मनोहर चमोली ‘मनु’

मनोहर चमोली ‘मनु’
बैलून यात्रा
Posted on 29 Aug, 2016 11:23 AM

ये लोग जानते थे कि क्लोरो-फ्लोरो कार्बन तथा नाइट्रोजन ऑक्साइड वायुमण्डल में पहुँच कर ओजोन

तभी से बादल बरसता है
Posted on 25 Jul, 2014 09:59 AM
बहुत पुरानी बात है। तब धरती और बादल पास-पास रहते थे। इतने पास कि एक-दूसरे को छू लेते। उस समय धरती बहुत हल्की थी। इतनी हल्की कि हवा में उड़ जाती। कभी-कभी तो बादल धरती की पीठ पर सवार होकर पूरे अंतरिक्ष का चक्कर लगा आता।

एक दिन की बात है। धरती ने बादल से कहा- ‘तुम्हें पीठ पर बिठाते-बिठाते मैं थक गई हूं। मैं अकेले कहीं दूर घूमने जाना चाहती हूं।’
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