पौड़ी गढ़वाल जिला

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गढ़वाल और कुमाऊं मंडल (Garhwal and Kumaon Division)
Posted on 15 May, 2017 04:16 PM
गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में बंटे उत्तराखण्ड में कुल 13 जिले हैं। सात जिले- देहरादून, हरिद्वार, चमोली, उत्तरकाशी, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग गढ़वाल मंडल के तहत आते हैं। जबकि शेष छह जिले- नैनीताल, अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर, पिथौरागढ़, चम्पावत और बागेश्वर कुमाऊं मंडल के तहत आते हैं। उत्तराखण्ड में विधानसभा की 70 लोकसभा की पांच और राज्य सभा की तीन सीटें हैं। देहरादून राज्य की अस्थायी राजधानी ह
उत्तराखंड: समृद्ध विरासत
Posted on 15 May, 2017 12:36 PM
स्कन्द पूराण में मानस खंड और केदारखंड के रूप में उत्तराखण्ड का उल्लेख है। पौराणिक ग्रंथो के अनुसार पहले गढ़वाल क्षेत्र को तपोभूमि स्वर्गभूमि और केदारखंड के नाम से पुकारा जाता था। इसी तरह स्कन्द पुराण के मानस खंड व अन्य पौराणिक साहित्य में मानस खंड के नाम से वर्णित क्षेत्र वर्तमान कुमाऊ मंडल ही है।
बैलून यात्रा
Posted on 29 Aug, 2016 11:23 AM

ये लोग जानते थे कि क्लोरो-फ्लोरो कार्बन तथा नाइट्रोजन ऑक्साइड वायुमण्डल में पहुँच कर ओजोन

बांधों की खूनी चाहत
Posted on 26 Jun, 2012 12:01 PM बांधों से अब तक 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। आजाद भारत का पहला बांध ‘भाखड़ा नांगल डैम’ के भी विस्थापित आज तक ठौर ठिकाना नहीं ढूंढ पायें। बांधों के डूब क्षेत्र में हजारों गांव डूब चुके हैं। फिर भी हमें बड़े बांध चाहिए। बांधों की इस हवस की व्याख्या कर रहे हैं महीपाल सिंह नेगी।
ठंडो पाणी मेरा पहाड़ मा, न जा स्वामी परदेसा
Posted on 26 Sep, 2011 06:59 PM

दूधातोली में जब से पानी का, चाल और खाल का काम प्रारंभ हुआ है, तब से यहाँ के वन आग से सुरक्षित हो चले हैं। सभी ग्राम वनों में बनी चालों के कारण उनमें गर्मी के तपते मौसम में भी नमी और इस कारण हरियाली बनी रहती है, आग नहीं लग पाती। कहीं आग लग भी जाए तो यह लाचारी नहीं होती कि अब इसे कैसे बुझाया जाए। भरनों गाँव के अपने पाले वन में, मई 1998 में आग जरूर लगी थी पर चालों की उपस्थिति के कारण वह जल्दी ही नियंत्रण में आ गई थी।

ढौण्ड गाँव (पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड) के पंचायत भवन में छोटी-छोटी लड़कियाँ नाच रहीं थीं। उनके गीत के ये बोल सामने बैठे पूरे गाँव को बरसात की झड़ी में भी बांधे हुए थे। भीगते दर्शकों में ऐसी कई युवा और अधेड़ महिलाएँ थीं, जिनके पति और बेटे अपने जीवन के कई बसंत ‘परदेस’ में ही बिता रहे हैं, ऐसे वृद्ध भी इस कार्यक्रम को देख रहे थे, जिनने अपने जीवन का बड़ा भाग ‘परदेस’ की सेवा में लगाया है और भीगी दरी पर वे छोटे-बच्चे-बच्चियां भी थीं, जिन्हें शायद कल परदेस चले जाना है।

एक गीत पहाडों के इन गाँवों से लोगों का पलायन भला कैसे रोक पाएगा?

लेकिन गीत गाने वाली टुकड़ी गीत गाती जाती है। आज ढौण्ड गाँव में है तो कल डुलमोट गाँव में फिर जन्दिया में, भरनों में, उफरैंखाल में। यह केवल सांस्कृतिक आयोजन नहीं है। इसमें कुछ गायक हैं, नर्तक है, एक हारमोनियम, ढोलक है तो सैकड़ों कुदाल-फावड़े भी हैं जो हर गाँव में कुछ ऐसा काम कर रहे हैं कि वहां बरसकर तेजी से बह जाने वाला पानी
sachidanand bharti
20,000 तालाब बनाने वाली संस्था को महात्मा गांधी पुरस्कार
Posted on 23 Sep, 2011 07:10 PM भोपाल। मध्यप्रदेश शासन का सन् 2008-09 का सर्वोच्च ‘महात्मा गांधी पुरस्कार’ इस बार उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल जिले के ग्राम उफरैंखाल में कार्यरत गांधी विचार से ओतप्रोत ‘दूधातोली लोक विकास संस्थान’ को प्रदान किया गया है। इस अभिनव संस्था ने पिछले करीब तीन दशकों से हिमालय क्षेत्र में वनों को सहेजने का बीड़ा उठा रखा है। इस संस्था के प्रमुख कार्यकर्ता सच्चिदानंद भारती एक विद्यालय में शिक्षक हैं और उन्हों
पानी के लिए मेहनत रंग लाई
दूधातोली लोक विकास संस्थान को मिलेगा राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान
Posted on 21 Sep, 2011 05:53 PM

मध्य प्रदेश सरकार ने वर्ष 2008-09 के राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान की घोषणा कर दी है। राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान राशि के मामले में भारत का सबसे बड़ा सम्मान है। इसमें 10 लाख रुपए की राशि एवं सम्मान-पट्टिका प्रदान की जाती है। संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान उत्तराखंड के पौड़ी-गढ़वाल जिले के उफरैखाल स्थित दूधातोली लोक विकास संस्थान को दिया गया है।

पानी के लिए मेहनत रंग लाई
पहाड़ों के साथ एक सफरनामा
Posted on 15 Feb, 2011 12:13 PM

मैं पर्यावरण मामलों का विशेषज्ञ नहीं हूं। क्या वाकई कोई भी पर्योवरण मामलों का विशेषज्ञ हो सकता है? लेकिन मुझे लगता है पूरी धरती ही पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील है। वह हज़ारों वर्षों से मानव सभ्यता के अभियानों की साक्षी जो रही है।

धधकते जंगल छोड़ विदेश गए 6 आला वनाधिकारी, विभागीय मंत्री खफा
Posted on 15 May, 2019 03:28 PM

देहरादून। प्रमुख वन संरक्षक समेत वन विभाग के छह अफसरों के लंदन और पोलैंड जाने को लेकर विभागीय मंत्री डॉ.

पेयजल आपूर्ति पर विभाग व बस्ती के लोग आमने-सामने
Posted on 13 May, 2019 01:48 PM

श्रीनगर। पेयजल आपूर्ति पर कपरोली ग्राम पंचायत अनुसूचित जाति बस्ती के लोग व जल संस्थान आमने-सामने आ गए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है, कि उनकी बस्ती में कई वर्षों से पेयजल आपूर्ति नहीं की जा रही है। जबकि विभाग का कहना है कि उक्त बस्ती के लोग बिल भुगतान नहीं कर रहे हैं, जिससे पेयजल लाइन की मरम्मत नहीं हो पाई है।

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