हमीरपुर जिला (हिमाचल प्रदेश)

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बुंदेलखंड की नदियों पर मंडरा रहा संकट
Posted on 28 Jun, 2012 02:21 PM चंबल, नर्मदा, यमुना और टोंस आदि नदियों की सीमाओं में बसने वाला क्षेत्र बुंदेलखंड तेजी से रेगिस्तान बनने की दिशा में अग्रसर है। बुंदेलखंड की धड़कन मानी जाने वाली बेतवा नदी के साथ हो रही छेड़-छाड़ से जल संकट बढ़ गया है। जालौन और झांसी में बालू माफिया के कारण सबसे बड़ा संकट बेतवा नदी पर है। झांसी में बजरी की बढ़ती मांग और चढ़ते दामों के चलते अवैध खनन बढ़ गया है। केन, बेतवा, धसान, और पहुज जैसी ज्या
बुंदेलखंड में विकास के नाम पर बर्बादी का मंजर
Posted on 29 Mar, 2012 02:57 PM

जहां नदी, तालाब व जंगल पर हमला सबसे ज्यादा हुआ, वहीं आत्महत्याएं हुईं, जैसे बांदा, महोबा, हमीरपुर और चित्रकूट मे

Bundelkhand
बुंदेलखंडः फटती धरती, कांपते लोग
Posted on 04 Jan, 2012 04:22 PM

नदियों और पहाड़ों में रात-दिन अंधाधुंध खनन हो रहा है, बड़ी-बड़ी मशीनों से धरती छलनी की जा रही

बुन्देले मत बोलो कि...
Posted on 25 Jul, 2011 04:02 PM

केन्द्र की इस योजना के तहत केन नदी के अतिरिक्त पानी को बेतवा नदी तक पहुंचाया जाना प्रस्तावित है

बुंदेलखंड में भूगर्भ जलस्तर 3 मीटर तक खिसका
Posted on 23 Feb, 2010 02:33 PM


पांच स्थानों पर 2 मीटर, 18 स्थलों पर 1 मीटर गहराया, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड ने बारिश के बाद की स्थिति बताई, गर्मी में और नीचे जाएगा।

बुन्देलखण्ड की नदियाँ
Posted on 16 Feb, 2010 07:56 AM

बुन्देलखण्ड का पठारी भाग मध्यप्रदेश के उत्तरी भाग में 2406’ से 24022’ उत्तरी अक्षांश तथा 77051’ पूर्वी देशांतर से 80020’ पूर्वी देशांतर के मध्य स्थित है। इस पठार के अन्तर्गत छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया, शिवपुरी, ग्वालियर और भिण्ड जिलों के कुछ भाग आते हैं। इसका भौगोलिक क्षेत्रफल मध्यप्रदेश के कुल क्षेत्रफल 23,733 वर्ग किलोमीटर का 5.4 प्रतिशत है। इसके पूर्वोत्तर में उत्तर प्रदेशीय बुन्देलखण्ड के जालौन, झाँसी, ललितपुर, हमीरपुर और बाँदा, महोबा, चित्रकूट जिले हैं।

बुन्देलखण्ड का पठार प्रीकेम्बियन युग का है। पत्थर ज्वालामुखी पर्तदार और रवेदार चट्टानों से बना है। इसमें नीस और ग्रेनाइट की अधिकता पायी जाती है। इस पठार की समुद्र तल से ऊँचाई 150 मीटर उत्तर में और दक्षिण में 400 मीटर है। छोटी पहाड़ियाँ भी इस क्षेत्र में है। इसका ढाल दक्षिण से उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर है।

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पानी की गुफाएँ
Posted on 31 Dec, 2009 06:02 PM

हिमाचल प्रदेश स्थित हमीरपुर और इसके आसपास के जिलों के लोग पानी संकट से निपटने के लिए फिर से पारंपरिक वर्षा जल ढांचों को पुनर्जीवित करने और नए ढांचों के निर्माण में जुट गए हैं। हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में ऐसे जल संग्रहण ढांचों को खत्री के नाम से पुकारा जाता है।

थाती सेनुआ का प्रयास
Posted on 31 Dec, 2009 05:51 PM

सुजानपुर प्रखण्ड में एक थाती सेनुआ गांव है, जहां के गांववाले हिमाचल प्रदेश के हमरीरपुर जिले के पारंपरिक वर्षाजल संग्रहण के लिए आगे आए हैं, जिससे वे छत से वर्षाजल संग्रहण कर सकें। गांव वालों ने अपने प्रयास से अपने-अपने घरों के लए फेरोसीमेंट की टंकियों का निर्माण किया, जिसमें उनकी छत का पानी जमा होता है। छत से पाइप को नीचे टैंक के साथ जोड़ा जाता है। यह गांव पूरी तरह से खत्रियों पारंपरिक जल सुझाओं

अपने हक के लिए आगे आए नरेगा के जॉब कार्ड धारक
Posted on 05 Jul, 2009 06:43 PM

हमीरपुर। इस जनपद की राठ तहसील के अंतर्गत एक गाँव है नौरंगा। नौरंगा में ज्यादातर दलित और पिछड़ी जाति के लोग निवास करते है , यहाँ की प्रधान हैं सुश्री अशोक रानी जो की पिछड़ी जाति से है । गाँव काफी संपन्न प्रतीत होता है बाहर से, लेकिन प्रशासनिक अमले के अनदेखी का शिकार है । इस गाँव में ग्राम सचिव तो है लेकिन उसे कार्यभार नहीं मिला है । कार्यभार विहीन सचिव ग्राम में क्या कार्य करेगा यह अपने आप मे
जल-संरक्षण के लिए समाज आगे आये
Posted on 16 Sep, 2008 11:39 AM

सेव वाटर, सेव लाइफ

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