम एचडीएफसी बैंक द्वारा तैयार किया गया है। बैंक ने डीडब्ल्यूएसएस के प्रत्येक राजस्व संग्राहक को ईडीसी हैंडहेल्ड मशीन और प्रशिक्षण भी प्रदान किया है।
ग्राम पंचायत जल और स्वच्छता समितियाँ (जीपीडब्ल्यूएससी), डीडब्ल्यूएसएस के साथ अब राज्य के गाँवों में इसके कार्यान्वयन को बढ़ा रही हैं। डीडब्ल्यूएसएस के फील्ड अधिकारी, आईईसी और सामाजिक टीम के सदस्य और राज्य के राजस्व अधिकारी एक कुशल बिलिंग प्रणाली के रूप में राज्य के गांवों में इसके कार्यान्वयन को बढ़ावा दे रहे हैं। इस हस्तक्षेप से राजस्व संग्रह में काफी वृद्धि होने के साथ-साथ जल कनेक्शनों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। नई व्यवस्था से राजस्व संग्राहकों के लिए स्थानीय रोजगार का भी सृजन हुआ है।
इस उपाय ने पंजाब को अधिक उपभोक्ता अनुकूल और एक कुशल बिलिंग और संग्रह प्रणाली स्थापित करने में मदद की है. जो पहले से ही एसएएस नगर के गांवों में चल रही है। यह प्रणाली ग्रामीण योजनाओं के आसान और कुशल संचालन के लिए आईटी संचालित अवसरों का पूरा लाभ उठाती है। -जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग, पंजाब
स्रोत - जल-जीवन संवाद, अंक 24, जून 2022
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