बड़वानी जिला

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ट्रिब्यूनल ने लिया सरदार सरोवर व अन्य बांधों के विस्थापितों का जायजा
Posted on 07 Jun, 2010 10:13 AM ट्रिब्यूनल के सदस्य बुधवार को निमाड़ के गांवों में गए जहां कागजी पुनर्वास की कहानियां मिलीं। धर्मपुरी तहसील के पठानिया और राजपुर तहसील के मंडल में नहर प्रभावित गांवों का भी दौरा हुआ। यहां एक ओर बेहद उपजाऊ और सिंचित भूमि है और दूसरी ओर गहरी खुदाई करके कृषि भूमि बर्बाद की जा रही है। गांव वालों ने बताया कि किस तरह मप्र सरकार के नौकरशाहों ने भूमि अधिग्रहण में ‘सहमति पत्र’ पर उनसे जबरिया दस्तखत कराए।दिल्ली व मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व जस्टिस एपी शाह, कृषि नीति विशेषज्ञ डा. देविंदर शर्मा और पुणे के इंडियन लॉ सोसाइटी, लॉ कालेज की प्रोफेसर जया सागडे के निष्पक्ष जन ट्रिब्यूनल (इंडिपेंडेंट पीपुल्स ट्रिब्यूनल) ने नर्मदा घाटी की अपनी दो दिन की यात्रा में सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और जन सुनवाई की।

इस जन सुनवाई में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से आए हजार से ज्यादा लोगों ने भाग लिया। इन्होंने सरदार सरोवर बांध परियोजना से विस्थापित हुए दो लाख लोगों का प्रतिनिधित्व किया इस जन-सुनवाई में लोगों ने जो व्यथा-गाथा पेश की,
सरदार सरोवर परियोजना प्रभावितों का धरना सम्पन्न
Posted on 27 Apr, 2010 07:16 PM
सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावितों का 15 दिनों (11 अप्रैल से 26 अप्रैल तक) से जारी धरना व संघर्ष अपने अधिकारों को हासिल करने के नये संकल्प के साथ कल सम्पन्न हुआ।
जीवन अधिकार यात्रा
Posted on 12 Apr, 2010 08:42 AM
इंदौर समर्थक समूह की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि नर्मदा घाटी में बन रहे सरदार सरोवर बांध डूब क्षेत्र के निवासियों पर पुनः हमला हुआ है। घाटी के 248 गांवों में बसे 2 लाख पहाड़ी आदिवासी और पश्चिमी निमाड़ के किसान मजदूर, मछुआरे, छोटे व्यापारी आदि जो कि यहां के प्राकृतिक संसाधनों और हरे-भरे खेतों पर निर्भर हैं, को डुबोने की तैयारी हो गई है। पर्यावरण मंत्रालय द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ
सरदार सरोवर का सबक
Posted on 12 Apr, 2010 08:29 AM
यह सच है कि सरदार सरोवर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है, जो 800 मीटर नदी में बनी अहम परियोजना है। सरकार कहती है कि वह इससे पर्याप्त पानी और बिजली मुहैया कराएगी। मगर सवाल है कि भारी समय और धन की बर्बादी के बाद वह अब तक कुल कितना पानी और कितनी बिजली पैदा कर सकी है और क्या जिन शर्तों के आधार पर बांध को मंजूरी दी गई थी वह शर्तें भी अब तक पूरी हो सकी हैं ?
सरदार सरोवर एवं इंदिरा सागर के पर्यावरणीय उपायों के शर्तों का घोर उल्लंघनः विशेषज्ञ समिति का अहम निष्कर्ष
Posted on 17 Feb, 2010 02:28 PM
भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा भारतीय वन सर्वेक्षण के पूर्व महानिदेशक डा.
बूंदें, नर्मदा घाटी और विस्थापन
Posted on 14 Feb, 2010 03:00 PM


नर्मदे हर......!

मध्यप्रदेश की जीवनरेखा है नर्मदा। इसका प्रवाह यानी जीवन का प्रवाह। इसके मिजाज का बिगड़ना यानी जीवन से चैन का बिछुड़ना। नदी से समाज के सम्बन्ध केवल नहाने, सिंचाई, पानी की भरी गागर घर के चौके-चूल्हे तक लाने में ही सिमट नहीं जाते हैं। नदियों की धड़कन के साथ-साथ धड़कती है उसके आंचल में रहने वाले समाज की धड़कन। पीढ़ियां नदी के प्रवाह की साक्षी रहती हैं। और नदी भी तो बहते-बहते देखती है-........

Narmada
नलकूप द्वारा जल पुनर्भरण
Posted on 30 Jan, 2010 03:05 PM एस.के. कलंकार, सेंधवालगातार गिरते जा रहे भूमिगत जलस्तर के उत्थान हेतु पूरे विश्व में भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। इनमें तालाबों का निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्य एवं शहरी क्षेत्रों में छत का पानी जमीन में उतारना व सोख्ता गड्ढ़ों का निर्माण प्रमुख हैं।
डेढ़ हजार में नदी जिन्दा
Posted on 27 Jan, 2010 01:04 PM

डेढ़ हजार में नदी जिन्दा

river
अमरकंटक से नर्मदा अमृतकुंभ जनजागरण यात्रा
Posted on 05 Nov, 2009 06:11 PM बड़वानी। अखिल भारतीय गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ मप्र द्वारा नर्मदांचल शुद्धि अभियान के अंतर्गत नर्मदा अमृतकुंभ जनजागरण यात्रा अमरकंटक से प्रारंभ की है। यात्रा का शुभारंभ अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंडया ने 13 सितम्बर 09 अमरकंटक से किया। यात्रा में डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, पिपरीया, होशंगबाद, खंडवा होते हुए बड़वानी जिले के ठीकरी नगर में प्रवेश किया। नर्मदा
हर व्यक्ति की अपनी नर्मदा होती है- मेधा पाटकर
Posted on 24 Oct, 2009 08:37 AM सन् सत्तावन के आंदोलन के सक्रिय भागीदार बसंत खानोलकर तथा 'स्वाधार' व अन्य समाजसेवी संस्थाओं से शिद्दत से जुड़ी इंदु ताई की बेटी मेधा साधारण स्त्री होती तो आश्चर्य होता। जिन्होंने नि:स्वार्थ समाजसेवा, देश के लिये पूर्ण समर्पण व दुर्धर्ष कर्मठता के संस्कार जन्मघुट्टी में पाये और वैसे ही स्वस्थ परिवेश में बड़ी हुईं। उनके व्यक्तित्व में जो धार है, वह यशस्वी माता-पिता से मिली। शिक्षा, संस्कार तथा परिवे
मेधा ताई
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